भारत और पाकिस्तान के बीच जारी जंग के बीच भारत का शस्त्रागार सुर्खियों में है। 10 मई की सुबह भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिनमें कथित तौर पर ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल हुआ। ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस की संयुक्त परियोजना है। जो दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक मानी जाती है। चलिए जानते हैं ब्रह्मोस मिसाइल क्या है और इसके बारें में अन्य जरूरी जानकारी लेते हैं.
क्या है भारतीय सेना की सबसे बड़ी ताकत ब्रह्मोस मिसाइल
ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस द्वारा तैयार की गई. जिसका 12 जून 2001 को सफल परीक्षण किया गया था. यह दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है। जो 2.8 से 3.0 मैक की गति से उड़ान भरती है. जिसके चलते दुश्मन को प्रतिक्रिया करने का समय ही नहीं मिल पाता। ब्रह्मोस मिसाइल को 290 से 800 किलोमीटर की मारक क्षमता के साथ जमीन, समुद्र, वायु और पनडुब्बी से लॉन्च किया जा सकता है. इसके सटीक लक्ष्य और तेज रफ़्तार के कारण दुश्मन के रडार और डिफेन्स सिस्टम के लिए इसे ट्रैक करना और रोकना लगभग नामुमकिन है.
ब्रह्मोस मिसाइल की कीमत कितनी है
ब्रह्मोस मिसाइल को तैयार करने के लिए भारत और रूस ने 2,135 करोड़ रुपये से भी अधिक का खर्च किया था. जिसमें से भारत ने 50.05% और रूस ने 49.05% भुगतान किया था. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक ब्रह्मोस मिसाइल की बाजार में कीमत करीब 40 करोड़ रूपये रखी गई थी. हालाँकि वर्तनाम में इसकी कीमत कितनी है.. इसको लेकर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है.
ब्रह्मोस मिसाइल की खूबियाँ
- ब्रह्मोस की एक्सटेंडेड रेंज लगभग 1500 किलोमीटर है. यानि इतनी दूरी पर मौजूद दुश्मन को भी यह मिसाइल ध्वस्त करने की क्षमता रखती है.
- ब्रह्मोस के कई वर्जन तैयार किये गए है. जो दुश्मन की स्थिति के हिसाब से इस्तेमाल किये जा सकते हैं.
- इसे हवा, जल धरातल और जहाज/पनडुब्बी कहीं से भी लॉन्च किया जा सकता हैं.
- इसकी तेज रफ़्तार के आगे दुश्मन का रडार भी मात खा जाता है.
- यह एक साथ 200 से अधिकतम 300 किलो विस्फोटक ले जाने की क्षमता रखती है. जो दुश्मन के काफी बड़े इलाकें को बर्बाद कर सकता है.