Airtel के 37 करोड़ यूजर्स का डाटा लीक, यहाँ पढ़ें क्या है हकीकत

एयरटेल टेलीकॉम के लगभग 37 करोड़ यूजर्स के डाटा लीक होने की खबर से हड़कंप मच गया है. जानकारी मिल रही है की जून 2024 में एयरटेल के सिस्टम में बड़ा साइबर अटैक हुआ था। जिसमें डार्क वेब हैकर्स ने बहुत बड़ी मात्रा में कस्टमर्स का डाटा अपने सर्वर पर डाउनलोड किया था. जिसे अब डार्क नेटवर्क पर बेचा जा रहा है. हालाँकि कम्पनी की ओर से इन सभी खबरो को नकारा जा चुका है।

एयरटेल के ग्राहकों का डाटा लीक

हालही में X (पहले ट्विटर) पर एक डार्क वेब न्यूज़ इन्फॉर्मर अकाउंट के जरिये एयरटेल के डाटा लीक होने की खबर सामने आई है. जिसमें बताया जा रहा है की एयरटेल के डेटाबेस को जून में किसी अज्ञात हैकिंग ग्रुप द्वारा हैक कर लगभग 37 करोड़ से भी ज्यादा कस्टमर्स का डाटा चुरा लिया गया था. जिसे अब डार्क नेटवर्क पर बिक्री के लिए लिस्ट किया गया है।

इस डाटा ब्रिज में यूजर्स के मोबाइल नंबर, नाम, एड्रेस, एयरटेल बैंकिंग से जुडी सेंसिटिव इनफार्मेशन, पिता का नाम, DOB, जेंडर, कनेक्शन टाइप, राष्ट्रीयता, सिम एक्टिवेशन डेट, फोटो आईडी प्रूफ डिटेल्स और आधार कार्ड डिटेल्स शामिल है. डार्क नेटवर्क पर BreachForums नाम के ग्रुप द्वारा इस डाटा की बिक्री की जा रही है. बताया जा रहा है की इस डाटा ब्रीज की घटना के पीछे डार्क नेट का एजेंट है. जिसका नाम xenZen है।

एयरटेल ने दावे को नकारा

Airtel Data Leaked News

एयरटेल डाटा ब्रीज की खबर से इंटरनेट पर सनसनी मच गई है. हालाँकि एयरटेल की ओर से इस सभी खबरों को नकार दिया गया है. कम्पनी की ओर से बयाना आया है की उनकी साइबर सिक्योरिटी टीम ने गहनता से जाँच की है की उनके डाटाबेस में हाल-फ़िलहाल में किसी भी प्रकार का साइबर अटैक नहीं हुआ है. डार्क नेट पर डाटा बिक्री की खबरें पूरी तरह से बेबुनियाद है।

इसके साथ ही हैकर्स के ग्रुप के एक मेंबर ने यह भी दावा किया है की उसने External Affairs के Diplomatic Passport Holders के डाटा की भी बिक्री की है. जिसका साफ मतलब ये हुआ की ये डाटा भी साइबर अटैक की चपेट में आ गया है. जो वाकई में लोगों की निजता और सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है।

कम्पनी ने बयान दिया है की डार्क नेटवर्क पर जो डाटा बेचा जा रहा है वो जनवरी 2024 में हुए डाटा ब्रीज का हिस्सा है. यानि हाल फ़िलहाल में कम्पनी पर कोई साइबर अटैक नहीं हुआ है.

जानकारी के लिए बता दे डाटा ब्रीज एक गंभीर समस्या है. जिसमे अनैतिक इरादों के साथ किसी भी कम्पनी के डेटाबेस में सेंध लगाकर उसके कस्टमर्स की जानकारी चुरा ली जाती है. जिसे डार्क नेटवर्क पर बेचकर पैसा कमाया जाता है. इस डाटा को खरीदकर इसका काई प्रकार से इस्तेमाल किया जाता है. जिनमें स्कैम और प्रचार मुख्य काम है।

boAt भी हो चुकी है शिकार

Forbs की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2024 में boAt कम्पनी पर भी साइबर अटैक हुआ था. जिसमें कस्टमर्स की निजी जानकारी जैसे मोबाइल नंबर, इमेल्स, कस्टमर्स ID, एड्रेस जैसी महत्वपूर्ण जानकारी लीक हुई थी. बॉट पर हुए इस साइबर अटैक में लगभग 7.5 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स का डाटा लीक हुआ था. हालाँकि इसके बाद कम्पनी ने कस्टमर्स के डाटा की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाये है।

कई बड़ी कम्पनियाँ साइबर हमलों से गुजर चुकी हैं

टेक्नोलॉजी के दौर में आये दिन किसी न किसी कम्पनी या संस्था पर साइबर हमला होता रहता है. गत वर्ष के रिकॉर्ड के मुताबिक कई बड़ी कंपनियों को साइबर हमलों का सामना करना पड़ा है. जिनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, SBI बैंक, Zomato और जिओ मार्ट का नाम शामिल है.

  • जनवरी 2023 में एयर इंडिया के लगभग 4.6 करोड़ यात्रियों का डाटा लीक हुआ।
  • मार्च 2023 में ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी एप्प Zomato के लगभग 5 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों का डाटा लीक हुआ।
  • मई 2023 में JioMart पर रैनसमवेयर हमला हुआ।
  • Adani Power भी रैनसमवेयर हमलें का शिकार हो चुका है।
  • Maruti Suzuki और SBI Bank पर DDoS प्रकार का साइबर अटैक हुआ।

डार्क नेटवर्क इंटरनेट की ऐसी जगह है, जहाँ ज्यादातर गैर-कानूनी कामों को अंजाम दिया जाता है. जहाँ किसी भी यूजर को ट्रैक करना या उसकी पहचान करना लगभग नामुमकिन है. जिसके चलते ये हैकर्स और अनैतिक कार्यो में लिप्त लोगो का एक डिजिटल अड्डा बन गया है।

निष्कर्ष : इस न्यूज़ में हमने हाल ही में भारती एयरटेल पर हुए साइबर हमले और डाटा ब्रीच की घटना का विवरण दिया है. हालाँकि हम इस साइबर अटैक की पुष्टि नहीं करते है. कम्पनी द्वारा इस डाटा ब्रीज को नकार दिया गया है. इस लेख का सोर्स गूगल है. जिसमे किसी भी प्रकार की त्रुटि पाई जाती है, तो आप हमारी टीम को सूचित कर सकते है।

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