आजकल हर कोई मेडिकल के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत कर रहा है। जिसमें लाखों रुपए का खर्च और कई सालों की पढ़ाई करनी होती है। मगर मेडिकल के क्षेत्र में कुछ ऐसे डिप्लोमा कोर्स भी है। जो बहुत कम समय में और बहुत कम खर्च के साथ आसानी से किये जा सकते हैं। यह कोर्स करने के बाद आप अच्छी सैलरी के साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे सकते हैं। जिनमें Diploma in Medical Record Science Course काफी लोकप्रिय है। यह कोर्स करने के बाद आप किसी भी हॉस्पिटल और क्लिनिक आदि में नौकरी कर सकते हैं। आईए जानते हैं D M R S Course क्या है? और इससे जुड़ी अन्य आवश्यक जानकारी। जो आपको यह कोर्स शुरू करने से पहले आवश्यक रूप से जान लेनी चाहिए।
Diploma in Medical Record Science Course क्या है?
मेडिकल रिकॉर्ड साइंस कोर्स के माध्यम से छात्रों को चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। जिसमें उन्हें रोगियों के स्वास्थ्य की जानकारी को बेहतरीन ढंग प्रबंध करना, उनके स्वास्थ्य के बदलाव को ट्रैक करना और डॉक्टर द्वारा की गई टिप्पणी का रिकॉर्ड रखना शामिल है। यानी मेडिकल रिकॉर्ड साइंस में सीधे रूप से रोगी का इलाज न करके उसकी शारीरिक और मानसिक स्थिति का डाटा प्रबंध करना सिखाया जाता है। साथ ही रोगी की निजी जानकारी जैसे उसका नाम, पता और उसका हाल-चाल जानने वालों का विवरण दर्ज करना होता है। आसान शब्दों में कहे तो आपका काम रोगी से जुड़ी संपूर्ण जानकारी एक चार्ट पर व्यवस्था ढंग से प्रबंध करना होगा।
Medical Record Science Duration
मेडिकल रिकॉर्ड साइंस में दो तरह के प्रोग्राम करने के विकल्प मिलते हैं। जिसमें एक बैचलर डिग्री और दूसरा पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा का विकल्प मिलता है।
बैचलर डिग्री कोर्स
मेडिकल रिकॉर्ड साइंस में बैचलर डिग्री की अवधि 3 साल की होती है। जिसके लिए छात्रों के पास 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथमेटिक्स या बायोलॉजी विषय होनी जरूरी है। बैचलर डिग्री कोर्स लेने के लिए कई संस्थाओं द्वारा एक कौशल परीक्षण परीक्षा भी ली जाती है। हालांकि यह औपचारिक होती है। इस कोर्स की फीस 20 हजार से लेकर अधिकतम 1.80 लाख तक पहुंचती है।
पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स
पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से मेडिकल रिकॉर्ड साइंस में करियर बनाना काफी आसान है। जिसकी अवधि कम से कम 1 साल और अधिकतम 2 साल तक की रहती है। यह डिप्लोमा कोर्स हेल्थ केयर अथवा लाइफ साइंस इंडस्ट्री से जुड़े छात्रों के लिए एक शॉर्ट टर्म प्रोग्राम का विकल्प बनता है। जिसके लिए MSC और जीव विज्ञान से ग्रेजुएशन करने वाले छात्र योग्य होते हैं।
Medical Record Science Syllabus
- मेडिकल टर्मिनोलॉजी: इसमें चिकित्सा शब्दावली, शारीरिक और रोग शब्दावली से परिचय कराया जाता है।
- कंप्यूटर ज्ञान: इसमें माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सूट, ईमेल, इंटरनेट और बेसिक डाटाबेस मैनेजमेंट सिखाया जाता है। ताकि रोगी का डाटा कंप्यूटर में भी सुरक्षित रूप से संभाल जा सके।
- मेडिकल कोडिंग और बिलिंग: ICD-10-CM 9और CPT कोडिंग, मेडिकल बिलिंग और बीमा दावा प्रोसेसिंग, हेल्थकेयर प्रतिपूर्ति प्रणाली का गहराई से कौशल दिया जाता है.
- व्यवहारिक ज्ञान: छात्रों को रोगी से अधिक सराहनीय रूप से वार्तालाप करने का कौशल सिखाया जाता है। ताकि वे रोगी से एक परिवार के सदस्य के रूप में भावनात्मक रूप से जुड़ सके।
Best Collage For Medical Record Science
भारत में कई कॉलेज है। जहां से मेडिकल रिकॉर्ड साइंस डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है। मगर कुछ लोकप्रिय कॉलेज की सूची नीचे दी गई है। जहां से आप यह कोर्स करने का विचार कर सकते हैं।
- डॉ.एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी, चेन्नई
- जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रैजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पुडुचेरी
- क्रिस्चन इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड रिसर्च, नगालैंड
- जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- अल्लुरी सीताराम राजू अकैडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज
- एलुरु अपोलो इंस्टिट्यूट ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट एंड अलाइड साइंस, चेन्नई
- एसआरएम यूनिवर्सिटी, चेन्नई
मेडिकल रिकॉर्ड साइंस डिप्लोमा कोर्स जॉब विकल्प और सैलरी
यह कोर्स करने के बाद हेल्थ केयर सेंटर, क्लिनिक, गवर्नमेंट हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, मेडिकल कॉलेज/यूनिवर्सिटी, मेडिकल राइटिंग डॉक्टर ऑफिस, डायग्नोस्टिक सेंटर या मेडिकल इंश्योरेंस सेंटर पर नौकरी शुरू कर सकते हैं। जहां आपकी सैलरी शुरुआती समय में 15,000 से शुरू होगी। समय, अनुभव और क्षेत्र के आधार पर आपकी सैलरी बढ़ाई जाएगी। जो अधिकतम 70,000 तक पहुंच सकती है।