भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। बावजूद इसके भारत के अमीर लोग हर साल भारत छोड़कर विदेशों में सेटल होने का रास्ता चुन रहे हैं। पिछले 5 सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो करीब 30,000 करोड़पति भारतीयों ने देश छोड़कर विदेश की नागरिकता ले ली है। जिसके कई कारण है। चलिए जानते हैं अमीर लोग भारत क्यों छोड़ रहे हैं? और भारत छोड़कर सबसे ज्यादा कौन से देश में रहना पसंद करते हैं?
अमीर लोग भारत क्यों छोड़ रहे हैं?
साल 2020 से 2025 तक केवल 5 सालों में लगभग 30,000 करोड़पति भारतीय व्यापारियों ने भारत छोड़ विदेश में बसना चुना है। भारतीय करोड़पतियों का तेजी से हो रहा यह पलायन भारत के लिए एक बड़ा नुकसान है। जिससे सीधे रूप से अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है।
सरकार वसूलती है मनमाना टैक्स
भारतीय करोड़पतियों के भारत छोड़ने का सबसे बड़ा कारण भारत सरकार द्वारा वसूल जाने वाला मोटा टैक्स है। करोड़पति व्यापारियों को अपनी आय का एक मोटा हिस्सा सरकार को देना पड़ता है। इसके बदले उन्हें उम्मीद के मुताबिक सुख-सुविधायें भी नहीं मिलती। इसके विपरीत विदेश में कमाई पर टैक्स लगभग जीरो या बहुत कम चुकाना पड़ता है और सुविधाए एवं सुरक्षा भी काफी बेहतर मिलती है। जिसके चलते व्यापारियों को विदेश में बसना ज्यादा बेहतर विकल्प नजर आता है।
लग्जरी लाइफ़स्टाइल और ज्यादा बिजनेस विकल्प
इसके अलावा अमीर वर्ग को हमेशा ऐसी जीवन शैली की तलाश रहती है। जहां सुख सुविधाएं ज्यादा बेहतर हो, टॉप क्लास स्वास्थ्य सेवाएं और बढ़ता इंफ्रास्ट्रक्चर हो। यहां उनके लिए व्यापार करने के विकल्प भी बहुत सारे होते हैं।
अमीरों का भारत से पलायन करने का एक बड़ा कारण उनके बच्चों के बेहतर भविष्य और शिक्षा की चिंता है। हालांकि भारत में बेहतर शिक्षा संस्थाएं है। मगर यह सीमित और विदेशों के मुकाबलें ज्यादा महंगी है। जिसके चलते व्यापारी वर्ग अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाना चुनते हैं। ताकि उनका विदेश में करियर बनाकर वहीं सेटल होने का रास्ता और ज्यादा आसान हो जाए।
भारतीयता अमीरों की पहली पसंद है ये देश
भारतीय करोड़पति सबसे ज्यादा उन देशों में जाकर बस रहे हैं। जहां टैक्स सिस्टम लगभग जीरो हो और सुख सुविधा अधिक से अधिक मिले। जिसमें पहले नंबर पर यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) का नाम आता है। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और सिंगापुर जैसे देशों का नाम आता है।