Krutrim AI Startup: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत ने बड़ी सफलता दर्ज की है। भारत का पहला स्वदेशी AI Startup Krutrim देश का पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप बना है। स्टार्टअप कि कुल मार्केट वैल्यू करीब 1अरब डॉलर के पार पहुंच गई है। भारत के इस एआई स्टार्टअप में विदेशी इन्वेस्टर भी काफी ज्यादा रुचि ले रहे हैं। यह स्टार्टअप भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता देता है। जिसका 22 भाषाओं में इस्तेमाल किया जा सकता हैं। कृत्रिम ने अपना पहला फंडिंग राउंड भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। जिसमें करीब 5 करोड डॉलर की फंडिंग मिली है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
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Bhavish Aggarwal Krutrim Ai Startup
ओला कैब्स और ओला इलेक्ट्रिक के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने इस Krutrim Ai Startup की शुरुआत 15 दिसंबर 2023 को की थी। जिसने काफी कम समय में ही जबरदस्त सफलता पाई है। यह भारत का पहला यूनिकॉर्न एआई स्टार्टअप बना है। जिसने महज 9 महीनो में ही 8,200 करोड़ की मार्केट वैल्यू पार कर ली है। यह मॉडल केवल भाषाओ तक ही सीमित नहीं है। बल्कि डाटा सेंटर डेवलपमेंट में भी इसका अतुल्य योगदान रहा है। भविष्य की बात करें, तो यह एआई इकोसिस्टम के लिए सुपर कंप्यूटर और बेहतरीन क्षमता वाले सर्वर तैयार करने की योजना के साथ आगे बढ़ रहा हैं।
Krutrim AI Startup क्या करता है?
- कृत्रिम एआई स्टार्टअप कई प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल तैयार करता है। जो नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, डीप लर्निंग और मशीन लर्निंग आधारित होते हैं।
- कृत्रिम स्टार्टअप डेवलपर्स को एआई प्लेटफॉर्म की सुविधा उपलब्ध कराता है. जिसके माध्यम से डेवलपर्स कई प्रकार के AI एप्लिकेशन बना और डिप्लॉय कर सकते हैं.
- कंपनी कई प्रकार से एआई क्षेत्र में रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर काम करती है। ताकि AI संसाधन और बेहतर एआई सॉल्यूशंस की खोज की जा सके।
Krutrim AI Startup की खूबियां
फाउंडर भाविश अग्रवाल ने इंटरव्यू के माध्यम से बताया कि यह स्टार्टअप भारतीय डेटा पर ध्यान केंद्रित करते हुए लगभग 2 ट्रिलियन से भी ज्यादा टोकन पर ट्रेंड किया गया है। जो कई भारतीय भाषाओ में काम करने की समझ रखता है। यह न सिर्फ भाषा को समझने की क्षमता रखता है, बल्कि उनका सटीकता के साथ तेजी से जवाब भी देता है। यह आसानी से एक भाषा से दूसरी भाषा में स्विच किया जा सकता है। जिसे व्यापक ज्ञान और मल्टी मॉडल फीचर्स के साथ डेवलप किया गया है।
फिलहाल इसके दो मॉडल कृत्रिम बेस और कृत्रिम प्रो देखने को मिलते हैं। जल्द ही इसके मॉडल्स में भी अन्य विकल्प जोड़े जाएंगे। टेस्टिंग के दौरान कृत्रिम द्वारा बंगाली भाषा में कविता, बॉलीवुड फिल्मों के बारे में जानकारी और कई प्रकार की रेसिपी ट्यूटोरियल की जानकारी पूछी गई, जो काफी हद तक सही पाई गई है।
- इस AI Tool को खास प्रकार से भारतीय डेटा के साथ डेवलप किया गया है। जो भारतीय यूजर्स के लिए फायदेमंद साबित होगा।
- भारत की लगभग 22 से ज्यादा भाषाओं को सपोर्ट करता है। जो यूजर्स को अपनी भाषा में इस्तेमाल करने की सुविधा देता है।
- इससे मिलने वाली प्रतिक्रिया काफी तेज और सटीकता के साथ प्रमाणित की गई है। जो यूजर्स के लिए फायदेमंद साबित होगी।
- टेस्टिंग के दौरान इसके परिणाम चौका देने वाले सामने आए हैं। यह सभी प्रकार के सवालों के जवाब देने में माहिर। जिससे कविता लिखवाने से लेकर इंजीनियरिंग के कठिन से कठिन कॉन्सेप्ट आसानी से हल किए गए हैं।
Krutrim AI Startup के उद्देश्य
फाउंडर भाविश अग्रवाल ने एक इंटरव्यू के दौरान Krutrim AI Startup के पीछे क्या उद्देश है? इसकी जानकारी सार्वजनिक की है।
- कंपनी का मुख्य उद्देश्य भारत को एक स्वदेशी एआई प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है। जो मूल रूप से भारत की सभी भाषाओं को प्राथमिकता देता हो। ताकि भारतीय यूजर्स को अतिरिक्त सुविधा मिले।
- ओला कृत्रिम एआई का इस्तेमाल विभिन्न क्षेत्रों में जैसे स्वास्थ्य, एजुकेशन, फाइनेंस और कृषि में अधिक से अधिक हो।
- कंपनी इसे पूरी तरह से ओपन सोर्स रखेंगे ताकि यह आम लोगों तक आसानी से पहुंच सके।
- भारतीय यूजर्स के डाटा और निजता से जुड़ी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए यह प्लेटफॉर्म काफी मददगार होगा।
स्टार्टअप को मिली 5 करोड़ डॉलर की फंडिंग
कृत्रिम एआई स्टार्ट ने मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया और अन्य निवेशकों से करीब 5 करोड डॉलर्स की फंडिंग जुटाने में सफलता पाई है। इस राशि का इस्तेमाल एआई आउटलुक में इनोवेशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्टार्टअप को ग्लोबल स्तर पर लॉन्च करने के लिए किया जाएगा।
Krutrim AI का इस्तेमाल कैसे करें?
कंपनी ने ओला कृत्रीम एआई का इस्तेमाल करना काफी सुविधाजनक तरीके से पेश किया है। जिसके लिए वेबसाइट के साथ-साथ अलग से डेडीकेटेड एप्लीकेशन भी उपलब्ध है। जो काफी बेहतरीन यूजर इंटरफेस के साथ डेवलप किया गया है। एप्लीकेशन और वेबसाइट के होम पेज पर ही क्वेरी इनपुट करने के लिए चैट ऑप्शन दिया गया है। जिसका इस्तेमाल करने के लिए अकाउंट बनाने की आवश्यकता नहीं है। और ना ही किसी प्रकार का सब्सक्रिप्शन मॉडल पेश किया गया है।
भारत AI की रेस में शामिल
साल 2022 में चैट जीपीटी के लांच होने के साथ ही भारत ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में पैर जमाने शुरू कर दिए थे। अब तक करीब 120 से भी ज्यादा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित स्टार्टअप तैयार किया जा चुके हैं। जो 2025 तक आते-आते लगभग डेढ़ सौ की संख्या पार कर जाएंगे।
भारत लगातार स्मॉल और कास्ट एफिशिएंट Krutrim AI Startup देश का स्वदेशी Chat Bot AI सिस्टम डेवलपमेंट पर फोकस कर रहा हैं। साल की शुरुआत में ही सर्वम (AI Startup) ने Open Hathi (ओपन हाथी) मॉडल पेश किया है। जो हिंदी लार्ज लैंग्वेज मॉडल आधारित है। इस मॉडल को बिलेनियर विनोद कोसला से लगभग 340 करोड रुपए की फंडिंग मिली है।