किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट में सेमीकंडक्टर चिप का बहुत बड़ा रोल होता है। जिसकी हमेशा ही मार्केट में कमी खटकती आई है। पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में सेमीकंडक्टर चिप की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए 50% तक की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की थी। पिछले कई सालों से सेमीकंडक्टर चिप की काफी ज्यादा डिमांड बढ़ती जा रही है। सेमीकंडक्टर चिप की डिमांड के अनुसार सप्लाई नहीं हो पा रही है। जिसको ध्यान में देखते हुए भारत सरकार ने यह बड़ा कदम उठाया है।
सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली कंपनियों की संख्या काफी कम होने के चलते इसकी डिमांड और सप्लाई में बैलेंस नहीं हो पा रहा है। जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने तीन नई यूनिट को स्वीकृति दे दी है। जो जल्दी ही सेमीकंडक्टर चिप बनाने का काम शुरू कर देगी।
टाटा ग्रुप आया सबसे आगे
कम्युनिकेशंस इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी के मिनिस्टर अश्विनी ने हालही में बताया कि प्रधानमंत्री ने जो सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग चिप को लेकर स्वीकृति दी है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और बड़ा फैसला है। जिसकी पहली यूनिट टाटा ग्रुप और पावर चिप ताइवान मिलकर लगाने वाली हैं। जिसे गुजरात के धोलावीरा में लगाने की योजना बनाई गई है।
इन तीनों मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को बनाने में लगभग 1.26 लाख करोड रुपए से भी ज्यादा इन्वेस्टमेंट करना होगा। जहां से हर साल तकरीबन 300 करोड़ की वैल्यूएशन वाली चिप्स बनकर तैयार होगी। देश के पूर्वोत्तर में सबसे पहले सेमीकंडक्टर चिप असम में लगाने की योजना है। जहां से लगभग 20000 से अधिक टेक्नोलॉजी से जुडी नौकरी के अवसर भी मिलेंगे । जबकि 60,000 से भी ज्यादा इनडायरेक्ट जॉब्स की जगह बनेगी।
अमेरिकी कम्पनी ने भी दिखाई रूचि
अमेरिका की पॉपुलर कंपनी Micron टेक्नोलॉजी ने भी भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी शुरू करने की योजना बनाई है। जिसके लिए गुजरात के एडवांस सेमीकंडक्टर असेंबली प्लांट में शुरू किया जाएगा। जिसके कंट्रक्शन का काम टाटा ग्रुप करेगा यह प्लांट लगभग 93 एकड़ में फैला होगा।
सरकार ने दिया प्रोत्साहन
पिछले साल ही नरेंद्र मोदी जी ने अपने भाषण में भारत में नए सेमीकंडक्टर चिप के यूनिट लगाने के लिए लगभग 50% वित्तीय सहायता देने की घोषणा की थी। इसके अलावा सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए बहुत सी अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराने की भी सरकार द्वारा घोषणा की जा चुकी है।
सरकार ने सेमीकंडक्टर चिप डिजाइन करने के लिए कई कोर्सेज की भी शुरुआत की है। जिसके लिए 300 कॉलेज की सूची तैयार हुई है। जहां युवाओं को चिप बनाने के प्रक्रिया से लेकर अन्य टेक्नोलॉजी से जुड़ी जानकारी का ज्ञान कराया जाएगा।
क्या सेमीकंडक्टर चिप की कमी है?
पिछले कई सालों से इलेक्ट्रिक व्हीकल की बढ़ती तादाद के चलते और ड्राइवरलेस कार्स के निर्माण को बढ़ावा मिलने से सेमीकंडक्टर चिप की डिमांड में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। लेकिन मार्केट में सेमीकंडक्टर चिप की डिमांड के अनुसार सप्लाई में असफलता नजर आ रही है। जिसको देखते हुए भारत सरकार का सेमीकंडक्टर चिप बनाने की योजना एक बहुत बड़ा और परिवर्तनकारी फैसला हो सकता है। जो न सिर्फ मार्केट में सेमीकंडक्टर चिप की डिमांड को पूरी करेगा बल्कि देश के युवाओं को भी रोजगार का अवसर मिलेगा। समय के साथ सेमीकंडक्टर चिप का इस्तेमाल तेजी से हो रहा है और मार्केट में डिमांड के मुताबिक इसकी सप्लाई आवश्यक हो गई है।
सेमीकंडक्टर चिप क्या होती है?
ये एक छोटे प्रकार की चिप होती है, जिसमें कई प्रकार की धातुओं का मिश्रण पाया जाता है। यह मशीनों में विद्युत को नियंत्रित करती है अथवा उसकी धार को कम या ज्यादा बढ़ने का काम करती है। सेमीकंडक्टर चिप मस्तिष्क की तरह काम करती है। जो किसी भी मशीन में इंटीग्रेटेड होने के बाद इंसानों द्वारा दिए गए इनपुट को आउटपुट में बदलती है। किसी भी मशीन में सेमीकंडक्टर चिप की अनुपस्थिति में उसकी कल्पना करना लगभग असंभव है। अथवा सभी इलेक्ट्रानिक मशीनों में किसी न किसी रूप में या आकार में एक सेमीकंडक्टर चिपका होना बहुत जरूरी है। उसी से उसके कार्य प्रणाली संपन्न होती है अथवा आगे बढ़ती है।
सेमीकंडक्टर चिप का इस्तेमाल कहां होता है?
सेमीकंडक्टर चिप में कई प्रकार के डायोड और ट्रांजिस्टर लगे होते हैं। यह चिप सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में लगी होती है। जैसे मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर, टेबलेट, ऑटोमेटेड कार आदि में। सेमीकंडक्टर चिप किसी भी डिवाइस का मस्तिष्क होता है जो उसके कार्य क्षमता को बढ़ाने या कम करने के लिए जिम्मेदार होता है। किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की बिना सेमीकंडक्टर चिप के कल्पना करना व्यर्थ होगा।
निष्कर्ष: इस लेख में सेमीकंडक्टर चिप से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई गई है। जिसका सोर्स गूगल है। इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि पाई जाती है तो आप हमारी टीम को सूचित कर सकते हैं। हम जल्दी से जल्दी उसको संशोधित करने की कोशिश करेंगे। लेख अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों, परिवार अथवा सोशल मीडिया पर भी शेयर करें.