Krishnakumar Kunnath ने भारतीय सिनेमा जगत में अपनी जादुई आवाज से हर किसी का दिल जीता है। उन्होंने काफी कम समय में ही काफी ज्यादा प्रसिद्धि हासिल की थी। एक आम परिवार में जन्मे कृष्ण कुमार कुन्नथ ने 53 सालों का जीवन जिया। आज गूगल ने सिंगर केके का डूडल बनाया है। मगर आज ना ही तो उनका जन्मदिन है और ना ही मरण दिन है। तो फिर गूगल ने उनकी तस्वीर डूडल में क्यों लगाई है? यह सवाल हर किसी के दिमाग में आ रहा होगा। जिसका जवाब इस लेख के अंत तक आपको मिल जाएगा। आईए “सिंगर केके” के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी जानते हैं।
कौन हैं Krishnakumar Kunnath
सिंगर केके जिनका पूरा नाम Krishnakumar Kunnath है। उन्हें पार्श्व गायक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर हिंदी फिल्मों के गाने गाए हैं। उनकी आवाज काफी गहरी है। जो भावनात्मक रूप से दर्शकों पर असर छोड़ती है। इसके अलावा वे लाइव कॉन्सर्ट के लिए भी जाने जाते थे। उनकी प्रभावशाली मंचीय उपस्थिति ने उन्हें दर्शकों का पसंदीदा बना दिया है। वह गायन के साथ-साथ गीत भी लिखते थे। कुछ गानों को उन्होंने संगीत भी दिया है। अपनी मेहनत और लगन से संगीत जगत में काफी ऊंचा मुकाब हासिल करने वाले “सिंगर केके” के लिए साल 2022 आखरी साल रहा।
जन्म शिक्षा और परिवार
कृष्ण कुमार कुन्नथ का जन्म 23 अगस्त 1968 को दिल्ली के एक मलयाली परिवार में हुआ था। उनके पिता सीएस नायर और माता कनाकवाल्ली है. दिल्ली की गलियों में पले-बड़े कृष्ण कुमार ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के माउंट सेंट मेरी स्कूल से की। इसके बाद दिल्ली के करोड़ीमल विश्वविद्यालय से वाणिज्य विषय के साथ स्नातक की डिग्री हासिल की। वैसे तो वह एक डॉक्टर बनना चाहते थे। मगर कुदरती देन से उनकी आवाज काफी मीठी और प्रभावशाली थी। जिसने स्वत: ही उनके जीवन को एक नया आकार दिया। कहा जाता है कि उन्होंने संगीत की कोई खास शिक्षा नहीं ली है। उन्होंने आत्मज्ञान और छोटे बड़े प्रयासों से ही अपने आप को इस प्रकार तैयार किया है।
नानी से सीखे संगीत के सुर
कृष्ण कुमार कुन्नथ ने संगीत के क्षेत्र में कोई भी फॉर्मल ट्रेनिंग नहीं ली है। हालांकि उनकी नानी ने ही उन्हें संगीत की शिक्षा दी है। जो खुद एक म्यूजिक टीचर थी। इन्होंने संगीतकला में जो कुछ सीखा है वह उनकी नानी से ही सीखा है। इनका बचपन नानी के साथ ही गुजारा है।
नौकरी छोड़ बने सिंगर
गायक केके वाणिज्य में स्नातक करने के बाद एक होटल में मैनेजमेंट एग्जीक्यूटिव के पद पर नौकरी करने लगे थे। जहां उन्होंने लगभग 8 महीने तक नौकरी की। मगर इस दौरान उनके अंदर सिंगिंग टैलेंट विकसित होता गया। वह साल 1994 में नौकरी छोड़कर मुंबई आ गए और रंजीत बारोट, लुई बैंकों, शिव माथुर और लेस्ली लुईस जैसे दिग्गजों को अपना एक डेमो टेप दिया। ताकि उन्हें संगीत जगत में एक मौका मिल सके।
इस दौरान उन्हें यूटीवी (UTV) द्वारा Santogen Suiting के प्रचार वीडियो के लिए गीत गाने का अवसर मिला। यहां से उनकी किस्मत बदल गई। इसके बाद इन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और इंडस्ट्री ने भी उनके टैलेंट की काफी कदर की। उन्हें लगातार विज्ञापन वीडियो में काम करने का अवसर मिला।
11 भाषाओं में गाये थे 3500 जिंगल
कृष्ण कुमार कुन्नथ को संगीत इतिहास में उनकी मीठी आवाज के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने 4 साल की अवधि में 11 भाषाओं में लगभग 3,500 से भी ज्यादा प्रचार वीडियो के लिए जिंगल गाये थे। इसके अलावा हिंदी भाषा में 250 और तमिल-तेलुगु में 50 से ज्यादा गाने गए हैं।
गूगल ने डूडल में Krishnakumar Kunnath “KK” का फोटो क्यों लगाया है
आज 25 अक्टूबर 2024 को गूगल ने डूडल में गायक कृष्ण कुमार कुन्नथ का एनिमेटेड फोटो लगाया है। हालांकि ना ही तो आज उनका जन्मदिन है और ना ही मरण दिन है। मगर आज का दिन उनके करियर के लिए काफी खास माना जाता है। उन्होंने साल 1996 में आई फिल्म “माचिस” से सिनेमा जगत में डेब्यू किया था. फिल्म माचिस का हिट गाना “छोड़ आए हम” केके द्वारा गाया गया था. भले ही गाने में उन्होंने कम ही बोल गाये थे।
मगर उनका डेब्यू 25 अक्टूबर 1996 को माना जाता है। इस फिल्म के बाद 1999 में सलमान खान, अजय देवगन और ऐश्वर्या राय स्टारर फिल्म “दिल दे चुके सनम” में “तड़प तड़प के इस दिल से” गाना गया. यह भी हिट साबित हुआ। इसके बाद वह इंडस्ट्री में एक उभरते कलाकार के रूप में छा गए। उनके सिनेमा जगत में डेब्यू की तारीख 25 अक्टूबर थी। इस आधार पर ही गूगल ने डूडल में उनका फोटो दिखाया है।