Ericsson Jio Airtel Joint Venture: एरिक्सन ने जियो और एयरटेल के साथ मिलकर शुरू की नई सर्विस, मिलेंगे कई फायदें

Ericsson Jio Airtel Joint Venture: एरिक्सन (Ericsson) ने 12 से ज्यादा टेलीकॉम ऑपरेटरों के साथ सामूहिक वेंचर तैयार किया है। जिसमे मुख्य रूप से एयरटेल और जियो भी शामिल हुई है। इस सामूहिक वेंचर को बनाने के पीछे एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (APIs) नेटवर्क एप्लीकेशन की बिक्री करना है। ताकि डिजिटल सर्विसेज में इनोवेशन को बढ़ावा मिले और फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस में होने वाले फ्रॉड को काफी हद तक काम किया जा सके। एरिक्सन क्या है और इस सामूहिक वेंचर से क्या फायदा मिलेगा ? आईए इसके बारे में चर्चा करते हैं।

Ericsson Jio Airtel Joint Venture

एरिक्सन ज्वाइंट वेंचर में 12 टेलीकॉम ऑपरेटरों को जगह मिली है। जिसमें भारत की दिग्गज टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी जियो और एयरटेल भी शामिल है। इसके माध्यम से APIs नेटवर्क एप्लीकेशन बेचने की प्रक्रिया की जाएगी। जो डिजिटल सर्विस में इनोवेशन लाएगी। साथ यह यूजर को कई अन्य सुविधाएं और कस्टमाइजेशन फीचर्स भी देगी। मगर इसका सबसे ज्यादा फायदा ऑनलाइन फ्रॉड ट्रांजैक्शंस को रोकने में मिलेगा।

APIs के इस्तेमाल से यूज केसेस को खोल दिया गया है। जिसकी मदद से किसी भी डिवाइस के स्टेटस को ट्रैक करना और वीडियो क्वालिटी को अपनी जरूरत के मुताबिक एडजस्ट करना जैसे काम आसानी से किया जा सकते हैं।

स्वीडिश टेलीकॉम गियर की होगी 50% हिस्सेदारी

एरिक्सन के इस ज्वाइंट वेंचर में स्वीडिश टेलीकॉम गियर कंपनी की 50% शेयर होल्डिंग होगी। जबकि शेष 50% में अन्य कंपनियां की शेयर होल्डिंग होगी। यह लेनदेन 2025 के शुरुआत में पूरी की जा सकती है। साथ ही इसे रेगुलेटरी अप्रूवल भी मिल सकता है। इस ज्वाइंट वेंचर में अमेरिका मोविल, एटी एंड टी, ऑरेंज, सिंगटेल, टेलीफ़ोनिका, टेल्स्ट्रा, टी-मोबाइल और वोडाफोन का नाम शामिल है. जबकि स्वीडिश की भी तीन टेलीकॉम कम्पनियाँ इसमें शामिल होने में रूचि दिखा रही है. वोनेज और गूगल क्लाउड एक्सेस उपलब्ध कराएंगे। इनके अलावा इसमें नई कंपनियों के डेवलपर प्लेटफॉर्म एचसीपी (हाइपरस्केलर्स), CPaaS, SIs (सिस्टम इंटीग्रेटर्स), ISV ( Independent Software Vendors) का भी नाम शामिल है. जो APIs नेटवर्क उपलब्ध कराएंगे। यह प्रोजेक्ट पूर्ण रूप से GSMA और लिनक्स द्वारा संचालित एक ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट है।

एरिक्सन जॉइंट वेंचर के फायदें

  • यह सॉफ्टवेयर और APIs ऑनलाइन खरीदारी को सुरक्षित बनता है। जिसमें मुख्य रूप से क्रेडिट कार्ड की लेनदेन में होने वाले फ्रॉड में कमी होगी।
  • इससे बैंक और वित्तीय लेनदेन में होने वाले फ्रॉड को कम करने के साथ-साथ फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन में भी काफी हद तक मदद मिलेगी। क्योंकि यह सीधे तौर पर डिवाइस की जानकारी को सेव करता है।
  • कस्टमाइजेशन की सुविधा उपलब्ध होने के चलते यह गेमर के लिए भी एक बड़ा फायदेमंद कदम होगा। गेमर्स अपने मन मुताबिक कस्टमाइज करके गेमिंग एक्सपीरियंस को बेहतर बना सकते हैं। साथ ही वीडियो क्वालिटी भी एडजस्ट कर सकते हैं।
  • बिजनेस के क्षेत्र में भी बड़ा बदलाव आएगा। ग्राहक ऑनलाइन स्टोर और ग्राहक सेवा सिस्टम आदि को बड़ी आसानी से APIs की मदद से तैयार कर सकेंगे।
  • एरिक्सन ज्वाइंट वेंचर APIs बाजार को बढ़ावा देगा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक के यह बाजार कुछ ही सालों मे लगभग 300B डॉलर पार करने वाला है।
  • कई कंपनियों का एक साथ ज्वाइंट वेंचर बनने से छोटी कंपनियों को नुकसान का जोखिम कम होगा। साथ ही उन्हें इनिशियल ग्रोथ में भी मदद करेगा।

एरिक्सन कंपनी के बारे में

एरिक्सन एक बहुत बड़ी कंपनी है। जो दुनियाभर में नेटवर्क और दूरसंचार के क्षेत्र में सुविधा/सर्विस उपलब्ध कराती है। यह मुख्य रूप यह बड़ी कंपनियों को डाटा और APIs सिस्टम उपलब्ध कराने में मदद करती है। जिसमें मुख्य रूप से मोबाइल फोन, टॉवर, बेस स्टेशन, इंटरनेट, खरीददारी, साइबर सुरक्षा और टेलीविजन सुविधाएं शामिल है।
एरिक्सन कंपनी की स्थापना साल 1876 में लार्स मैग्नस एरिक्सन द्वारा की गई थी। जो शुरुआत में तो टेलीग्राफ उपकरण बनाने का काम करती थी। मगर इसमें बदलाव को स्वीकारते हुए टेलिफोन सिस्टम की ओर ध्यान केंद्रित किया। 21वीं सदी तक आते-आते कंपनी ने दुनिया भर में अपनी सुविधा उपलब्ध कराते हुए जबरदस्त सफलता हासिल की है।

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