17 नंबर को भारत ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। भारत ने ओडिशा के तट से कुछ किलोमीटर दूर हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया था। जो सफल रहा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि भारत ने शनिवार को एक हाइपरसोनिक मिसाइल का प्रशिक्षण किया गया था। जो पूरी तरह सफल रहा। इसके बाद भारत भी दुनिया के ताकतवर देश चीन, रूस और अमेरिका के साथ हाइपरसोनिक मिसाइल रखने वाले देशों की सूची में शामिल हो गया है। जो भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। आइए जानते हैं, हाइपरसोनिक मिसाइल क्या होती है? और यह कितनी पॉवरफुल है।
भारत का हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण सफल
भारत ने हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीकी में एक बड़ी सफलता हासिल की है। हाल ही में हुए प्रशिक्षण में भारत ने यह साबित कर दिया है कि वह भी हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक में दुनिया के सबसे ताकतवर देशों की सेनाओं में से एक बनने की ओर आगे बढ़ रहा है। भारत की यह हाइपरसोनिक मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी निर्मित है। जिसका निर्माण हैदराबाद में स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल परिसर और डीआरडीओ की अन्य प्रयोगशालाओं के सहयोग से तैयार किया गया है। हाइपरसोनिक मिसाइल ध्वनि की गति से कई गुना तेज चलने वाली एक मिसाइल है। जो अपने अचूक टारगेट और भयानक तबाही के लिए जानी जाती है।
रक्षा मंत्री ने दी जानकारी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाइपरसोनिक मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स के जरिए जानकारी दी है, कि भारत ने ओडिशा के तट से दूर डॉ. APJ अब्दुल कलाम द्वीप से एक लंबी दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया गया था। जो पूरी तरह से सफल रहा। यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुई है। जिसके बाद हम भी दुनिया के कुछ चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गए हैं। जिनके पास यह महत्वपूर्ण और शक्तिशाली सैन्य तकनीकी क्षमता है।
कैसे काम करती है हाइपरसोनिक मिसाइल
हाइपरसोनिक मिसाइल ध्वनि की गति से भी पांच गुना तेजी से सफर करती है। जो एक विशेष प्रकार के स्क्रेम जेट इंजन से शक्ति लेती है। जो हवा में मौजूद ऑक्सीजन को ईंधन के रूप में इस्तेमाल करता है।
हाइपरसोनिक मिसाइल दो प्रकार की होती है, जिसमें हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल जो पूरी तरह से हवा में ही सफर करती है। जबकि दूसरी हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल जिसे पहले रॉकेट से लांच किया जाता है। और फिर यह अपने लक्ष्य की ओर ग्लाइड करती है।
कितनी पावरफुल है हाइपरसोनिक मिसाइल?
हाइपरसोनिक मिसाइल आधुनिक युद्ध में एक खतरनाक हथियार के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है। इसकी गति और सटीकता इसे अन्य मिसाइलों से अलग और ज्यादा प्रभावशाली बनाती है। जो कुछ ही सेकंडों में हजारों किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्य को ध्वस्त कर सकती है। प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक यह मिसाइल लगभग 1500 किलोमीटर दूर भी कई तरह के पेलोड ले जाने की क्षमता रखती है।
हाइपरसोनिक तकनीकी से लैस मिसाइल इतनी तेजी से चलती है, कि इन्हें रडार (हवाई रक्षा तंत्र) तकनीकी भी ट्रैक नहीं कर पाता। यही कारण है कि दुनिया भर के तमाम देश हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीकी के साथ अपनी सेनाओं को और ज्यादा सक्षम बनाना चाहते हैं।
- युद्ध के दौरान इनकी तेज गति दुश्मन के हमले का तुरंत जवाब देने में सहायक होती है।
- परमाणु और पारम्परिक दोनों ही तरह के हथियार ले जा सकती हैं.
- यह मिसाइल अत्याधुनिक नेविगेशन सिस्टम से लैस होती है, जिससे यह बेहद सटीकता के साथ अपने दुश्मन पर वार करती है।
- यह मिसाइल उड़ान के दौरान दिशा बदल सकती है, जिससे इसे रोक पाना और भी मुश्किल हो जाता है।
इन देशों के पास भी है हाइपरसोनिक मिसाइल
दुनिया भर के कई देशों के पास पहले से हाइपरसोनिक मिसाइल की तकनीकी उपलब्ध है। जिसमें मुख्य रूप से रूस, चीन और अमेरिका का नाम लिया जाता है। उनके साथ-साथ अब भारत भी हाइपरसोनिक मिसाइल की दौड़ में शामिल हो गया है। भारत की सेवा भी अब हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस होगी।