बिग बिलियन सेल में छूट देकर भी फ्लिपकार्ट करता है बड़ा प्रॉफिट फ्लिपकार्ट साल में लगभग 6 से 8 बार छोटे-बड़े डिस्काउंट ऑफर लागू करता है। जिसमें ग्राहकों को कई महंगे प्रोडक्ट्स पर लगभग 50 से 70% की छूट मिलती है। भारी डिस्काउंट और आकर्षक ऑफर्स के बावजूद फ्लिपकार्ट को इन डिस्काउंट सेल्स के दौरान अच्छा खासा मुनाफा होता है। मगर सवाल यह उठता है कि आखिर कैसे इतने बड़े डिस्काउंट देने के बावजूद फ्लिपकार्ट अपना प्रॉफिट निकाल लेता है।
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डिस्काउंट देकर भी प्रॉफिट
ग्राहकों को आकर्षक और भारी भरकम डिस्काउंट देने के बावजूद फ्लिपकार्ट सलाना अच्छा रेवेन्यू जेनरेट करता है। साथ ही अपने यूजर बेस में भी इजाफा करता है। जो उसे लंबे समय तक फायदा पहुंचाते हैं। मगर ऐसी कौन सी स्ट्रेटजी है, जिसको अपनाकर फ्लिपकार्ट और अन्य शॉपिंग प्लेटफार्म डिस्काउंट के बावजूद बिग बिलियन सेल में छूट देकर भी फ्लिपकार्ट करता है बड़ा प्रॉफिट । आईए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
ज्यादा वॉल्यूम में बिक्री
हाई वॉल्यूम: फ्लिपकार्ट लगभग 5,000 से ज्यादा प्रोडक्ट की एक बड़ी इन्वेंटरी के साथ काम करता है। ताकि ज्यादा संख्या में प्रोडक्ट की बिक्री करके प्रत्येक प्रोडक्ट पर थोड़ा-थोड़ा मुनाफा कमाकर एक बड़ी राशि मुनाफे के रूप मे हासिल कर सके।
बड़ी डील्स: एक साथ ज्यादा क्वांटिटी में प्रोडक्ट खरीदने पर सप्लायर से ज्यादा डिस्काउंट मिलता है। जिसका कुछ हिस्सा ग्राहक को भी डिस्काउंट के तौर पर दे दिया जाता है। बाकी का डिस्काउंट मुनाफे के तौर पर फ्लिपकार्ट अपने पास रखता है।
व्हाइट लेबल प्रोडक्ट पर ज्यादा मार्जिन
आज के समय में कई बड़े-बड़े स्टार्टअप और कंपनियां भी व्हाइट लेबल प्रोडक्ट का सहारा लेते हैं। यह व्यवसाय के क्षेत्र की एक ऐसी तकनीकी है, जिसमें प्रोडक्ट विक्रेता किसी थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरर से बिना लेवल के बल्क में प्रॉडक्ट खरीदता है। और अपने ब्रांड का नाम चिपकाकर उनकी बिक्री करता है।
ऐसा करने पर विक्रेता और मैन्युफैक्चरर के बीच में कोई तीसरा व्यक्ति नहीं होता। जिसके चलते प्रोडक्ट सस्ते में मिलते हैं। फ्लिपकार्ट भी व्हाइट लेबल प्रोडक्ट की बिक्री करने में अग्रणी है। जिसमें वह काफी अच्छा मार्जन लगाकर नुकसान की भरपाई करने के साथ-साथ प्रॉफिट कमाता है।
सेल के दौरान ब्रांड्स से पार्टनरशिप
फ्लिपकार्ट डिस्काउंट सेल के दौरान बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ साझेदारी करता है। जो अपने प्रोडक्ट्स को फ्लिपकार्ट पर प्रमोट करके ज्यादा ब्रिकी करना चाहते है। इसके बदले फ्लिपकार्ट को ब्रांड से पैसा मिलता है। जो फ्लिपकार्ट के मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा है।
ब्रांड स्पॉन्सरशिप
सेल के दौरान और सामान्य दिनों में भी कई ब्रांड्स अपने प्रॉडक्ट्स को सर्च रिजल्ट, बैनर एड्स आदि के माध्यम से प्रमोट करने के लिए फ्लिपकार्ट को अच्छा खासा पैसा देते हैं। जो फ्लिपकार्ट की अतिरिक्त आय और मुनाफे में शामिल है।
वारंटी इंश्योरेंस और प्लस मेंबरशिप
फ्लिपकार्ट प्रोडक्ट्स पर वारंटी और इंश्योरेंस सर्विस देकर भी काफी अच्छा प्रॉफिट बनाता है। इसके अलावा जो ग्राहक सामान्य यूजर से ज्यादा विकल्प और सुविधाएं लेना चाहते हैं, वह प्लस मेंबरशिप सब्सक्राइब करते हैं। जिसके लिए उन्हें सालाना और मासिक तौर पर शुल्क देना होता है। जिससे यूजर्स फ्लिपकार्ट पर ज्यादा शॉपिंग करने के साथ-साथ ज्यादा सर्विसेज का इस्तेमाल करने को मजबूर होते हैं। जो सीधे तौर पर फ्लिपकार्ट को ला पहुंचाते हैं।
लॉजिस्टिक और सप्लाई चैन
फ्लिपकार्ट की अपनी खुद की लॉजिस्टिक कंपनी है। जिससे फ्लिपकार्ट डिलीवरी कॉस्ट को कम से कम करके अपने मुनाफे को बढ़ाता है। सप्लाई चैन को ऑप्टिमाइज करके इन्वेंटरी कास्ट को कम करके भी मुनाफा बढ़ाता है।
सेलर्स से प्लेटफॉर्म चार्ज
फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस मॉडल के आधार पर काम करता है। जहां कोई भी ई-कॉमर्स ब्रांड अपने प्रॉडक्ट्स की लिस्टिंग करके बिक्री कर सकता है। इसके लिए विक्रेताओं को फ्लिपकार्ट को प्लेटफार्म फीस के तौर पर एक निश्चित चार्ज देना होगा। जो फ्लिपकार्ट की कमाई का एक बड़ा हिस्सा है।
बैंकिंग सेवा
फ्लिपकार्ट ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड और EMI की सुविधा उपलब्धि कराता है। जिससे ज्यादा बिक्री होती है। छुट के दौरान कई बैंक्स अपने क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भुगतान करने पर ज्यादा डिस्काउंट देते हैं। इन बैंक से फ्लिपकार्ट चार्ज वसूलता है। जैसे फ्लिपकार्ट बिग बिलीयन डेज सेल 2024 के दौरान फ्लिपकार्ट ने एचडीएफसी बैंक के साथ पार्टनरशिप की है। हर साल और हर बड़ी सेल के दौरान अलग-अलग बैंक्स पार्टनरशिप करते हैं। जो फ्लिपकार्ट को अच्छा खासा चार्ज देते हैं।