अगर आप किसी बड़े टैक्स चोर या काले धन के मालिक को जानते हैं तो यह जानकारी आपको करोड़पति बन सकती है। केंद्र सरकार की एक खास योजना ITI Reward scheme 2018 के तहत कोई भी आम नागरिक टैक्स चोरी की मुखबिरी करके सरकार से अधिकतम 5 करोड रुपए तक का इनाम हासिल कर सकता है। इस योजना का उद्देश्य टैक्स चोरी को रोकना और पारदर्शी वित्तीय व्यवस्था को बढ़ावा देना है। चलिए जानते हैं आईटीआई इनाम योजना 2018 क्या है? और इसका लाभ कैसे उठाया जा सकता है।
आयकर विभाग की ITI Reward scheme से मिलेंगे 5 करोड़
मोदी सरकार ने मई 2018 में Income Tax Informants Reward Scheme (ITI इनाम योजना 2018) की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति चाहे वो भारत का नागरिक हो या विदेशी हो, आयकर विभाग को टैक्स चोरी या काले धन से जुड़ी जानकारी देकर इनाम का हकदार बन सकता है। खास बात ये है कि अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति या संस्था की जानकारी देते हैं जो विदेशी बैंकों में अवैध संपत्ति छुपाए हुए हैं, तो सरकार आपको 5 करोड़ रुपये तक का इनाम देगी। इसका आलावा BTI इनाम योजना 2018 के तरह भी 1 करोड़ रूपये की राशि इनाम में दी जाएगी।
यह इनाम सीधे आयकर विभाग द्वारा तय किया जाता है और सूचनादाता (जानकारी देने वाले) की पहचान पूरी तरह से गुप्त रखी जाती है। यानी न तो आपका नाम सार्वजनिक किया जाएगा, और न ही किसी कानूनी पचड़े में डाला जाएगा।
आईटीआई इनाम योजना 2018 के तरह काले धन की रिपोर्ट कैसे करें?
इस योजना के तहत सूचना देने की प्रक्रिया काफी सरल और पारदर्शी रखी गई है। अगर आपके पास किसी भी तरह की टैक्स चोरी की जानकारी है तो आपको आयकर विभाग से एनेक्सचर ए फार्म प्राप्त करके उसे सही से भरना होगा। फार्म के साथ ही टैक्स चोरी के सबूत और अन्य जरूरी दस्तावेज भी अटैच करने होंगे। यह फॉर्म आयकर विभाग में सबमिट करने के बाद इस पर जांच की जाएगी। अगर जानकारी सही पाई जाती है और टैक्स रिकवरी होती है तो सूचना देने वाले को इनाम दी जाएगी। हालांकि गलत सूचना देकर आयकर विभाग को गुमराह करना आपको कानूनी पचेड़े में फंसा सकता है।