MBA in Digital Marketing: डिजिटल मार्केटिंग में एमबीए डिग्री के बाद कई आकर्षक और ज्यादा वेतन वाले जॉब के रास्ते खोलता है। जिसमें मुख्य रूप से डिजिटल मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव, ब्रांड मैनेजर, सोशल मीडिया मैनेजर, SEO एक्सपर्ट, और ई-कॉमर्स क्षेत्र मुख्य रूप से शामिल है। इस लेख में Digital Marketing में MBA कैसे करें? डिजिटल मार्केटिंग में MBA करने के फायदे और अन्य आवश्यक जानकारी दी जायेगी है।
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MBA in Digital Marketing
डिजिटल मार्केटिंग MBA डिग्री कोर्स के माध्यम से छात्रों को डिजिटल दुनिया में प्रभावी रूप से मार्केटिंग स्ट्रेटजी विकसित करने के लिए आवश्यक ज्ञान दिया जाता है। इसके साथ ही कौशल भी सिखाया जाता है। जिसका उद्देश्य किसी भी कंपनी की सेवाओं और प्रोडक्ट्स को अधिक प्रभावित ढंग से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना होता है। इस डिग्री कोर्स में छात्रों को व्यवसाय के सभी पहलुओं से भी गहराई से अवगत कराया जाता है। साथ ही साथ कई स्किल सिखाई जाती है। जिसमें मुख्य रूप से ई-कॉमर्स, कंटेंट मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग, PPC और सोशल मीडिया मार्केटिंग का नाम शामिल है।
डिजिटल मार्केटिंग में एमबीए डिग्री के लिए जरूरी शिक्षा
डिजिटल मार्केटिंग में एमबीए करने के लिए छात्रों को विशेष योग्यताओं के साथ आवेदन करना होगा। जिनका विवरण नीचे दिया गया है।
- अभ्यर्थी के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 50% अंकों के साथ स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। (SC/ST छात्रों को 5% सरकार के नियम अनुसार छूट दी जाएगी)
- अंतिम वर्ष की परीक्षा दे, चुके छात्र भी डिजिटल मार्केटिंग एमबीए में आवेदन करने के योग्य होंगे। हालांकि परिणाम में उनके न्यूनतम 50% अंक आने चाहिए।
- छात्रों का मेरिट लिस्ट के आधार पर चयन किया जाएगा। इसके बाद GMAT/CAT/MAT/CMAT जैसी परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने के बाद अंतिम रूप से एमबीए डिजिटल मार्केटिंग में दाखिला मिलेगा।
- यह कुछ बेसिक मापदंड है। जो ज्यादातर संस्थाओं द्वारा मांगे जाते हैं। इनके अलावा भी संस्थान के आधार पर कुछ अन्य योग्यता मापदंड हो सकते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग एमबीए डिग्री फीस
डिजिटल मार्केटिंग में एमबीए करने पर सालाना 40 हज़ार से 2 लाख तक का खर्च आ सकता है। हालांकि यह संस्थान से मिलने वाली सुविधाओं और अन्य करको पर भी निर्भर करता है। दूसरी ओर डिजिटल मार्केटिंग में एमबीए विदेश से करने पर सालाना 8 से अधिकतम 14 लाख तक का खर्च आ सकता है।
MBA in Digital Marketing Syllabus
डिजिटल मार्केटिंग एमबीए डिग्री की अवधि 2 साल की होती है। जो 4 सेमेस्टर में बटी होती है। किसी भी सेमेस्टर में उत्तीर्ण होने के बाद ही अगले सेमेस्टर में दाखिला मिलेगा। डिजिटल मार्केटिंग एमबीए के सिलेबस का विवरण नीचे दिया गया है।
सेमेस्टर 1
पहले सेमेस्टर में छात्रों को व्यवसाय के क्षेत्र के सामान्य फंडामेंटल, मैनेजमेंट और टीम व्यवहार के बारे में जानकारी दी जाती है। साथ ही ई-कॉमर्स, माइक्रोसॉफ्ट टूल्स का इस्तेमाल करने के साथ-साथ सेल्फ इंप्रूवमेंट और टीम के साथ कार्य करने का कौशल भी सिखाया जाता है।
सेमेस्टर 2
- डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटजी: इसमें व्यापार के लक्ष्य को कम समय और सीमित खर्चे में हासिल करने के लिए प्रभावी डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटजी तैयार करना सिखाया जाता है।
- कंटेंट मार्केटिंग: कंटेंट मार्केटिंग में वीडियो मार्केटिंग, ब्लॉगिंग, इंफो ग्राफिक्स जैसी विभिन्न प्रकार की सामग्री को तैयार करना और लोगों तक पहुंचना सिखाया जाता है।
- ईमेल मार्केटिंग: लोगों से ईमेल एकत्रित करना और इसका प्रभावी ढंग से न्यूज लेटर, प्रमोशन और अन्य कई प्रकार से उपयोग करना सिखाया जाता है।
- वेब एनालिटिक्स: गूगल एनालिटिक्स का इस्तेमाल करते हुए बिजनेस वेबसाइट की परफॉर्मेंस को ट्रैक करना और उसमें आने वाली खामीयो का सुधार करना शामिल है।
सेमेस्टर 3
- सोशल मीडिया प्रचार: इसमें गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य एडवर्टाइजमेंट प्लेटफार्म पर व्यवसाय का प्रचार कैंपियन लगाकर लीड जनरेशन और मार्केटिंग ऑटोमेशन जैसे उद्देश्यों की पूर्ति करना शामिल है।
- डेटा एनालिसिस: ग्राहकों के उपलब्ध डाटा का बेहतर तरीके से मार्केटिंग स्ट्रेटजी में इस्तेमाल करना सीखाया जायेगा।
- एफिलिएट मार्केटिंग: अन्य कंपनियों के प्रोडक्ट और सर्विसेज का प्रचार करके एफिलिएट प्रोग्राम के तहत कमिशन कमाना सिखाया जाता है।
- ई-कॉमर्स मार्केटिंग: ऑनलाइन स्टोर और शॉपिंग प्लेटफार्म के माध्यम से प्रोडक्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक प्रभावी ढंग से पहुंचना और बिक्री दर्ज करना आदि की रणनीति सिखाई जाती है।
सेमेस्टर 4
- डिजिटल मार्केटिंग के किसी भी विशेष विषय पर गहराई से जानकारी और कौशल प्राप्त करना। जैसे सोशल मीडिया मार्केटिंग, डाटा साइंस या सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन आदि।
- प्रोजेक्ट्स: किसी भी कंपनी के साथ वास्तविक समस्याओं का हल निकलते हुए इंटर्नशिप करना शामिल है।
डिजिटल मार्केटिंग में एमबीए के लिए कॉलेज
भारत में कई इंस्टिट्यूट और कॉलेज हैं। जहां से डिजिटल मार्केटिंग में एमबीए कर सकते हैं। हम यहां कुछ प्रसिद्ध संस्थानो की सूची उपलब्ध करा रहे हैं।
- निम्स यूनिवर्सिटी, जयपुर (NIMS)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद (IIM)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी हैदराबाद (IIIT)
- जेवियर लेबर रिलेशंस इंस्टीट्यूट जमशेदपुर (XLRI)
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
- मंगलायतन विश्वविद्यालय, अलीगढ
- सेंट मैरी टेक्निकल कैम्पस, कोलकाता
डिजिटल मार्केटिंग में MBA करने के बाद जॉब विकल्प
डिजिटल मार्केटिंग में एमबीए करने के बाद 6 महीने की इंटर्नशिप के साथ व्यापार और कौशल का अनुभव प्राप्त करें। आने वाले समय में डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट की काफ़ी डिमांड बढ़ने वाली है। जिसमें मुख्य रूप से एफिलिएट मार्केटिंग एक्सपर्ट, कंटेंट मार्केटिंग एनालिटिक्स, कॉस्ट पर क्लिक, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन एक्सपर्ट, सोशल मीडिया मैनेजर, ईमेल मार्केटिंग और सोशल मीडिया मार्केटिंग एक्सपर्ट की भूमिका में काम करते हुऐ अच्छी सैलरी पा सकते हैं।
भारत में एक डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट शुरुआती समय में चार लाख सालाना कमाता है। जो उसके एक्सपीरियंस के साथ बढ़ती जाती है।
PPC: इसके लिए गूगल एड्स और फेसबुक एड्स की गहराई से जानकारी होना आवश्यक है। जो अपनी स्ट्रेटजी के साथ एडवर्टाइजमेंट कैंपियन चलाते हैं। और कंपनी के प्रोडक्ट्स व सर्विस को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाते हैं।
Social Media Manager: डिजिटल मार्केटिंग में अच्छा अनुभव और कौशल प्राप्त करने के बाद सोशल मीडिया मैनेजर की भूमिका में नौकरी कर सकते हैं। जिसमें किसी भी कंपनी या निजी व्यक्ति के सोशल मीडिया अकाउंट को मैनेज करने के साथ-साथ नियमित रूप से कंटेंट अपलोड करना और सोशल मीडिया अकाउंट की परफॉर्मेंस को ट्रैक करना शामिल है।
SEO Manager: SEO एक्सपर्ट की भूमिका के साथ करियर की शुरुआत करना काफी बेहतर होगा। जिसमें किसी व्यक्ति या कंपनी की वेबसाइट को ऑर्गेनिक तरीके से सर्च इंजन रैंकिंग में सुधार लाना मुख्य काम होगा।