सैमसंग ने AI में सुधार के लिए ब्रिटिश नॉलेज ग्राफ टेक स्टार्टअप का अधिग्रहण किया सैमसंग ने हाल ही में जानकारी देते हुए बताया है, कि उसने अपने डिवाइसेज में AI क्षमता को बढ़ाने के लिए ब्रिटिश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नॉलेज ग्राफ टेक स्टार्टअप ऑक्सफोर्ड सिमेंटिक टेक्नोलॉजीज को खरीदा है।
सैमसंग AI में होगा विस्तार
सैमसंग ने समय के साथ अपडेटेड रहते हुए अपने डिवाइस में एआई पावर फीचर्स देने शुरू कर दिए हैं। हाल ही में लॉन्च हुए स्मार्टफोन में भी कई बेहतरीन Ai फीचर देखने को मिले हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उपयोगिता को समझते हुए सैमसंग ने यह बड़ा फैसला किया है। सैमसंग द्वारा नॉलेज ग्राफ टेक स्टार्टअप ऑक्सफोर्ड सिमेंटिक टेक्नोलॉजीज को खरीदना एक फायदेमंद कदम साबित होगा। यह स्टार्टअप यूजर की पर्सनल चॉइस के आधार पर डाटा एकत्रित करके उसे कंप्यूट करने का काम करता है। जो आगे चलकर यूजर एक्सपीरियंस बढ़ाने और ज्यादा बेहतर सर्विस ऑफर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
सैमसंग द्वारा सिमेंटिक टेक्नोलॉजी का अधिग्रहण
जानकारी के लिए बता दे 19 जुलाई 2024 को सैमसंग ने सिमेंटिक टेक्नोलॉजी स्टार्टअप को खरीदा है। हालांकि सैमसंग ने इस स्टार्टअप को खरीदने के लिए कितनी कीमत चुकाई है, इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है।
Semantic Technologies Start-UP
इस स्टार्टअप की शुरुआत साल 2017 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ईरान होरॉक्स, बर्नार्डो कुएनका ग्रू और बोरिस मोटिक द्वारा की गई थी। जो मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित काम करती है। यह तर्क और मानव स्मृति की तरह डाटा को संशोधित कर स्टोर करती है। जिसका इस्तेमाल सर्विसेज इंप्रूव करने के लिए किया जाता है।
सैमसंग ने Semantic Technologies स्टार्टअप क्यों खरीदा ?
सैमसंग अपने डिवाइसेज को एआई पावर से लैस करना चाहता है। इसके उद्देश्य के लिए Semantic Technologies स्टार्टअप का अधिग्रहण किया है। इसके इस्तेमाल से सैमसंग द्वारा अपने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को व्यापक रूप से एआई पावर देने में सक्षम होगा। इसके साथ ही सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे टीवी, होम गैजेट्स और स्मार्टफोन में भी semantic technologies की सर्विसेज को इंटीग्रेटेड किया जाएगा।
Semantic Technologies क्या करती है ?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित यह स्टार्टअप यूजर के इंटरेक्शन को कैप्चर करती है। मानव स्मृति और तर्क क्षमता के समान व्यवहार करती है, और यूजर द्वारा डिवाइस के उपयोग पैटर्न के डाटा को एकत्रित करके स्टोर करती है। इसके माध्यम से Ai सॉल्यूशन (सलाह) को काफी ज्यादा सटीक और विकसित कर सकते हैं।
वर्तमान में इस नॉलेज ग्राफ टैग स्टार्टअप की सर्विसेज का इस्तेमाल मुख्य रूप से फाइनेंस और ई-कॉमर्स की फील्ड में यूरोप और उत्तरी अमेरिका के संगठनों द्वारा उच्च स्तर पर किया जा रहा है। जहां से इसने सैमसंग का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
सैमसंग कर चुका है इन कंपनियों का अधिग्रहण
सैमसंग ने समय-समय पर अपनी सर्विसेज और प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने के लिए बढ़ते स्टार्टअप और सफल कंपनियों का अधिग्रहण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसने अब तक VIVO Labs, हरमन इंटरनेशनल इंडस्ट्रीज M स्पॉट, और ग्रैंडिस इंक जैसी कई बड़ी कंपनियों का अधिग्रहण किया है।
VIVO Labs:
सैमसंग द्वारा वीवो लैब्स को 300 मिलियन डॉलर की राशि चुकाकर साल 2016 में अधिग्रहण किया गया था। यह एक एआई पावर्ड स्टार्टअप था। जो भाषा को समझने और सवालों का जवाब देने में सक्षम था। इसकी मदद से सैमसंग ने अपने Bixby Ai असिस्टेंट को विकसित किया है।
Harman International Industries:
साल 2016 में 8 मिलियन डॉलर देकर सैमसंग ने हरमन इंटरनेशनल इंडस्ट्रीज का अधिग्रहण किया था। जो एक आटोमोटिव और ऑडियो सिस्टम मैन्युफैक्चरिंग कंपनी थी। इसी कंपनी के माध्यम से सैमसंग ने कनेक्टेड कारो और स्मार्ट स्पीकर के मार्केट में पैर जमाया।
ग्रैंडिस इंक:
साल 2011 में 938 मिलियन डॉलर की राशि देकर ग्रैंडिस इंक का अधिग्रहण सैमसंग ने किया। जिसके माध्यम से DRAM और NAND फ्लैश मेमोरी के मार्केट में सैमसंग की स्थिति काफी मजबूत हुई।
mSpot:
साल 2012 में 400 मिलियन डॉलर की राशि देखकर सैमसंग ने mSpot मोबाइल विज्ञापन प्लेटफार्म को खरीदा। जिसने सैमसंग के विज्ञापन बाज़ार में उपस्थिति दर्ज की। यह सैमसंग की एक बड़ी प्रॉफिटेबल डील बनी है।
Dacron Electronics:
900 मिलियन डॉलर की यह डेढ़ साल 2017 में हुई। Dacron Electronics एक चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनी थी जो सेमीकंडक्टर चिपकी निर्माण क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित हुई।
सैमसंग अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षमता को बढ़ाने के लिए उन स्टार्टअप और कंपनियां का अधिग्रहण करने में अग्रणी है। जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में काफी बेहतर परफॉर्म कर रही हैं। इसके साथ ही सेमीकंडक्टर चिप निर्माता और 5G से जुडी आटोमोटिव कंपनियां भी सैमसंग के रडार पर हैं।