उत्तर प्रदेश के फूलपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान विधायक पूजा पाल का वीडियो चर्चा में आ गया है। दरअसल पूजा पाल खुद सपा विधायक है। और वह अपने विपक्षी दल भाजपा के प्रत्याशी दीपक पटेल का प्रचार करती नजर आई है। दीपक पटेल के लिए पूजा पाल घर-घर जाकर लोगों से वोट मांग रही है। यह नजारा हर किसी की नजरों में खटक रहा है। आखिर पूजा पाल कौन है और वह अपनी पार्टी के विपक्ष में जाकर विपक्षी प्रत्याशी के लिए वोट क्यों मांग रही है? यह हर कोई जानना चाहता है। आईए इसके बारे में विस्तार से जानकारी लेते हैं।
पूजा पाल कौन है?
पूजा पाल पूर्व विधायक राजू पाल की धर्मपत्नी है। मौजूदा समय में पूजा पाल कौशाम्बी जिले के चायल विधानसभा सीट पर सपा पार्टी की ओर से विधायक पद पर कार्यरत है। पूजा पाल चर्चा में उस वक्त आई। जब पूजा ने अपनी ही पार्टी के विपक्ष में जाकर विरोधी पार्टी के उम्मीदवार के लिए वोट मांगना शुरू किया। पूजा कई गांवों का दौरा कर चुकी है। और भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांग रही है। इससे पहले भी पूजा ने राज्यसभा चुनावों के दौरान भी समाजवादी पार्टी के पक्ष में मतदान न करके भाजपा के उम्मीदवार को वोट डाला था। तब से ही वह अपनी पार्टी से दूरी बनाकर चल रही है।
लोकसभा चुनाव के दौरान वह अपनी पार्टी के किसी भी राजनीतिक मंच पर नजर नहीं आई। ना ही अखिलेश यादव और अन्य नेतागणों के साथ उसने रेलियों में भाग लिया। हालांकि लोकसभा चुनाव के दौरान उसने खुलकर भी पार्टी के प्रति विरोध नहीं जताया। मगर अब वह हिम्मत करके अपनी पार्टी के विपक्ष में प्रचार कर रही है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।
पूजा पाल बीजेपी का प्रचार क्यों कर रही है?
हर कोई इस सवाल का जवाब जानना चाहता है आखिर समाजवादी पार्टी की ओर से विधायक पद पर कार्यरत होने के बावजूद पूजा पाल बीजेपी का प्रचार क्यों कर रही है? इसका कारण साल 2004 में हुई एक दुर्दांत घटना है। दरअसल पूजा पाल के पति राजू पाल ने साल 2004 में शहर पश्चिमी विधानसभा चुनाव में अतीक अहमद के भाई मोहम्मद अशरफ को चुनाव में हरा दिया था। इससे परेशान होकर अशरफ ने राजू पाल की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। राजू पाल ने समाजवादी पार्टी की ओर से ही चुनाव लड़ा था। इस घटना के समय राजू पाल और पूजा पाल की शादी को हुए केवल 9 ही दिन हुए थे। राजू पाल की हत्या का आरोप माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ पर लगाया गया था।
अतीक अहमद और अशरफ को 15 अप्रैल 2023 को अस्पताल के बाहर अज्ञात लोगों ने मार गिराया। हालांकि आरोप लगाया जाता है कि इन दोनों की हत्या में उत्तर प्रदेश की पुलिस की मिलीभगत है। मगर कोर्ट से यूपी पुलिस को क्लीन चिट मिल गई थी। अतीक अहमद और अशरफ पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। इन माफियाओं के सफायें का श्रेय पूजा पाल सीएम योगी को देती है। जहां एक और अशरफ ने उसके पति की हत्या कर दी थी। वही सीएम योगी की सरकार में उनका खात्मा हुआ। पूजा पाल का मानना है कि योगी ने उन्हें न्याय दिलाया है। और हमारा और हमारे समाज का गौरव बढ़ाया है। इसलिए वह अपनी पार्टी के विपक्ष में जाकर भाजपा का समर्थन कर रही है।
2007 में अशरफ को हराकर विधायक बनी
पति की हत्या के बाद साल 2007 के उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान पूजा पाल ने मोहम्मद अशरफ के खिलाफ चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। पूजा ने समाजवादी पार्टी की ओर से टिकट लेकर साल 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ा। और चायल की विधायक बनी। अब वह बीजेपी का समर्थन कर रही है। और बीजेपी उम्मीदवारों की ओर से जनता से वोट मांग रही है।