Crime Beat Web Series Review : ZEE5 पर रिलीज़ हुई क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज, एक क्लिक में जानो कहानी और रिव्यू

Crime Beat Web Series Review: ZEE5 ओटीटी पर क्राइम बीट वेब सीरीज रिलीज कर दी गई है। जो एक क्राईम ड्रामा वेब सीरीज है। इसमें साकिब सलीम, सभा आजाद, राजेश तेलंग, दानिश हुसैन और राहुल पटेल जैसे कलाकारों ने मुख्य भूमिका निभाई है और डायरेक्शन सुधीर मिश्रा और संजीव कौल द्वारा किया गया है। लोगों ने यह सीरीज देख जमकर तारीफों के पुल बाँधे हैं। जो भ्रष्टाचार, अंडरवर्ल्ड, कानून और राजनीति के गठजोड़ को दिखाने की कोशिश करती है. चलिये Crime Beat Web Series Review जानते हैं.

क्या है Crime Beat वेब सीरीज की कहानी?

Crime Beat Web Series की कहानी एक खोजी पत्रकार साकिब सलीम के इर्द-गिर्द घूमती है। जो पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है। इसी बीच साइबर अपराध से जुड़ी एक बड़ी खबर साकिब के हाथ लग जाती है। वह जैसे-जैसे इस खबर का पीछा करता है, उसे कहीं चौका देने वाले राज पता चल जाते हैं। उसे एक मोस्ट वांटेड भगोड़े गैंगस्टर बिन्नी चौधरी के भारत आने की खबर भी मिल जाती है। मगर वह खुद इस दलदल में फंस जाता है और अब उसकी जान खतरे में है। कहानी में कानून, राजनीति और अपराध का गठजोड़ देखने को मिलता है। जिनका असली ट्वीट तो आपको यह सीरीज देखकर ही पता चलेगा।

Crime Beat Web Series Review

सीरीज की शुरुआत दमदार है और यह पत्रकारिता जगत की सच्चाई को दिखाने की अच्छी कोशिश करती है। इसमें मीडिया हाउस के अंदर होने वाले सौदेबाजी, राजनीतिक दबाव और TRP के लिए सच को तोड़-मरोड़कर पेश करने जैसी चीजों को बखूबी दिखाया गया है। लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, इसकी पकड़ थोड़ी ढीली पड़ जाती है। स्क्रिप्ट में कई जगह दमदार मोमेंट्स हैं, लेकिन कुछ जगह यह खिंची हुई लगती है।

बिन्नी चौधरी के भारत वापस आने के बाद फिल्म की कहानी तेजी से आगे बढ़ती है और दर्शकों को जबरदस्त मजा आता है। जिससे दर्शकों की सारी शिकायतें दूर हो जाती है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक ठीक-ठाक है। बाकी सिनेमैटोग्राफी और शूटिंग सेट औसत से बेहतर लगता है।

डायरेक्शन और कलाकारों का काम कैसा है

डायरेक्टर ने वेब सीरीज को रियलिस्टिक टच देने की पूरी कोशिश की है, लेकिन कमजोर स्क्रीनप्ले के कारण कुछ झोल रह जाते हैं। साकिब सलीम ने खोजी पत्रकार के रूप में ठीक-ठाक काम किया है, लेकिन उनके किरदार को और निखारा जा सकता था। राहुल भट और राजेश तैलंग अपने-अपने किरदारों में प्रभावी रहे, जबकि सबा आज़ाद का किरदार ज्यादा जम नहीं सका और उनकी पर्सनैलिटी भी उनके किरदार से अलग-थलग महसूस हुई है।

क्राइम बीट वेब सीरीज क्यों देखें?

अगर आपको पत्रकारिता, राजनीति और अपराध की दुनिया के कनेक्शन पर बनी कहानियां पसंद हैं, तो Crime Beat एक बार जरूर देखें। लेकिन अगर आप Paatal Lok जैसी हाई-इंटेंसिटी वाली क्राइम-थ्रिलर की उम्मीद कर रहे हैं, तो यह शो आपको पूरी तरह संतुष्ट नहीं कर पाएगा।

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