क्या होता है Zero-G Indicator ? अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में जाने वाले शुभांशु शुक्ला क्यों लेकर जाएंगे एक छोटा सा सॉफ्ट टॉय?

By: महेश चौधरी

Last Update: June 14, 2025 11:33 AM

क्या होता है Zero-G Indicator?
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Zero-G Indicator: भारत के शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष की ओर एक ऐतिहासिक उड़ान के लिए कमर कस चुके हैं। इस मिशन को लेकर दुनिया भर की नजरें शुभांशु शुक्ला पर टिकी है। लेकिन इस मिशन से जुड़ी एक खास चीज लोगों का ध्यान खींच रही है। वह है छोटा सा सफेद रंग का हंस (सॉफ्ट टॉय)। जिसे शुभांशु शुक्ला अपने साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में लेकर जाएंगे। लेकिन इस सॉफ्ट टॉय हंस का अंतरिक्ष में क्या काम है और हर अंतरिक्ष यात्री इसे अपने साथ खिलौना क्यों लेकर जाता है? इसके पीछे की वजह हर कोई जानना चाहता है।

क्या होता है Zero-G Indicator?

Zero-G Indicator यानी ज़ीरो ग्रैविटी इंडिकेटर एक काफी हल्का और मुलायम खिलौना होता है. जिसे सभी अंतरिक्ष मिशनों में साथ ले जाया जाता है. इस Zero-G Indicator (सॉफ्ट टॉय) की मदद से यह पता लगाना आसान हो जाता है कि अंतरिक्ष यान पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण सीमा से बाहर निकलकर “शून्य गुरुत्वाकर्षण” यानी Zero Gravity में प्रवेश कर चुका है या नहीं। जैसे ही अंतरिक्ष यान शून्य गुरुत्वाकर्षण में पहुंचता है, यह सॉफ्ट टॉय हवा में तैरने लगता है, जिससे यात्रियों और ग्राउंड टीम को पता चल जाता है कि अंतरिक्ष की सीमा पार हो चुकी है।

शुभांशु क्यों ले जा रहे हैं अंतरिक्ष में हंस टॉय?

शुभांशु शुक्ला अपने साथ Zero-G Indicator (ज़ीरो ग्रैविटी इंडिकेटर) के तौर पर एक सफेद हंस (सॉफ्ट टॉय) लेकर जा रहे हैं। यह टॉय सिर्फ एक वैज्ञानिक संकेतक ही नहीं, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव और भारतीय संस्कृति का भी प्रतीक माना जा रहा है। भारतीय संस्कृति में हंस को देवी सरस्वती का वाहन बताया गया है। जो शिक्षा, ज्ञान और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। जबकि वैज्ञानिक तर्क है कि हंस में दूध और पानी को अलग करने की खास क्षमता है। जो भटकाव के युग में विवेक का एक शक्तिशाली प्रतीक बन गया है। शुभांशु शुक्ला ने हंस को खिलौने के रूप में साथ ले जाने के पीछे भी यही तर्क दिया है।

अन्य साथियों ने भी स्वान ही चुना

शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य देशों के अंतरिक्ष यात्री मिशन एक्सिओम-4 मिशन स्पेस के लिए 11 जून को उड़ान भरने वाले थे। मगर किन्हीं कारणों के चलते इस उड़ान को आगे बढ़ा दिया गया। शुभांशु शुक्ला के साथ-साथ अन्य तीन अंतरिक्ष यात्रियों ने भी जीरो ग्रेविटी इंडिकेटर के तौर पर स्वान को ही चुना है। मिशन की कमांडर और अमेरिका की सबसे ज्यादा अनुभव रखने वाली अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन ने बताया कि हंस भारत में ज्ञान, हंगरी में अनुग्रह और पोलैंड में लचीलापन का प्रतीक माना जाता है। इसलिए इसे मिशन में सकारात्मकता के लिए चुना है।