Kanpur Dehat News: उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यापार को बढ़ावा देने और रोजगार के नए आयाम स्थापित करने के लिए 50 एकड़ भूमि आवंटित की है। जिसे जल्द ही उद्योग विभाग को स्थानांतरित किया जाएगा। इस 50 एकड़ जमीन को इंडस्ट्रियल एरिया के रूप में विकसित किया जाएगा। जो अकबरपुर तहसील के कुंभी में आवंटित की गई है। यहां छोटी-बड़ी 150 से ज्यादा फैक्टरियां खड़ी की जाएगी। जो उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर कम करने और स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने में अग्रणी होगी। आईए इसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी लेते हैं।
50 एकड़ में 150 फैक्टरी लगाने का प्लान
उपायुक्त उद्योग मोहम्मद साऊद के मुताबिक अकबरपुर के कुंभी में आवंटित यह 50 एकड़ जमीन अगले 7 से 10 दिनों में उद्योग विभाग को स्थानांतरित कर दी जाएगी। जहां जल्द ही इंडस्ट्रियल एरिया की तर्ज पर काम शुरू होगा। यह इंडस्ट्रियल एरिया प्रदेश के रनियां में स्थित औद्योगिक क्षेत्र के बाद दूसरा सबसे बड़ा औद्योगिक स्थान बनेगा। जहां छोटी-बड़ी 150 फैक्टरिया संचालित होगी। इन फैक्ट्री में मुख्य रूप से स्टील, केमिकल, प्लास्टिक, फूड, तेल और अन्य घरेलू सामान तैयार किये जाएंगे। और पूरे भारत में निर्यात होंगे।
उद्योग विभाग से मिलेंगी कई सुविधाएँ
उद्योग विभाग को जमीन स्थानांतरित होने के बाद जिला उद्योग केंद्र विभाग इस इंडस्ट्रियल एरिया को विकसित के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। जिसमें ट्रीटमेंट प्लांट, इफ्युलिएंट ट्रीटमेंट प्लांट, सीवर, सड़क, पर्याप्त बिजली और पानी सहित अन्य कई सुविधाएं शामिल है। यह जमीन सर्किल रेट पर उपलब्ध कराई गई है। जो हाइवे के काफी नजदीक है। जिसके चलते कच्चा समान इंपोर्ट (आयात) करने और प्रोडक्ट (उत्पाद) निर्यात करने में सुविधा मिलेगी।
स्थानीय लोगों को होगा फायदा
अकबरपुर में यह इंडस्ट्रियल एरिया स्थापित होने से यहां के स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। जहां लोग रोजगार की तलाश में प्रदेश के दूसरे जिलों और प्रदेश के बाहर जाते हैं। वह अब आसपास ही रोजगार करके अपना जीवन व्यापन कर सकेंगे। 50 एकड़ में डेढ़ सौ कंपनियां स्थापित होने पर यह सीधे तौर से 5 से 7 हज़ार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगी। इसके अलावा लगभग 12 से 15 हज़ार लोगों के लिए कमाई का माध्यम बनेगी। जो इन फैक्ट्री के आसपास दुकान लगाकर और अन्य कई प्रकार से अपना गुजारा कर सकेंगे।
रनियां और जैनपुर में करीब 400 छोटी-बड़ी फैक्ट्रियां संचालित हो रही है. जिनके माध्यम से करीब 20,000 लोग सीधे और अनौपचारिक रूप से रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। ऐसे में अकबरपुर में डेढ़ सौ मध्यम, लघु और सुक्ष्म फैक्टरियां संचालित होने से प्रदेश की बेरोजगारी दर कम होगी और राज्य की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
यह इंडस्ट्रियल एरिया स्थापित होने के बाद आसपास के गांव की जमीन को भी लघु औद्योगिक क्षेत्र (मिनी इंडस्ट्रियल क्लस्टर) के रूप में विकसित किया जा सकेगा. जो ग्रामीणों के लिए एक बड़ा फायदा होगा। साथ ही उनकी जमीन की कीमतों में भी बढ़ोतरी होगी और वे आर्थिक रूप से मजबूत होंगे।
अकबरपुर UP की बड़ी सड़कों से सीधी तौर पर जुड़ा हुआ है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 332 पर स्थित है। जो इसे कई बड़े शहरों से जोड़ता है। इसके अलावा अकबरपुर का रेलवे स्टेशन भी यहां परिवहन को और अधीक सुलभ बनाता है। वही अयोध्या एयरपोर्ट, लखनऊ चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और वाराणसी लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बेशक दूरी पर है। मगर यह भी काफी हद तक परिवहन को आसान और सुलभ बनाने में मददगार होंगे। परिवहन के नजरिए से इस इंडस्ट्रियल एरिया को काफी फायदा मिलने वाला है। जो यहां बनाए जाने वाले प्रोडक्ट (उत्पाद) की सप्लाई चैन को मजबूत करेंगे।