देश का नंबर वन शॉपिंग एप बना मीशो, भारत की पहली प्रॉफिटेबल शोपिंग कंपनी बनी

भारत का अपना ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म मीशो देश का पहला फायदेमंद प्लेटफार्म बना है। इसके साथ ही कंपनी ने रिकॉर्ड तोड़ ग्रोथ दर्ज की है। पहले तो यह प्लेटफार्म में रीसेलर प्रोग्राम के तहत ही चलाया जा रहा था लेकिन अब इसे एक ई-कॉमर्स प्लेटफार्म की भांति डेवलप करके दोबारा पेश किया गया है। मीशो कंपनी के मार्केट कैप में शानदार बढ़त देखने को मिल रही है।

सोशल मीडिया से हुई थी शुरुआत

Image: Meesho App | Source: Meesho.com

आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई करने वाले दो दोस्त संजीव बरनवाल और विदित आत्रे ने साल 2015 में नौकरी छोड़ मीशो की शुरुआत की थी। शुरुआत में तो यह केवल बेंगलुरु में ही उपलब्ध था जिसके माध्यम से निजी दुकानदार शॉपिंग किया करते थे। इसके बाद फाउंडर्स को पता चला कि यहां की ग्रहणीय भी सोशल मीडिया खासकर व्हाट्सएप के जरिए भी शॉपिंग करने में रुचि दिखा रहीं हैं। जिसके चलते कंपनी ने रीसेलर मॉडल तैयार किया जिसमें कोई भी मीशो एप्प में अपना रीसेलिंग अकाउंट बनाके उनके प्रॉडक्ट को सेल करता था जिसका मुनाफा खुद रीसेलर ही तय करता था।

साल 2016 से 2020 तक रीसेलर्स का मीशो की सफलता में बहुत बड़ा योगदान रहा है जिसके चलते कंपनी ने अलग ही ऊंचाइयों पर पहुँच चुकी है। आगे चलकर मीशो ने रीसेलर मॉडल को बंद कर डायरेक्ट टू कंज्यूमर यानी D2C प्लेटफार्म के रूप में संचालित किया।

Meesho App का अमेजॉन और फ्लिपकार्ट से मुकाबला

Meesho App Market Cap 2024
Meesho App का अमेजॉन और फ्लिपकार्ट से मुकाबला | Source: Official Sites

अमेजॉन साल 2013 में भारत आया था जबकि फ्लिपकार्ट पहले से भारत में अच्छा खासा चल रहा था इस बीच मीशो जैसे नए प्लेटफार्म को मार्केट में चलना काफी मुश्किल था मगर मीशो ने हार न मानी। बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए फाउंडर्स ने कई जगह से फंडिंग जुटा लगातार इस पर काम किया रहे हैं।

जीरो कमीशन की नीति अपनाई

अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे दिग्गज प्लेटफार्म सेलर से कुछ प्रतिशत कमीशन लिया करते थे लेकिन मीशो ने मार्केट को बीट करने के लिए इस कमीशन को बिल्कुल ही जीरो कर दिया। जिसने ऑनलाइन सेलर्स का ध्यान मीशो की ओर खींचा। जिसके चलते प्रोडक्ट काफी सस्ते में मिलने लगे।

2023 में मिली जबर्दस्त सफलता

साल 2023 में मीशो देश का नंबर वन शॉपिंग प्लेटफार्म बना। Data.ai कंपनी के मुताबिक साल 2023 में मीशो एप को लगभग 14.5 करोड़ लोगों ने डाउनलोड किया है जबकि साल 2023 24 की पहली तिमाही में इसे 50 करोड नए यूजर्स ने डाउनलोड किया है। जिसने मीशो के ऑर्डर वॉल्यूम को लगभग 43% तक बढ़ा दिया। 

हालांकि पिछले साल मोटा मुनाफा कमाने के बाद कंपनी की ग्रोथ में अब थोड़ा बहुत घाटा भी नजर आ रहा है। जो कंपनी के उतार-चढ़ाव में चलता रहता है।

मीशो के पास वर्तमान में 11 लाख सेलर

आज के समय के अनुसार बात करें तो मीशो पर भारत के लगभग 11 लाख से भी ज्यादा सेलर से जुड़े हुए हैं। जो अपने प्रोडक्ट्स को मिशो के जरिए ऑनलाइन बेच रहे हैं। मिशो पर आज के समय में लगभग 700 से भी ज्यादा कैटिगरी के प्रोडक्ट्स मौजूद है। 

मीशो मार्केट कैप 2024

मीशो साल 2021 में यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हुई जिसका अर्थ कंपनी ने लगभग 8000 करोड़ रुपए की वैल्यूएशन को पार कर लिया है। वर्तमान समय की बात करें तो कंपनी की कुल मार्केट कैप वैल्यू लगभग 32000 करोड रुपए से ज्यादा हो चुकी है।

11 हज़ार करोड़ की फंडिग

मीशो अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए एंजल इन्वेस्टर से फंडिंग जताने में सफल रहा। मैं सोने हाल में 2200 करोड रुपए की फंडिंग ली है जिसके बाद कल फंडिंग 1.36 अरब डालर यानी 11000 करोड रुपए की फंडिंग हो चुकी है। मीशो में निवेश करने वालों में सॉफ्ट बैंक, एलिवेशन कैपिटल, पिक एक्सिव पार्टनर्स जैसे कई निवेशकों का नाम आता है। 

इसके साथ ही बता दे मीशो में फ्लिपकार्ट शॉपिंग प्लेटफार्म की भी लगभग 48% हिस्सेदारी है। 

ब्रांड नाम मीशो 
फाउंडरसंजीव बरनवाल और विदित आत्रे
शुरूआत 2015 में 
मार्केट वैल्यू 32 हजार करोड़ 
कुल फंडिग 1.36 अरब डॉलर (11 हज़ार करोड़)
App Downloads 500M +

मीशो ई-कॉमर्स बिज़नेस में फ्लिपकार्ट, अमेजॉन, टाटा क्लिक के साथ-साथ कई अन्य पर्सनल ब्राण्ड के साथ कंपटीशन कर रहा है। मीशो अपने स्लोगन “सबसे सस्ता सबसे अच्छा” के चलते काफी सफल हो रहा है।

निष्कर्ष: इस लेख में भारत के नंबर वन शॉपिंग प्लेटफार्म मीशो के बारे में ताजा जानकारी दी गई है। जिसमें मीशो की शुरुआत से लेकर उसकी सफलता की जर्नी को कवर किया गया है।

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