पवन सिंह की फिल्म से किया था डेब्यू, फिर भी क्यों नहीं चला पायस पंडित का जलवा, इंटरव्यू में किया बड़ा खुलासा

पायस पंडित सिनेमा जगत की जानी-मानी एक्ट्रेस हैं। जिन्होंने एंकरिंग का काम छोड़ सिनेमा जगत में कदम रखा। हिंदी सिनेमा में कई छोटे-बड़े रोल करने के बाद जब उनकी दाल नहीं गली तो उन्होंने भोजपुरी सिनेमा की ओर कदम बढ़ाए।

इनकी भोजपुरी सिनेमा में पहली ही फिल्म पावर स्टार पवन सिंह के साथ थी। मगर पवन सिंह की फिल्म से भोजपुरी सिनेमा में लांच होने के बावजूद पायस पंडित को वह सफलता नहीं मिल सकी जो उन्हें मिलनी चाहिए थी। हाल ही में उन्होंने अपनी आगामी फिल्मों की जानकारी देते हुए अपने सिनेमा करियर में आई चुनौतियां पर चर्चा की है।

पायस पंडित का सिनेमा सफर

पायस पंडित का जन्म 31 दिसंबर 1991 को बिहार के मिर्जापुर में हुआ था। ब्राह्मण परिवार में जन्मी पायस अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद महुआ चैनल में एंकर की नौकरी करने लगी। मगर दोस्तों के कहने से उन्होंने एंकर की नौकरी छोड़ एक्टिंग क्लासेस जॉइन की और अपने सिनेमा परिवार की शुरुआत की।

पायस पंडित कहती है कि मुंबई में जाते ही उन्हें काम मिल गया। मगर पहले प्रोजेक्ट के बाद उन्हें लंबे समय तक स्ट्रगल करना पड़ा। पायस ने भाभी जी घर पर है, मेरे डैड की दुल्हन, सपने सुहाने लड़कपन के, सावधान इंडिया, क्राइम पेट्रोल और बंधन टूटे ना जैसे कई टीवी शो में काम करते हुए अपने करियर को मजबूती दी।

पायस पंडित की भोजपुरी सिनेमा में एंट्री

जब पायस पंडित को हिंदी सिनेमा में कोई खास प्रभावशाली रोल नहीं मिला, तो उन्होंने भोजपुरी सिनेमा की ओर रुख किया। साल 2014 में पायस पंडित को पवन सिंह की लोहा पहलवान (रिलीज 2018) फिल्म में हीरोइन के तौर पर काम करने का मौका मिला। मगर यह फिल्म लंबे समय तक रिलीज ही नहीं हुई। इसके बाद पायस ने नागराज फिल्म में काम किया। जो लोहा पहलवान से पहले रिलीज हुई। जो उनके भोजपुरी करियर की शुरुआत मानी जाती है।

पायस ने लोहा पहलवान, नागराज, हमार मर्द के मेहरारू और ई रिश्ता जन्म-जन्म के जैसी भोजपुरी फिल्मों में काम किया है। इसके बाद लंबे समय तक पायस को भोजपुरी सिनेमा में कोई बड़ा रोल नहीं मिला। वह कई राजनीतिक पार्टियों के साथ भी मंच पर नजर आ चुकी है। मगर उनका राजनीति में कोई खास सफर नहीं रहा।

हमेशा बोल्ड फिल्मों से बनाई दूरी

पायस एक ब्राह्मण परिवार से आती है। जहां बोल्ड सीन वाली फिल्मों में काम करना पाप माना जाता है। वह कहती है कि उनके भोजपुरी सिनेमा में आने से उनके परिवार वाले काफी चिंतित रहते थे, कि उनकी बेटी किस तरह की फिल्में कर रही होगी। मगर जब उनकी पहली फिल्म आई तो परिवार वाले निश्चिंत हो गए कि, मैं किसी भी तरह के कोई बोल्ड सीन नहीं करूंगी। पायस ने बोल्ड सीन वाली फिल्मों को रिजेक्ट करना अपना असफलता का एक बड़ा कारण भी बताया है।

अब पायस पंडित शकुंतला और सास की सगाई दो फिल्मों के साथ वापसी कर रही है। जिसमें शकुंतला फिल्म एक महिला के जीवन और संघर्ष की कहानी के आधार पर तैयार की गई है। जो जल्द ही रिलीज होने वाली है।

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