पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर महिला स्टार्टअप योजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें व्यवसाय के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत महिलाओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता, कौशल विकास और व्यवसाय प्रबंधन से संबंधित मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
इस योजना के माध्यम से महिलाएं अपने व्यापारिक विचारों को साकार कर सकेंगी, जिससे न केवल उनके आत्मनिर्भर बनने का रास्ता प्रशस्त होगा बल्कि समाज में उनकी स्थिति और सशक्त होगी। योजना में शामिल सुविधाओं में लोन, ट्रेनिंग प्रोग्राम्स, सरकारी सब्सिडी और अन्य आवश्यक सहयोग शामिल है।
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पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर महिला स्टार्टअप योजना
महाराष्ट्र सरकार कि इस योजना को लेकर लंबे समय से खबरें मिल रही थी। जिसे अब अधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया गया है। जो मुख्य रूप से महिला उद्यमियों के लिए फायदेमंद होगी। जैसा की देश के मजबूत आधार और विकास में महिलाओं का बड़ा योगदान है। जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने महिलाओं को व्यवसाय के क्षेत्र में आगे बढ़ाने और सशक्त करने के लिए इस योजना को लागू किया है। इस योजना के माध्यम से उन महिलाओं को आर्थिक रूप से सहायता दी जाएगी, जो अपना स्टार्टअप या लघु उद्योग (small business) चलाती है।
पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर महिला स्टर्टअप योजना के उद्देश्य
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार ने महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप को शुरुआत से ही आर्थिक रूप से सहायता देने वाली इस योजना को स्वीकृति दी है। जिसके कई उद्देश्य हैं।
- सरकार इस योजना के माध्यम से महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना चाहती है।
- महाराष्ट्र सरकार महिलाओं के माध्यम से स्टार्टअप और व्यवसाय के क्षेत्र में राज्य को अग्रणी बनाना चाहती है।
- महिलाओं के नेतृत्व में चल रहे स्टार्टअप को बढ़ावा देना। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। ताकि रोजगार सृजन को बढावा मिले।
- यह योजना महिलाओं को स्टार्टप के विस्तार के लिए 1 लाख से अधिकतम 25 लाख तक की आर्थिक सहायता देगी।
- पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए 25% राशि सुरक्षित रखी गई है।
सालाना 100 करोड़ का निवेश
महाराष्ट्र सरकार ने पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर महिला स्टार्टअप योजना को लागू करने के साथ ही सालाना 100 करोड़ के निवेश की घोषणा की है। जिसका इस्तेमाल 500 महिला नेतृत्व स्टार्टअप को अधिकतम 25 लाख का फंड देने के लिए किया जाएगा।
योजना का लाभ उठाने के लिए पात्रता
पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर महिला स्टार्टअप योजना का लाभ उठाने के लिए सरकार ने कुछ मापदंड निर्धारित किये हैं। जिनको पूरा करना आवश्यक है। उनकी सूची नीचे दी गई है।
- स्टार्टअप महिला के नेतृत्व में होना जरूरी है। एक से अधिक लोगों की साझेदारी होने पर कम से कम 51% हिस्सा महिला के नाम होना जरूरी है।
- स्टार्टअप को महाराष्ट्र के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) द्वारा मान्यता प्राप्त होनी आवश्यक है।
- स्टार्टअप कम से कम 1 साल पुराना होना चाहिए। जिसका कुल कारोबार 10 लाख से अधिकतम एक करोड़ के बीच हो।
- इस स्टार्टअप के नाम पर सरकार की किसी अन्य योजना का लाभ उठाया हुआ नहीं।
- स्टार्टअप से जुड़े सभी दस्तावेज बिना किसी त्रुटि के होने चाहिए।
आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्रों का योगदान
महाराष्ट्र सरकार ने आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्रों का योगदान और नवाचार केंद्रों के माध्यम से सालाना लगभग डेढ़ लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है। जिसके लिए सरकार हर साल लगभग 150 करोड़ का खर्च करती है। आचार्य चाणक्य कौशल्या विकास केंद्र, और पुण्य श्लोक अहिल्यादेवी होलकर महिला स्टार्टअप योजना महाराष्ट्र सरकार के विकास और आर्थिक मजबूती के लिए मिल का पत्थर साबित होगी। जिनके चलते राज्य में कुशल श्रमिकों की कमी दूर होगी और रोजगार के नए आयाम खुलेंगे।
बता दे, महाराष्ट्र सरकार की इस योजना में आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2024 है। आवेदन करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत हो चुकी है। आवेदन करने के लिए यहां क्लिक करें।