जब भी बॉलीवुड में चर्चित अफेयर की बात होती है, तो मिथुन चक्रवर्ती और श्रीदेवी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। मिथुन चक्रवर्ती और श्रीदेवी का अफेयर फिल्म इंडस्ट्री के अंदर और बाहरी दुनिया दोनों जगह खूब सुर्खियों में था। 80 के दशक में बॉलीवुड के सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती और दौर की सबसे खूबसूरत और सफल अदाकारी श्रीदेवी के बीच का यह रिश्ता किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। आइये श्रीदेवी और मिथुन चक्रवर्ती के अफेयर के बारे में विस्तार से जानते हैं। आखिर दोनों की मुलाकात कैसे हुई और दोनों एक दूसरे के होने की बजाय यह रिश्ता कैसे खत्म हो गया?
मिथुन चक्रवर्ती और श्रीदेवी का अफेयर
मिथुन और श्रीदेवी एक दूसरे को फिल्मी कामकाज से जानते थे। हालांकि इनकी कोई खास मुलाकात नहीं हुई थी। मगर फिल्म “जाग उठा इंसान” में दोनों ने मुख्य भूमिका निभाई है। जहां दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी और श्रीदेवी की मासूमियत और खूबसूरती ने मिथुन को उनका दीवाना बना दिया। दोनों की दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई और कहा जाता है कि दोनों ने गुप्त रूप से शादी भी कर ली थी।
पत्नी के दबाव में प्रेमिका को छोड़ा
मगर श्रीदेवी से अफेयर होने से पहले ही मिथुन चक्रवर्ती की साल 1979 में योगिता बाली से शादी हो चुकी थी। योगिता खुद एक अभिनेत्री थी। मिथुन और योगिता का रिश्ता काफी मजबूत था। जब योगिता को श्रीदेवी और मिथुन चक्रवर्ती के अफेयर की बात पता चली तो वह आग बबूला हो उठी। कहा जाता है की योगिता ने मिथुन को धमकी दी थी कि अगर मिथुन ने श्रीदेवी से रिश्ता नहीं तोड़ा और दोबारा उसके संपर्क में आए तो वह आत्महत्या कर लगी।
इस स्थिति ने मिथुन को बड़ी परेशानी में डाल दिया। एक तरफ श्रीदेवी के प्यार में थे और दूसरी तरफ अपने परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी कंधों पर थी। अंत में मिथुन ने श्रीदेवी से अलग होने का फैसला कर लिया।
बोनी कपूर बने हमदर्द
मिथुन चक्रवर्ती से अलग होने के बाद श्रीदेवी काफी तनावपूर्ण जिंदगी में चली गई। वह नशे में चकनाचूर रहने लगी। दूसरी ओर उसका करियर भी डगमगाने लगा। इस मुश्किल वक्त में फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने श्रीदेवी को संभाला। और आगे चलकर दोनों ने शादी भी कर ली। साल 1996 मे श्रीदेवी और बोनी कपूर की शादी हुई और बोनी कपूर ने श्रीदेवी के लिए अपना घर तक छोड़ दिया था।
साल 2018 में नहाने के टब में डूबने के कारण श्रीदेवी ने दुनिया को अलविदा कह दिया। हालांकि श्रीदेवी की मौत होने का तरीका किसी को हजम नहीं हुआ। आज भी उनकी मौत के कारणों पर सवाल उठते हैं।