D Pharmacy Diploma Course: 12वीं पास करने के बाद विद्यार्थी के पास अपने करियर चुनने के कई विकल्प होते हैं। जिसमें विद्यार्थी के पास कुछ ऐसे भी कोर्स के ऑप्शन होते हैं। जिन कोर्स को करने के बाद वह सीधे नौकरी कर सकते हैं या खुद का कोई काम शुरू कर सकते हैं। इन कोर्सेज को करने के बाद विद्यार्थियों को सरकारी वैकेंसी का इंतजार करने की कोई आवश्यकता नहीं होती। जिनमें मुख्य रूप से D Pharmacy Diploma एक सबसे ज्यादा चुना जाने वाला कोर्स है। डी फार्मेसी क्या है और इसे करने के क्या फायदे हैं ? इससे जुड़ी अन्य जानकारी इस लेख में उपलब्ध कराई गई है.
D Pharmacy Diploma क्या है ?
कोर्स | D Pharmacy Diploma |
अवधि | 2 साल |
फीस | 45 हज़ार से 1 लाख |
कार्स स्तर | डिप्लोमा |
सैलरी भारत में | 5 लाख शुरूआती |
सैलरी विदेश में | 30 लाख शुरूआती (T1 और T2 देशों में) |
इसका फुल फॉर्म डिप्लोमा इन फार्मेसी है। जिसका उद्देश्य फार्मेसी के क्षेत्र से जुड़े मूलभूत ज्ञान की जानकारी लेना और उसका अनुभव लेना है। यह कम टाइम में क्या जाने वाला एक कोर्स है। जिसकी अवधि अधिकतम 2 साल रहती है। इस कोर्स के माध्यम से मेडिकल लाइन से जुड़े छात्र-छात्राओं को फॉर्म क्यूटिकल दवाइयां के निर्माण और उनसे जुड़ी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। यह एक ऐसा डिप्लोमा कोर्स है जिसमें मेडिकल से जुडे कई सब्जेक्ट्स की गहरी जानकारी दी जाती है।
D Pharmacy Diploma Benefits
यह एक ऐसा डिप्लोमा प्रोग्राम है, जिसे करने के बाद स्टूडेंट्स को रोजगार के लिए भड़काने की आवश्यकता नहीं पड़ती। वह सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही वह अपना खुद का क्लीनिक या मेडिकल कंसलटिंग का भी काम भी शुरू कर सकते हैं।
- इसके बाद हेल्थ क्लिनिक, NGO, पब्लिक हेल्थ क्लिनिक, फार्मासिस्ट की नौकरी कर सकते हैं। जहां पर्ची चेक करके दवाइयां देने का काम करना होता है।
- डॉक्टर असिस्टेंट एक बहुत ही शानदार पद है। जिस पर डी फार्मेसी करने के बाद काम करने का अवसर मिलता है।
- Medical surgical product और दवाइयां की बिक्री करके या खुद का आउटलेट शुरू करके अच्छी कमाई कर सकते हैं। जिसके लिए डी फार्मेसी डिप्लोमा आवश्यक है।
- चिकित्सा औजार और दवाइयां की फैक्ट्री में काम करने का एक सुनहरा ऑप्शन है।
डी फार्मेसी डिप्लोमा के सब्जेक्ट
यह कोर्स आगे चलकर बैचलर और मास्टर स्तर की डिग्री पाने के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार करता है। जिसके माध्यम से स्टूडेंट को फार्मास्युटिकल के बेसिक कॉन्सेप्ट से एडवांस सिखाए जाते हैं। यह कोर्स भारत और विदेश के कई विश्वविद्यालय में काफी ज्यादा प्रचलित है। जिसके चलते इस कोर्स का सिलेबस विश्वविद्यालय के अनुसार अलग भी हो सकता है हालांकि मुख्य विषयों की लिस्ट हमने नीचे दी है।
यहां डिप्लोमा फार्मेसी के प्रथम वर्ष का संपूर्ण सिलेबस उपलब्ध कराया गया है।
फर्मास्युटिक्स I ( प्रथम वर्ष )
- इंट्रोडक्शन टू डिफरेंट डोसेज फॉर्म्स
- मैट्रोलोजी
- पैकेजिंग ऑफ फार्मास्युटिकल
- साइज सेपेरशन बाय शिफ्टिंग
- क्लैरिफिकेशन एंड फिल्ट्रेशन
बायोकेमिस्ट्री क्लीनिकल पैथोलॉजी
- इंट्रोडक्शन टू बायोकेमिस्ट्री
- कार्बोहाइड्रेट्स
- लिपिड्स
- विटामिन्स
- एन्ज़ाइम्स
- थेरप्यूटिक्स
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री 1
- एसिड, बेस & बफर्स
- एंटीऑक्सिडेंट्स
- गैस्ट्रोइंटेस्टिनल एजेंट्स
- टोपिकल एजेंट्स
- डेंटल प्रोडक्ट्स
- डेफिनिशन, हिस्ट्री & स्कोप
- फार्मास्युटिकल एड्स
- वेरियस सिस्टम ऑफ क्लॉस्फिकेशन ऑफ ड्रग्स & नेचुरल ओरिजिनल
- अडल्ट्रेशन & ड्रग इवेलुएशन
ह्यूमन एनाटोमी फिजियोलॉजी
- स्कोप ऑफ एनाटोमी & फिजियोलॉजी
- एलीमेंट्री टिश्यू
- स्केलटल सिस्टम्स
- कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम्स
- रेस्पिरेटरी सिस्टम्स
- मस्कुलर सिस्टम्स
हेल्थ एजुकेशन कम्युनिटी फार्मेसी
- कांसेप्ट ऑफ हेल्थ
- न्यूट्रिशन & हेल्थ
- फर्स्ट एड.
- एनवायरनमेंट एंड हेल्थ
- फंडामेंटल प्रिंसिपल्स ऑफ माइक्रोबायोलॉजी
- कम्युनिकेबल डिज़ीज़
डी फार्मेसी डिप्लोमा कोर्स के दूसरे वर्ष का संपूर्ण सिलेबस विस्तार से नीचे उपलब्ध कराया गया है।
फर्मास्युटिक्स 2
- रीडिंग एंड अंडरस्टैंडिंग प्रेस्क्रिप्शन्स
- स्टडी ऑफ वेरियस टाइप्स ऑफ इंकम्पेटाबिलिटी
- पोसोलोजी
- डिस्पेंसेड मेडिकेशन्स
- टाइप्स ऑफ पाउडर्स
- लिपिड्स & डोसेज फॉर्म्स
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री 2
- इंट्रोडक्शन टू नोमेनक्लेचर ऑफ आर्गेनिक केमिकल सिस्टम्स
- एंटीसेप्टिक & डिसइंफेक्टेंट्स
- एंटीलेपरोटिक ड्रग्स
फार्माकोलॉजी एंड टॉक्सिकोलॉजी
- इंट्रोडक्शन टू नोमेनक्लेचर ऑफ आर्गेनिक केमिकल सिस्टम्स
- एंटीसेप्टिक एंड डिसइंफेक्टेंट्स
- एंटीलेपरोटिक ड्रग्स
ड्रग स्टोर बिज़नेस मैनेजमेंट
- जोइंट्रोडक्शन
- ड्रग हाउस मैनेजमेंट
- सेल्स
- रिक्रूटमेंट एंड ट्रेनिंग
- बैंकिंग एंड फाइनेंस
- इंट्रोडक्शन टू एकाउंटिंग
हॉस्पिटल क्लीनिकल फार्मेसी
- डेफिनिशन, फंक्शन, एंड क्लासिफिकेशन ऑफ हॉस्पिटल्स
- हॉस्पिटल फार्मेसी
- द ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम इन द हॉस्पिटल
- मैन्युफैक्चरिंग
- ड्रग इनफार्मेशन सर्विस
- इंट्रोडक्शन टू क्लीनिकल फार्मेसी
- मॉडर्न डिस्पेंसिंग आस्पेक्ट्स
फार्माकोलॉजी एंड टॉक्सिकोलॉजी
- इंट्रोडक्शन टू फार्माकोलॉजी
- स्कोप ऑफ फार्माकोलॉजी
- ड्रग्स: उनके एडवांटेज और डिसएडवांटेज
- जनरल मैकेनिज्म ऑफ ड्रग एक्शन
- ड्रग्स एक्टिंग ऑन द सेंट्रल नर्वस सिस्टम
फार्मास्युटिकल ज्यूरिस्प्रूडेंस
- ओरिजिन & नेचर ऑफ फार्मास्युटिकल लेजिस्लेशन in India
- प्रिंसिपल्स एंड सिग्नीफिकेन्स ऑफ प्रोफेशनल एथिक्स
- फार्मेसी एक्ट 1948
- द ड्रग्स एंड कास्मेटिक एक्ट 1940
- द ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज़ एक्ट 1954
नोट: डी फार्मेसी 2 वर्षों का डिप्लोमा कोर्स है जिसके सिलेबस का विस्तृत विवरण ऊपर उपलब्ध कराया गया है। ध्यान रहे यह सांकेतिक उद्देश्यों के लिए तैयार किया गया है। जो विश्वविद्यालय और राज्य अथवा देश के पैटर्न से कुछ भिन्न हो सकता है।
D Pharmacy Diploma Eligibility Criteria
डी फार्मेसी करने वाले विद्यार्थी के पास 12वीं क्लास में फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी होनी चाहिए। इसके साथ ही वह कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण हो। इसके बाद डी फार्मेसी डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिसके लिए एक एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करने की आवश्यकता होगी। कई विश्वविद्यालय में एक बेसिक इंटरव्यू भी लिया जा सकता है। जिससे स्टूडेंट्स की क्षमता और रुचि का अनुमान लगाया जाता हैं।
D Pharmacy Diploma Fee
डी फार्मेसी डिप्लोमा कोर्स की भारत में 45000 से लेकर ₹100000 तक की फीस ली जाती है। हालांकि विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप भी ऑफर की जाती है। इसके साथ ही सरकारी कॉलेज में यह फीस काफी कम लगभग 12 से 20,000 के बीच सालाना लगती है।
D Pharmacy Diploma Course Salary in India
डी फार्मेसी डिप्लोमा कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स को भारत में लगभग पांच लाख रुपए सालाना सैलरी दी जाती है। जो उनके अनुभव और कौशल के साथ बढ़ाई जाती हैं।
D Pharmacy Diploma Salary in Foreign
डी फार्मेसी डिप्लोमा कोर्स की डिमांड न सिर्फ़ भारत में बल्कि दुनिया भर में है। यह कोर्स करने के बाद स्टूडेंट विदेश में नौकरी पाकर अपना कैरियर अच्छे से बना सकते हैं। जिसके लिए उन्हें सालाना 30 से 35 लख रुपए टियर वन कंट्री में ऑफर किए जाते हैं।
सरकारी हॉस्पिटल में नौकरी के अवसर
डी फार्मेसी डिप्लोमा करने के बाद सरकारी डिस्पेंसरी में डॉक्टर के पद पर अथवा दवाई वितरक या अन्य पदों पर नौकरियां प्राप्त की जा सकती है। जिसके लिए सरकार समय-समय पर वैकेंसी भी जारी करती है।
निष्कर्ष: इस लेख में D Pharmacy Diploma Course से जुड़ी विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई है। जिसमें कोर्स के लिए एलिजिबल क्राइटेरिया, फीस, सैलरी और सिलेबस का विस्तार रूप से वर्णन उपलब्ध है। इस लेख का सोर्स गूगल है। जिसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि पाई जाती है तो हमें सूचित करें।