कांग्रेस में शामिल होते ही रितेश देशमुख का विपक्ष पर हमला, धर्म की आड़ में राजनीति का आरोप, कहा धर्म नहीं पार्टी खतरें में है

बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख इन दिनों अपने भाई धीरज विलासराव देशमुख की ओर से चुनावी रेलियों में भाग लेते नजर आ रहे हैं। उन्होंने लातूर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में प्रचार की भागदौड़ संभाली हुई है। रितेश देशमुख का एक बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें वह भगवान श्री कृष्ण का भी जिक्र कर रहे हैं। और बीजेपी पर निशाने लगाते हुए कह रहे हैं कि जो लोग धर्म को संकट में बता रहे हैं। असल में धर्म की आड़ में अपनी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। और अपनी पार्टी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। रितेश देशमुख का यह बयान चर्चा में आ गया है। आईए रितेश देशमुख से जुड़ी ताजा हाइलाइट्स पर नजर डालते हैं।

रितेश देशमुख लातूर न्यूज

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आ चुके हैं। सभी उम्मीदवार जोरों शोरों से प्रचार अभियान में लगे हैं। अभिनेता रितेश देशमुख के दो भाई भी उम्मीदवार के रूप में खड़े हैं। जिनमें से एक भाई उद्धव ठाकरे की शिवसेना की ओर से जबकि दूसरा भाई कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ रहा है। अपने भाइयों को चुनावी रैलियां में मदद करने के लिए रितेश देशमुख भी लातूर के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टी पर निशाना लगाते हुए जो बयान बाजी की है। वह खूब वायरल हो रहा है। रितेश “जापुक जुपुक” कहकर लोगों से अपील की है कि धीरज देशमुख को वोट करें। वह आगे कहते हैं कि कुछ लोग अपने धर्म को संकट में बताकर वोट मांग रहे हैं। असल में उनकी पार्टी खतरे में है।

धर्म नहीं पार्टी संकट में : रितेश देशमुख का बयान

रितेश देशमुख ने अपने फिल्मी अंदाज में कहा है कि जो लोग अपनी धर्म को खतरे में बता रहे हैं। असल में उनका धर्म नहीं बल्कि उनकी पार्टी खतरें में है। और धर्म के आड़ में वोट बटोरने की कोशिश की जा रही है। धर्म के नाम पर भी अपनी जरूरतों और अपने उद्देश्यों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। जनता को धर्म की आड़ में बहला फुलाया कर ज्यादा वोट हासिल करने की कोशिश करेंगे। धर्म के नाम पर राजनीति करने की के लिए बीजेपी को सीधा निशाना लगाया है।

मौजूदा समय में राजनीतिक माहौल की तुलना लोकसभा चुनाव से करते हुए अभिनेता ने स्थानीय और ग्रामीण मुद्दों पर भी ज्यादा जोर दिया है।

श्री कृष्ण का दिया उदाहरण

रितेश देशमुख कहते हैं कि भगवान श्री कृष्ण ने गीता में उपदेश दिया था कि “कर्म ही धर्म है” इसका हमें पूरी लगन और ईमानदारी के साथ पालन करना चाहिए। वही हमारे लिए धर्म है। जो लोग पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करते हैं। वही अपने धर्म को असली रूप देते हैं। मगर जो लोग इमानदारी से काम नहीं करते। वह धर्म को ढाल की तरह इस्तेमाल करते हैं। और लोगों को भ्रमित करते हैं।

बेरोजगारी का मुद्दा उठाया

रितेश देशमुख ने युवाओं का संबोधन करते हुए कहा है कि गांव में भी शहर की तरह शैक्षाणिक पैटर्न उपलब्ध है। मगर फिर भी पढ़ें-लिखें युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं। उनके लिए रोजगार नहीं मिलना सबसे बड़ी समस्या है। दूसरी और किसानों को भी उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। देश के युवा और किसान सबसे ज्यादा मुसीबतों का सामना कर रहे हैं।

20 नवंबर को होंगे चुनाव

लातूर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से रितेश देशमुख के भाई धीरज देशमुख चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला विपक्षी पार्टी के रमेश कराड और एमएनएस नेता संतोष गणपतराव से होने वाला है। यह मतदान 20 नंबर को होंगे और 23 नवंबर को उनकी गणना की जाएगी। धीरज ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में करीब 1.22 लाख ज्यादा वोट हासिल करते हुए मजबूत जीत हासिल की थी।

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