नायब सैनी का राजनीतिक सफर (Naib Singh Saini Political journey) एक कंप्यूटर ऑपरेटर कैसे बना हरियाणा का CM

Naib Singh Saini Political journey: नायब सिंह सैनी ने दूसरी बार हरियाणा के सीएम पद का भार संभाला है। उन्होंने आज 17 अक्टूबर 2024 को सीएम पद और गोपनीयत की शपथ ली है। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहे। साथ ही 14 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली है। नायब सिंह सैनी पिछड़ा वर्ग से तालुकात रखते हैं। जिन्होंने तमाम कठिनाइयों का सामना करते हुए राज्य के मुखिया के रूप में नियुक्ति पाने तक का सफर तय किया है।

आईए जानते हैं, नायब सिंह सैनी का राजनीतिक सफर कैसा रहा? (Naib Singh Saini Political journey) और एक कंप्यूटर ऑपरेटर से राज्य के मुख्यमंत्री बनने तक का सफर पूरा करने में उन्होंने किन-किन कठिनाइयों का सामना किया है?

नायब सैनी का राजनीतिक करियर (Naib Singh Saini Political journey)

नायब सिंह सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला के माजरा के नजदीक एक गांव में माली परिवार में हुआ था। हालांकि वे मूल रूप से कुरुक्षेत्र के मंगली चट्टान गांव के निवासी है। मगर उनका परिवार काफी समय पहले ही अंबाला जिले के मिर्जापुर गांव में आकर रहने लग गया था। 2024 के मुताबिक उनकी उम्र 54 साल है। और उन्होंने हरियाणा के सीएम पद भार को दूसरी बार संभाला है।

पहले RSS फिर बीजेपी में शामिल हुए

Naib Singh Saini ने राजनीति के क्षेत्र में ही करियर बनाने का मन बना लिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश मेरठ में स्थित चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री पूरी की। इसके बाद राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखा। उन्होंने सबसे पहले आरएसएस को ज्वाइन किया। मगर कुछ समय बाद ही वे आरएसएस को छोड़कर बीजेपी से जुड़ गए और अपने राजनीतिक करियर को नई दिशा दी।

बीजेपी में किया था कंप्यूटर ऑपरेटर का काम 

नायब सिंह सैनी जब आरएसएस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे, तब उन्होंने सबसे पहले अंबाला पार्टी कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम किया था। बाद में धीरे-धीरे उन्होंने राजनीति में जगह बनाई और लोगों का विश्वास जीता। वे हरियाणा भाजपा किसान मोर्चा के महासचिव पर नियुक्त किये गए। इसके बाद अंबाला युवा विंग के सक्रिय सदस्य (एक्टिव मेंबर) के रूप में चुने गए। जिसका पूरा श्री मनोहर लाल खट्टर को दिया जाता है।

नायब सिंह सैनी ने साल 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और लगभग 24,361 वोटों से जीत हासिल की। और 2019 तक इस पद पर बने रहे। इसके साथ ही 2015 से 2019 तक राज्य मंत्री के रूप में भी सेवा दी।

साल 2019 में उन्हें भारतीय आम चुनाव में कुरुक्षेत्र के संसद सदस्य के रूप में चुना गया। और उन्हें 2023 तक आते-आते भाजपा की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष के तौर पर चुन लिया गया।

साल 2024 में उनके राजनीतिक कैरियर में बड़ा बदलाव आया। साल की पहली तिमाही में ही जेजपी और बीजेपी का गठबंधन टूट गया। और मनोहर लाल खट्टर की सरकार धाराशाही हुई। इसके बाद नायब सिंह सैनी को भाजपा विधायक दल के मुख्य नेता के रूप में नियुक्ति मिली और आगे चलकर उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

गौरतलब है कि नायब सिंह सैनी ने पहली बार साल 2009 में विधानसभा चुनाव लड़ा था। मगर वे यह चुनाव हार गए थे।

20वें मुख्य मंत्री के रूप में शपथ ली | Naib Singh Saini

अक्टूबर 2024 में नायब सिंह सैनी ने लाडवा सीट (कुरुक्षेत्र जिला) से हरियाणा विधानसभा का चुनाव जीता और अब आज 17 अक्टूबर 2024 को हरियाणा के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरी बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं।

नायब सिंह सैनी के बेटे का नाम अनिकेत है। जो कानून की पढ़ाई कर रहा है। जबकि उनकी बेटी वंशिका है। जो 12वीं कक्षा की छात्रा है। नायब सिंह सैनी ने साल 2000 में शादी की थी। उनकी पत्नी का नाम सुमन है। वह भी राजनीतिक क्षेत्र में किस्मत आजमा चुकी है। उन्होंने साल 2022 में जिला परिषद का चुनाव लड़ा। हालांकि वह हार गई थी। वर्तमान में वह BJP महिला मोर्चा के अध्यक्ष पद की भूमिका में कार्यरत है।

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