बॉलीवुड में ऐसे कई फेमस कलाकार है, जिनको हमने पर्दे पर बतौर हीरो देखा है, लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि यह फेमस सितारे कैमरे के सामने अपनी शुरुआत सालों पहले बचपन में ही कर चुके थे। फिल्मों में उनका पहला कदम बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट पड़ा था, मगर उम्र कम होने के चलते ये दर्शकों की नजरों से बचे रहे। चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ फेमस कलाकारों के बारे में जिन्होंने बतौर बाल कलाकार इंडस्ट्री में एंट्री ली और आज सुपरस्टार बन चुके हैं।
Table of Contents
अजय देवगन (प्यारी बहना 1985)
बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्मों में डेब्यू करने वाले कलाकारों की सूची में पहला नाम अजय देवगन का आता है। जिन्होंने 16 साल की उम्र में बी.आर. चोपड़ा की फिल्म प्यारी बहना(1985) में मिथुन चक्रवर्ती के बचपन का रोल निभाया था। हालांकि अजय देवगन की बतौर हीरो पहली फिल्म साल 1991 में आई थी। जिसका नाम फूल और कांटे हैं।
नीतू सिंह (सूरज फिल्म 1996)
खेल खेल मे, दो दूनी चार, याराना, धरम वीर और दीवार समेत कई सुपर हिट फिल्मों मे काम कर चुकी नीतू सिंह सिंह आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। वो बॉलीवुड के दिव्यंगत अभिनेता ऋषिकपूर की पत्नी हैं। नीतू ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट 8 साल की उम्र में डेब्यू किया था। उनकी पहली डेब्यू फिल्म सूरज थी, जो की 1996 में रिलीज हुई जिसमें उन्होने बेबी सोनिया नाम किरदार को निभाया था।
श्री देवी (तमिल फिल्म Kandhan Karunai 1967)
श्रीदेवी भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिभाशाली और प्रसिद्ध अभिनेत्रियों में से एक थीं, जिनका करियर पांच दशकों से भी अधिक लंबा रहा। उन्होंने मात्र 4 साल की उम्र में एक बाल कलाकार के रूप में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। उनकी 1967 मे रिलीज हुई पहली फिल्म तमिल भाषा की Kandhan Karunai थी, जिसमें उन्होंने भगवान मुरुगन के बचपन का किरदार निभाया था। इसके बाद उन्होंने दक्षिण भारतीय फिल्मों में एक प्रमुख अभिनेत्री के रूप में नाम कमाया और फिर हिंदी सिनेमा में कदम रखा। 1979 में आई फिल्म ‘सोलवा सावन’ से उन्होंने बॉलीवुड में मुख्य अभिनेत्री के रूप में शुरुआत की, लेकिन 1983 की फिल्म ‘हिम्मतवाला’ ने उन्हें हिंदी फिल्मों की सुपरस्टार बना दिया। श्रीदेवी की अभिनय कला, नृत्य में दक्षता और स्क्रीन प्रेज़ेंस ने उन्हें ‘बॉलीवुड की पहली फीमेल सुपरस्टार’ का दर्जा दिलाया।
कुणाल खेमू (फिल्म सर 1993)
बॉलीवुड के टैलेंटेड अभिनेता कुणाल खेमू ने भी बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। उनकी पहली फिल्म ‘सर’ (1993) थी, जिसमें उन्होंने एक बच्चे की भूमिका निभाई थी। इसके बाद कुणाल कई चर्चित फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में नजर आए, जिनमें ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘हम हैं राही प्यार के’, ‘जख्म’ और ‘दुश्मन’ जैसी फिल्में शामिल हैं। एक बेहतर लीड एक्टर के तौर पर कुणाल खेमू ने साल 2005 में आई फिल्म ‘कलयुग’ से बॉलीवुड में वापसी की, जो उनके करियर के लिए एक मजबूत शुरुआत साबित हुई।
ऋषि कपूर (मेरा नाम जोकर 1973)
दिवंगत ऋषि कपूर ने लगभग 4 दशकों तक फिल्म इंडस्ट्री में राज किया है। बतौर हीरो उनकी पहली फिल्म बॉबी (1973) थी। जो अपनी सदी की सबसे बड़ी हिट फिल्म रही थी। मगर ऋषि कपूर का फिल्मों में पहला कदम साल 1970 में रिलीज हुई फिल्म “मेरा नाम जोकर” से पड़ा था। जिसमें उन्होंने एक किशोर की भूमिका निभाई थी। इस रोल के लिए ऋषि कपूर को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था।
संजय दत्त (रेशमा और शेरा 1981)
बॉलीवुड के खलनायक संजय दत्त ने फिल्म इंडस्ट्री में अपना पहला कदम 12 साल की उम्र में अपने पिता की फिल्म रेशमा और शेरा के जरिए रखा था। जबकि बतौर लीड एक्टर उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1981 में आई फिल्म रॉकी से की थी। रॉकी फिल्म का डायरेक्शन भी उनके पिता सुनील दत्त ने ही किया था।
ऋतिक रोशन (आशा फिल्म 2000)
बॉलीवुड के मोस्ट हैंडसम अभिनेता ऋतिक रोशन ने भी बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म इंडस्टी में कदम रखा था. इस फिल्म का नाम आशा (1980) था। इसके बाद भी ऋतिक रोशन कई फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में नजर आए। जिनमें आपके दीवाने और भगवान दादा जैसी फिल्मों का नाम शामिल है। बेहतर लीड हीरो ऋतिक रोशन ने साल 2000 में रिलीज हुई फिल्म कहो ना प्यार है से कदम रखा। जो उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई।
आमिर खान (मधोश 1974)
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान ने भी बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। उनकी पहली फिल्म ‘यादों की बारात’ (1973) थी, जिसमें उन्होंने आठ साल की उम्र में छोटा किरदार निभाया था। इसके बाद वह फिल्म ‘मधोश’ (1974) में भी नजर आए। लेकिन एक बेहतर लीड एक्टर के रूप में आमिर खान ने साल 1988 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ से अपने करियर की असली शुरुआत की, जो एक सुपरहिट साबित हुई और उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया।