डॉ मनमोहन सिंह बायोग्राफी : डॉ मनमोहन सिंह का नाम भारतीय राजनीति में एक ऐसा नाम है, जो सरलता, ज्ञान और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। वे एक अर्थशास्त्री, शिक्षक और राजनेता के रूप में पहचाने जाते हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर से लेकर ग्रामीण स्तर तक कई योजनाओं के माध्यम से देश विकास और आर्थिक मजबूती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आइये इस लेख डॉ मनमोहन सिंह बायोग्राफी में उनके जीवन को करीब से जानने का प्रयास करते हैं।
डॉ मनमोहन सिंह बायोग्राफी
नाम | डॉ मनमोहन सिंह |
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जन्म | 26 सितंबर 1932 |
स्थान | पंजाब के गाह गांव |
पिता का नाम | गुरमुख सिंह |
माता का नाम | अमृत कौर |
उच्च डिग्री | PHD (अर्थशास्त्र) |
उपलब्धि | देश के 13वें प्रधानमंत्री और RBI के 15वें गवर्नर |
देहांत | 26 दिसंबर 2024 (92 वर्ष) |
जन्म और शुरुआती जीवन
डॉ मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को पंजाब के गाह गांव में हुआ था। जो अभी पाकिस्तान का हिस्सा है। उनके पिता का नाम गुरमुख सिंह और माता का नाम अमृत कौर है। मनमोहन सिंह सिख समुदाय से तालुकात रखते हैं। भारत और पाकिस्तान विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आकर अमृतसर में बस गया।
डॉ मनमोहन सिंह शिक्षा
मनमोहन सिंह बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार छात्र थे। जिन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा पंजाबी विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से पूरी की है। इसके बाद 1952 में बीए ऑनर्स (पंजाब विश्वविद्यालय), 1954 एम. ए. ऑनर्स अर्थशास्त्र (पंजाब विश्वविद्यालय) और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री हासिल करते हुए अपनी शैक्षणिक योग्यता को मजबूती दी। इन्हें अर्थशास्त्र की काफी गहरी जानकारी है।
डॉ मनमोहन सिंह के राजनीतिक करियर की शुरुआत
साल 1966 में डॉ. मनमोहन सिंह संयुक्त राष्ट्र के एक संगठन यूएनसीटीएडी में काम करने लगे। यह उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत मानी जाती है। यहां से वे राजनेताओं के संपर्क में आने लगे और राजनीति की गणित सीखी।
1971 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल के दौरान डॉ मनमोहन सिंह को उनकी अर्थशास्त्र की खूबी को देखते हुए वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया।
1982 में मनमोहन सिंह ने भारतीय रिजर्व बैंक के 15वें गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला।
1991 में जब भारत गंभीर आर्थिक संकटों का सामना कर रहा था, तब तात्कालिक प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने डॉ मनमोहन सिंह को वित्त मंत्री के पद पर बिठाया।
वित्त मंत्री का पद संभालते हुए मनमोहन सिंह ने कई आर्थिक नीतियों का संचालन किया। और भारत की अर्थव्यवस्था वैश्वीकरण और उदारीकरण की ओर बढ़ने लगी।
सन 2004 को डॉ मनमोहन सिंह भारत के 13वें प्रधानमंत्री बने और लगातार 10 सालों ( 2014) तक प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला। अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान मनमोहन सिंह ने कई बड़ी सफलताएं हासिल की और देश की आर्थिक स्थिति को मजबूती दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डॉ मनमोहन सिंह महत्वपूर्ण राजनीतिक फैसले
- साल 2008 में अमेरिका के साथ हुए परमाणु समझौते ने भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। यह समझौता डॉ मनमोहन सिंह के मार्गदर्शन से ही संभव हो पाया था।
- 1991 में उदारीकरण और वैश्वीकरण की आर्थिक नीतियों के तहत टैक्स सुधार, विदेशी निवेश को बढ़ावा देना और वित्तीय ढांचे को मजबूती देना मनमोहन सिंह के करियर की बड़ी उपलब्धि है।
- ग्रामीण विकास के लिए नरेगा रोजगार योजना का सृजन किया। जो आज भी जारी है।
डॉ मनमोहन सिंह की मौत कब और कैसे हुई ?
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर 2024 को 92 वर्ष की उम्र में निधन हुआ है। वे उम्र संबंधित बीमारियों से लड़ रहे थे। अपने जीवन के अंतिम क्षण वे अपने घर पर ही थे। जहां उनको अचानक बेहोशी आने लगी। उन्हें तुरंत दिल्ली के एम्स मेडिकल इमरजेंसी पहुंचाया गया। जहां उन्होंने रात 9:51 पर अंतिम सांस ली। उनके देहांत की खबर से राजनीतिक गलियारों में मायूसी छाई हुई है।