खाकी द बंगाल चैप्टर शो 21 मार्च 2025 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज कर दिया गया है। जिसके बाद शो के कलाकारों और निर्देशक ने एक सामूहिक इंटरव्यू दिया है। यह शो बंगाल की सच्ची घटनाओं से प्रेरित और कल्पना के तानों-बानें से बुना गया है। जो दर्शकों को खूब पसंद आ रहा है। शो में बंगाल की जमीनी हकीकत, अपराध और राजनीति को करीब से दिखाने का प्रयास किया गया है। चलिए जानते हैं खाकी द बंगाल चैप्टर शो के निर्देशक ने इस शो को लेकर क्या कुछ कहा है?
कलाकरों के साथ निर्देशक ने दिया इंटरव्यू
खाकी द बंगाल चैप्टर शो के मुख्य कलाकार जीत मदनानी, शाश्वत चटर्जी और निर्देशक देबात्मा मंडल ने हालही में मीडिया में इंटरव्यू दिया है. जिसमें उन्होंने इस शो से जुडी अंदर की कई बातें शेयर की है।
वे कहते हैं कि बिहार चैप्टर फिल्म पूरी तरह से सच्ची घटनाओं पर आधारित थी। मगर खाकी द बंगाल चैप्टर फिल्म पूरी तरह से काल्पनिक है। हालांकि यह कहकर निर्देशक किसी तरह का पंगा लेने से बच रहे हैं। असल में यह शो बंगाल में हुई घटनाओं को एक सिरे से लपेटने का काम करता है। हालांकि शो में पर्याप्त रूप से काल्पनिक तड़का लगाया गया है।
पहले नहीं देखा होगा ऐसा बंगाल
यह पहला ऐसा शो होगा, जिसमें बंगाल की हकीकत दिखाई गई है. इससे पहले बंगाल पर कई फ़िल्में और सीरीज बन चुकी है। मगर उनमें बंगाल की संस्कृति, समृद्धि विरासत और कला को दिखाया गया है। इस शो में बंगाल के जमीनी हालात, अपराध और राजनीतिक गठजोड़ को पारदर्शिता के साथ दिखाया है। जिसमें 1980 के दशक से शुरू होकर 2000 के काल तक दिखाया गया है। शो मुख्य रूप से बिहार की भ्रष्ट राजनीति, अपराध और सामाजिक स्थिति को दर्शाता है।
क्या है खाकी द बंगाल चैप्टर की कहानी
खाकी द बंगाल चैप्टर शो की कहानी एक ऐसे पुलिस ऑफिसर के इर्द गिर्द घूमती है। जो बंगाल के अपराधिक गुटों और राजनीतिक ताकतों के आगे मजबूर होता दिखता है। मगर वह सच्चाई को उजागर करने के लिए पूरी ताकत लगा देता है। भ्रष्टाचार राजनीतिक षड्यंत्र और अपराध एक साथ मिलकर समाज को अंदर से खोखला करने का काम करते हैं।