Maha Kumbh 2025 Stampede: महाकुंभ मेले में आज 29 जनवरी को भगदड़ मचने से लगभग 14 लोगों के मरने और दर्जनों लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है। संगम नोज पर कुछ महिलाओं का दम घुटने से वे आगे की महिलाओं पर गिर पड़ी। जिससे भीड़ का दबाव बढ़ गया और बैरियर टूटने से तगड़ी भगदड़ मची। हालांकि मेला प्रशासन द्वारा फिलहाल मौत के आंकड़ों पर मोहर नहीं लगाई गई है। मगर इस घटना ने सरकार की व्यवस्था पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया है।
महा कुंभ मेला में कितने लोगों की मौत हुई?
महाकुंभ मेले के 17वें और मौनी अमावस्या के दिन पवित्र स्नान के चलते लोगों की भीड़ काफी ज्यादा बढ़ गई। जिसके चलते संगम नोज पर दबाव बढ़ने से यह बड़ा हादसा हुआ है। इसमें 14 लोगों के मरने और दो दर्जन से भी ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना मिल रही है। घटनास्थल से मिली जानकारी के मुताबिक कुछ महिलाओं का दम घुटने से वे गिर पड़ी और भीड़ का दबाव और ज्यादा बढ़ गया। जिसके चलते यह बड़ी दुर्घटना हुई है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि जब वह स्नान करके लौटे तो पुलिस लोगों की डेड बॉडी उठा रही थी और घायलों को एंबुलेंस में बिठाया जा रहा था। हालांकि मेला प्रशासन की ओर से फिलहाल मौत के आंकड़ों की पुष्टि नहीं की गई है।
सरकार को जिम्मेदार ठहराया
महाकुंभ मेलें में यह तीसरी बड़ी घटना हुई है। इससे पहले 2 बार मेले में गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से बड़ी दुर्घटना हुई थी। हालांकि उनमें जान हानि नहीं हुई। भगदड़ की घटना के बाद मेला प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए भीड़ को मेल के (प्रयागराज) क्षेत्र के बाहर ही रोक दिया है और पहले से गए लोगों के स्नान करके वापस लौट के बाद उन्हें एंट्री करने दिया जाएगा। अगर सरकार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती देख पहले ही यह फैसला कर लेती तो शायद इस बड़ी अनहोनी को टाला जा सकता था।