Semicon India 2024: पीएम मोदी की नई नीति से भारत बनेगा सेमीकंडक्टर हब

By: khabardaari.com

On: Friday, September 13, 2024 12:15 PM

Semicon India 2024
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Semicon India 2024: भारत सेमीकंडक्टर चिप के क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है। वर्तमान में हर देश सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक बड़ा प्लेयर बनने की कोशिश कर रहा है। जिसके लिए भारत ने हाल ही में दिल्ली ग्रेटर नोएडा में सेमीकॉन इंडिया 2024 (Semicon India 2024) शो का आयोजन किया है। जिसमें दुनिया के कई बड़े सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनियों के लीडर्स की मौजूदगी रही है। जो भारत में अपने प्लांट स्थापित करने और भारत को सेमीकंडक्टर चिप हब बनाने में अग्रणी होंगे। सेमीकॉन इंडिया 2024 में सेमीकंडक्टर के क्षेत्र से जुड़ी कई बड़ी योजनाओं का रोड मैप तैयार किया गया है। आईए इसके बारे में डिटेल में जानकारी लेते हैं।

सेमीकॉन इंडिया 2024 (Semicon India 2024)

भारत दुनिया का आठवां देश बना है, जहां सेमीकंडक्टर के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए ग्लोबल सेमीकंडक्टर मंच सजाया गया है। जिसका नाम सेमीकॉन इंडिया 2024 (Semicon India 2024) रखा गया है। बता दे, इस शो में दुनिया के लगभग 836 एक्जीबिटर्स और 50 हज़ार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया है। जिसमें देश के प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भी मौजूदगी रही। विदेशी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने भारत में अपना प्लांट स्थापित करके सेमीकंडक्टर क्षेत्र को बढ़ावा देने में सहमति जताई है। जो भारत की इकोनॉमी को तगड़ा बूस्ट देगी। साथ ही रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।

मोदी लॉ बनायेगा भारत को सेमीकंडक्टर हब

मोदी लॉ पीएम मोदी की नई नीतियां है। जो सेमीकंडक्टर क्षेत्र को एक्स्पोनेंशियल ग्रोथ के अवसर देती है। और सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को ग्लोबल कोलैबोरेशन के लिए बढावा देती है। ग्लोबल संगठन सेमी के प्रेसिडेंट और CEO अजीत मनोचा ने मोदी लॉ की सराहना करते हुए कहा है, कि यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। सेमीकॉन का आयोजन कई देशों में किया जा चुका है। मगर भारत में पहली बार सेमीकॉन आयोजित हुआ है। जो अन्य देशों की तुलना में लगभग 4 से 5 गुना अधिक बड़ा आयोजन है। यह सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री मे बदलाव की एक लहर लायेगा।

शो में भाग लेने वाले ग्लोबल लीडर्स ने भारत मे सेमीकंडक्टर चिप के निर्माण और सप्लाई चैन को मजबूत करने पर सहमति जताई है। यह मोदी लॉ के क्लियर विजन के चलते ही संभव हो पाया है। ग्लोबल लीडर्स का कहना है, कि भारत विश्व को सेमीकंडक्टर चिप इंडस्ट्री का मार्ग प्रशस्त करेगा। साथ ही भविष्य में इस इंडस्ट्री का आधार बनता नजर आ रहा है।

सिलिकॉन डिप्लोमेसी का युग

मोदी ने आयोजन के दौरान 21वीं सदी को सिलिकॉन डिप्लोमेसी का युग बताया है। भारत ने सिंगापुर, जापान, अमेरिका और कई अग्रणी देशों के साथ सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने के लिए समझौता किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आईटी क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के साथ-साथ 50 फ़ीसदी अतिरिक्त कैपिटल सब्सिडी और लगभग 75% की लैंड रिबेट देने की घोषणा की है। बता दे, UP लंबे समय से सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में अग्रणी रहा है। जहां 6 बड़ी कंपनियां स्थापित की जा चुकी है।

भारत की सेमीकंडक्टर बाजार में योजना

सेमीकंडक्टर बाजार में भारत का साल 2026 तक लक्ष्य है कि यह इंडस्ट्री 55 अरब डॉलर तक पहुंचे। जबकि 2030 तक इसे 110 अरब डालर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्तमान में भारत में कई बड़ी कंपनियां सेमीकंडक्टर चिप बनाने और सप्लाई करने में जुटी है। जिनमें HCL, डिक्सर टेक्नोलॉजी, वेदांता लिमिटेड और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स का नाम शामिल है।

रोजगार के नए अवसर

भारत में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के प्रसार के साथ ही नए रोजगार के रास्ते खुलेंगे। जिससे देश की बेरोजगारी दर कम होने के साथ-साथ इकोनामी को बूस्ट देगी। साल 2047 तक यह इंडस्ट्री देश मे रोजगार का एक बड़ा स्रोत बन जायेगी। जो न सिर्फ IT के क्षेत्र से जुड़े युवाओं को बल्कि नॉन टेक फील्ड के लोगों के लिए भी रोजगार उत्पन्न करेगी।

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