18 दिसंबर को संविधान के शीतकालीन सत्र के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने डॉ भीमराव अंबेडकर को लेकर टिप्पणी की थी। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस ने उन पर संविधान और भीमराव अंबेडकर के मूल्यों का तिरस्कार करने का आरोप लगाया गया है। हालांकि इसके बाद अमित शाह की ओर से पूरे मामले पर सफाई भी दी गई है। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला।
Amit Shah On Ambedkar Hindi
सोशल मीडिया में करीब 11 सेकंड का एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। जिसमें अमित शाह संसद में यह कहते नजर आ रहे हैं कि “आजकल अंबेडकर का नाम लेना तो एक नया फैशन बन गया है। अंबेडकर, अंबेडकर अंबेडकर अंबेडकर… इतना नाम अगर कांग्रेस ने भगवान का लिया होता तो उन्हें 7 जन्मों का स्वर्ग मिल चुका होता.
गृहमंत्री के इस बयान के बाद विपक्ष ने उन पर सीधा निशाना साधा है। कांग्रेस सांसदों ने अमित शाह के इस्तीफ़े की मांग भी की है, कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
Amit Shah On Ambedkar Hindi | प्रेस कॉन्फ्रेंस में सफाई दी
अमित शाह के बयान के बाद मामला इतना बिगड़ गया कि संसद के बाहर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बीजेपी के सांसदों के बीच झड़प हो गई। जिसमें बीजेपी के दो सांसद गंभीर रूप से गए हुए हैं। उन्हें ICU में भर्ती कराया गया है। अमित शाह ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा हैं कि कांग्रेस ने उनके द्वारा दिए गए अंबेडकर बयान को तोड़ मरोड़कर जनता के सामने पेश किया है और ऐसा करके उन्होंने संविधान और भीमराव अंबेडकर के मूल्यों का अपमान किया है। कांग्रेस का यह कदम बेहद निंदनीय है।
अमित शाह के भीमराव अंबेडकर वाले बयान की सच्चाई
PIB ने अमित शाह के भीमराव अंबेडकर वाले 11 सेकंड के वीडियो को भ्रामक बताया है। पीआईबी का कहना है की बयान वीडियो के कुछ हिस्से को काटकर इस तरह पेश किया गया है, कि उससे जनता को गुमराह किया जा सके। इसके साथ ही पीआईबी ने पूरा वीडियो भी साझा किया है।