जब से बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने साध्वी जीवन अपनाया है। तब से उनको लेकर तरह-तरह के विवाद होते रहे हैं। पहले उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई थी। मगर उन्हें इस पद से भी हटा दिया गया। दूसरी ओर प्रसिद्ध योग गुरु बाबा रामदेव से लेकर धीरेंद्र शास्त्री तक सभी ने ममता कुलकर्णी पर सवाल उठाए हैं। जिन पर ममता कुलकर्णी ने आप की अदालत शो में प्रतिक्रिया दी है। जिसके बाद ममता कुलकर्णी और पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बीच कंट्रोवर्सी खड़ी हो गई है।
ममता कुलकर्णी का धीरेंद्र शास्त्री को करारा जवाब
90 के दशक की प्रसिद्ध अदाकारा ममता कुलकर्णी ने 25 सालों तक इंडस्ट्री से दूर रहते हुए गहन साधना की और महाकुंभ 2025 में उन्होंने किन्नर अखाड़े से दीक्षा लेकर साध्वी जीवन को गले लगा लिया। उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई थी। मगर किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय कुमार दास ने उनसे यह उपाधि छीन ली और उन्हें उपाधि देने वाले लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी अखाड़े से निष्कासित कर दिया।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने ममता कुलकर्णी के साध्वी बनने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने ममता कुलकर्णी पर निशाना साधते हुए कहा था कि महामंडलेश्वर के पद का सम्मान उन व्यक्तियों के लिए सुरक्षित रखा जाना चाहिए। जो वास्तव में एक संत की भावना का प्रतीक है। और पद की मान मर्यादा को बनाए रख सकते हैं। जिसके जवाब में रजत शर्मा के शो आप की अदालत में ममता कुलकर्णी ने आक्रामक तरीके से प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहले आप अपने गुरु से जाकर पूछे कि मैं (ममता कुलकर्णी) कौन हूं. और फिर चुप रहे. एक्ट्रेस आगे कहती है कि जितनी धीरेंद्र शास्त्री की उम्र है उतने साल मैंने ध्यान और गहन तपस्या की है।
पैसे देकर हासिल किया महामंडलेश्वर का पद
पहले आरोप लगाए गए थे की ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर पद को हासिल करने के लिए करोड़ों रुपए दिए हैं। जिसके जवाब में भी ममता कहती है कि मेरे सारे अकाउंट आरोपों के चलते फ्रीज है। और उनके पास कुछ खास पैसा नहीं है। तो मैं मंडलेश्वर पद के लिए धनराशि कैसे दे सकती हूं। तमाम घटनाक्रम से यह तो साफ हो गया है कि साध्वी जीवन अपनाने के बावजूद एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी के जीवन की चुनौतियां अभी भी खत्म नहीं हुई। उनके लिए आगे का सफर और मुश्किलों से भरा नजर आ रहा है।