GVK POWER कंपनी को हाल ही में दिवाली घोषित कर दिया गया है। जिस पर लगभग 18000 करोड़ से भी ज्यादा का कर्ज था। यह कंपनी एक प्रकार से बिजनेस ऑपरेशन, मैनपॉवर मेंटिनेस, सर्विस कंसलटिंग, सर्विसेज एयरपोर्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के ऑनर को कई प्रकार की सर्विस देती थी। आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
GVK POWER हुई दिवालिया
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक NCLT (लॉ ट्रिब्यूनल) हैदराबाद पीठ ने पावर और इंफ्रा प्रोजेक्ट पर काम करने वाली कंपनी GVK (GVKPIL) को दिवालिया करार कर दिया है। कंपनी पर मौजूदा समय में लगभग 18000 करोड़ का भारी भरकम कर्ज था। जिसे चुकाने में नाकाम रही। यह कर्ज कंपनी ने कई कर्ज दाताओं और आईसीआई बैंक से लिया हुआ था।
10 साल पहले लिया था कर्ज
GVKPIL, GVK ग्रुप की एक मुख्य फॉर्म है। लगभग 10 साल पहले GVK कोल डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बैंक से लिया गया था। जिसके लिए GVKPIL लोन गारंटर बना था। करीब 10 साल पुराना लोन न चुका पाने के कारण इसे दिवालिया घोषित कर दिया गया है। जिस पर अब CIRP (दिवालिया प्रावधान प्रक्रिया) शुरू की जाएगी।
GVK POWER स्टॉक 10 रूपए पर पहुंचा
कंपनी का पिछले 52 दिनों का हाई 17 रुपए है। मगर दिवालिया घोषित होने की खबर के साथ ही कंपनी के स्टॉक ने लगभग 16.26% की बड़ी गिरावट लास्ट 28 दिन में की है। वर्तमान में यह स्टॉक 9.63 रुपए पर ट्रेड कर रहा है।
स्टॉक ने दिखाई सालभर ग्रीन रैली
बेसक कंपनी 18000 करोड़ के कर्ज में डूबी हुई है। मगर कंपनी के स्टॉक ने पिछले 1 साल में लगभग 270 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। कंपनी में निवेश करने वाले मालामाल हुए हैं। कंपनी लगातार ग्रीन कैंडल के साथ आगे बढ़ रही थी। डिफॉल्टर डिक्लियर की खबर के आने के साथ ही कंपनी के स्टॉक में एक ही दिन में 5% की बड़ी गिरावट देखने को मिली।
ASM फ्रेमवर्क में रखा गया स्टॉक
NSE और BSE ने कंपनी के स्टॉक को लॉन्ग टर्म असम फ्रेमवर्क के दायरे में रखा है। ASM फ्रेमवर्क सेबी द्वारा पेश की गई एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जीसके दायरे में आने वाला स्टॉक एक दिन में 5% से ज्यादा का रिटर्न या नुकसान नहीं दे सकता।
कुल मार्केट कैप
GVK POWER का पिछले 52 दिनों का हाई लेवल 17 रुपए और लो लेवल 2.45 रूपये हैं। कंपनी के कुल मार्केट कैप की बात करें तो यह कंपनी 1522.36 करोड रुपए की मार्केट वैल्यू रखती है।
GVK कम्पनी के बारे में
इस कंपनी की शुरुआत साल 1972 में गणपति वेंकट कृष्ण रेड्डी द्वारा की गई थी। जो किसान फैमिली से बिलॉन्ग करते थे। कंपनी की शुरुआत निर्माण ठेकेदार के रूप में हुई थी। मगर आगे चलकर यह कंपनी ऊर्जा, रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कई क्षेत्रों में अपने पैर जमाने लगी। जानकारी के लिए बता दे यह कंपनी भारत की बड़ी कंपनियों में से एक है। जिसके हवाई अड्डे, होटल, शॉपिंग मॉल और बिजली संयंत्र पूरी दुनिया भर में मौजूद है।
हवाई अड्डे तैयार करने में सफल: कंपनी ने साल 1990 में अपना पहला हवाई अड्डा विशाखापट्टनम हवाई अड्डा तैयार किया। जिसके बाद साल 2000 में मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जो आज छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नाम से प्रसिद्ध है। यह भी GVK POWER की देन हैं।
इसके बाद साल 2010 में बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को अधिग्रहण कर लिया। आगे चलकर साल 2020 में कंपनी ने अदानी ग्रुप को GVK मुंबई एयरपोर्ट और GVK पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड में अपनी कुछ परसेंट हिस्सेदारी बेची।
ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी : GVK ने थर्मल पावर प्लांट का संचालन और रखरखाव करने की जिम्मेदारी उठाई है। जिसकी कुल बिजली उत्पादन क्षमता लगभग 2400 मेगावाट से भी ज्यादा है।
इंफ्राट्रक्चर: कंपनी ने बंदरगाहो, रेल परिवहन, मेट्रो और अन्य इंपोर्ट एक्सपोर्ट के मार्गों के निर्माण में और योजनाओं में भागीदारी निभाई है।
रियल स्टेट & होटल: इसके द्वारा कई बड़े लग्जरी होटल और रिजॉर्ट का नियंत्रण किया जाता था। साथ ही इसमें रियल स्टेट में भी अपनी मजबूत छाप छोड़ी है।
GVK Group ने भारत में डेवलपमेंट को बढ़ाने में काफी बड़ा रोल निभाया है यह अर्थव्यवस्था को बढ़ाने वाला एक मजबूत खिलाड़ी था।
Year | Revenue | Profit | Net worth |
---|---|---|---|
2020 | 3,991 | 275 | -134 |
2021 | 332 | 156 | -1069 |
2022 | 889 | -77 | -3077 |
2023 | 2,179 | -143 | 453 |
निष्कर्ष: इस लेख में हमने GVK POWER & Infrastructure कंपनी के दिवालिया होने की खबर को कवर किया गया है। जिसका सोर्स गूगल है। इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि पाई जाती है, तो हमें सूचित करें। हम उसकी जांच करके लेखक को अपडेट करने के लिए जिम्मेदार हैं।