गूगल द्वारा हाल ही में क्वांटम कंप्यूटिंग “विलो चिप” (Willow Chip) लॉन्च की है। जो क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र की अब तक की सबसे पावरफुल चिप मानी जा रही है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। जिसके बाद दिग्गज कारोबारी एलन मस्क ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। आइए जानते हैं गूगल की क्वांटम विलो चिप कितनी दमदार है? और यह तकनीकी दुनिया को किस तरह प्रभावित करेगी।
गूगल ने तैयार की क्वांटम कंप्यूटिंग चिप Willow
गूगल ने तकनीकी दुनिया ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। गूगल के सीईओ ने सोमवार को ट्वीट कर अपनी नई क्वांटम कंप्यूटिंग चीप विलो का दुनिया से परिचय कराया है। यह क्वांटम चिप मुश्किल से मुश्किल टास्क को भी चंद सेकंडों में या मिनटभर में पूरा कर सकती है। इसके बाद पैरेलल यूनिवर्स और मल्टीवर्स जैसे कॉन्सेप्ट भी चर्चाओं में है। माना जा रहा है कि गूगल की यह क्वांटम कंप्यूटिंग चिप तकनीकी भविष्य को पूरी तरह से बदलने वाली है। जिसे कोई नेक्स्ट जेनरेशन चिप तो कोई सुपर ब्रेन बता रहा है। इस चिप को गूगल ने Saint Barbara स्थित कंपनी के क्वांटम लैब में बनाया है।
सुंदर पिचाई के मुताबिक Willow Chip में ज्यादा से ज्यादा क्यूबिट्स का इस्तेमाल किया गया है। जिसके चलते यह चिप किसी भी टास्क को पूरा करने के दौरान कम से कम गलतियां करेगी। यह क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र की आगामी 30 साल की समस्याओं को आसानी से हल करने की क्षमता के साथ डिजाइन की गई है।
गूगल की क्वांटम कम्प्यूटिंग Willow Chip कितनी पॉवरफुल है
गूगल ने इस चिप को लेकर दावा किया है कि यह मुश्किल से मुश्किल मैथमेटिकल प्रॉब्लम्स को भी आसानी से हल कर सकती है। कुछ ऐसी पहेलियां या टास्क जिन्हें हल करने में शायद सुपर कंप्यूटर को भी ब्रह्मांड की उम्र से भी ज्यादा समय लग सकता है। ये टास्क Willow Chip की मदद से केवल 5 मिनट में ही हल हो जाएंगे। आसान शब्दों में समझे तो जिसक काम को सुपर कंप्यूटर 10 सेप्टिलियन साल में पूरा करने की क्षमता रखते हैं। उसी काम को यह चिप केवल 5 मिनट में पूरा कर देगी।
क्वांटम कंप्यूटिंग चिप “क्वांटम मैकेनिक्स” के सिद्धांत पर काम करती है। जो किसी सामान्य ट्रेडिशनल कंप्यूटर की तुलना में ज्यादा तेजी से समस्या को हल करने की क्षमता रखती है। जहां एक और ट्रेडिशनल कंप्यूटर बिट्स पर काम करते हैं। यानि 0 और 1 के रूप में प्रोसेस करते हैं। वही क्वांटम कंप्यूटिंग “क्यूबिट” के आधार पर काम करती है। यानी इसमें 1 या 0 या दोनों एक साथ (सुपर पॉजिशन में) हो सकते हैं। जिसके चलते मुश्किल और जटिल समस्याएं भी कम समय में आसानी से हल हो जाती है।
एलन मस्क की आई प्रतिक्रिया
सुंदर पिचाई के ट्वीट के बाद एलन मस्क ने भी Willow Chip को लेकर हैरानी जताई है। उन्होंने ट्वीट पर प्रतिक्रिया में “WOW” लिखा हैं।
तकनीकी क्षेत्र में क्वांटम चिप एक बड़ी सफलता है। क्योंकि क्यूबिट्स का असर एक-दूसरी क्यूबिस्ट पर स्वाभाविक रूप से पड़ता है। किसी भी एक क्यूबिट में कोई छोटी बड़ी दिक्कत आती है तो पूरी कैलकुलेशन में ही गड़बड़ हो जाती है। जिसके कारण अंतिम परिणाम भी गलत आता है। साथ ही चिप में जितनी ज्यादा क्यूबिट्स का इस्तेमाल किया जाएगा। गड़बड़ी होने का खतरा भी उतना ही बढ़ जाता है। मगर गूगल की यह विलो चिप सभी गड़बड़ियों की संभावनाओं के परे साबित हुई है।
Willow Chip किस क्षेत्र में काम आएगी
इसे चिप का इस्तेमाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मेडिकल सेक्टर, एनर्जी सिस्टम और फ्यूल एनर्जी रिसर्च जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा। खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में यह चिप बड़ी मददगार साबित होगी। AI मॉडल को ट्रेन करने से लेकर उसे बड़ी मात्रा में डाटा देने तक यह चिप बड़ी भूमिका निभाएगी। जिसके चलते कोई भी मॉडल चंद सेकंड में ही दुनिया भर को जानकारी हासिल कर सकेगा।