महाराष्ट्र में चुनाव नजदीक है। इससे ठीक पहले बीजेपी के सीनियर नेता विनोद तावड़े पर Cash For Vote के आरोप लगाये जा रहे हैं. विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने होटल में घेराबंदी की है। विनोद पर आरोप लगाया जा रहा है कि वह इस होटल में 5 करोड़ कैश के साथ रुके थे। यह पैसा वोट ख़रीदने के लिए इस्तेमाल किया जाना था। दूसरी ओर विनोद तावड़े ने भी सफाई देते हुए कहा है, कि उनके पास कोई धनराशि नहीं है। उन पर लगाए जा रहे आप झूठे हैं। आइए जानते हैं विनोद तावड़े कौन है? और इन पर लगाए जा रहे इन आरोन को में कितनी सच्चाई है?
कौन है विनोद तावड़े?
विनोद तावड़े को एक राजनेता और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता के रूप में पहचाना जाता है। जिनका पुरा नाम विनोद लक्ष्मण तावडे हैं। महाराष्ट्र राजनीतिक में उनका कद बड़ा है। वह कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए देश सेवा कर चुके हैं। दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में विनोद तावडे प्रेस कॉन्फ्रेंस में अक्सर भाग लेने लेते नजर आते हैं। टीवी चैनलों पर भी वे भाजपा की ओर से खूब बयान बाजी करते हैं।
विनोद तावडे महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री, सांस्कृतिक मामले के मंत्री और अल्पसंख्यक विकास मंत्री के रूप में भी सेवा दे चुके हैं। उनके कार्यकाल में शिक्षा क्षेत्र में तगड़ा सुधार हुआ है। विनोद तावड़े तकनीकी के साथ विकास को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने डिजिटल शिक्षा में सुधार लाने के लिए कई नीतियां लागू की है। सरकारी स्कूलों का पुनर्जनोद्धार कराया है। वे स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़े हैं। उन्होंने राजनीतिक विचारधारा को एक नया दृष्टिकोण दिया है।
पैसे देकर वोट कराने का आरोप | Cash For Vote
महाराष्ट्र चुनाव से ठीक पहले विनोद तावड़े पर आरोप लगाया गया है, कि वह पैसे देकर अपने पक्ष में वोट डलवाने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं की विनोद तावड़े को विवांता होटल में घेरा है। हालात बेकाबू होने की स्थिति में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। BVP (बहुजन विकास अघाड़ी) के कार्यकर्ताओं ने होटल को सीज कर दिया है। चुनाव आयोग ने भी इस पूरे मामले की FIR कर जांच शुरू कर दी है।
जिस होटल में विनोद तावड़े ठहरे थे। वहां बहुजन विकास अघाड़ी के प्रमुख हितेंद्र ठाकुर और उनके बेटे क्षितिज ठाकुर भी पहुंचे हैं। उनका भी यही आरोप है कि विनोद तावडे यहां 5 करोड़ रुपए की राशि के साथ ठहरे थे। और उनसे दो डायरियां भी बरामद की गई है। जिसमें पैसे बांटने से जुड़ी और अन्य जरूरी लेनदेन का हिसाब किताब लिखा हुआ है। क्षितिज ठाकुर वसई और नालासोपारा से विधायक है। और फिर से चुनावी मैदान में खड़े हैं।
Vote for Money Vinod Tawde क्या है सच
विनोद तावड़े ने उन पर लगाए गए सभी आरोपी को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि “यह विपक्ष की चाल है। मैं यहां बूथ मैनेजमेंट के काम से आया था। और कार्यकर्ताओं से मीटिंग थी। जिसमें यह बताना था कि वोटिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद ईवीएम मशीन सील कैसे की जाती है। और अन्य जरूरी चीजों के बारे में वार्तालाप करनी थी। इसी बीच विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं को लगा कि यहां पैसे बंट रहे हैं। मैं लगभग 40 साल से बीजेपी के साथ कार्यरत हूं। चुनाव आयोग और पुलिस इस मामले की जांच करने के लिए स्वतंत्र है। और होटल के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जानी चाहिए। जिसके बाद सब कुछ वैसे ही साफ हो जाएगा।” अब विनोद तावडे पर लगाए जा रहे इन आरोपों में कितनी सच्चाई है? यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।
विनोद तावड़े का राजनैतिक सफर
विनोद तावडे भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता और प्रमुख चेहरा है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी। जो उनके राजनीतिक कैरियर का आधार बना। इसके बाद वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के भी सक्रिय सदस्य के रूप में कार्यरत रहे। और छात्र राजनीति में उन्होंने अपनी पहचान बनाई।
मगर जल्द ही विनोद तावड़े ने भारतीय जनता पार्टी के साथ हाथ मिलाया और अपने राजनीतिक कैरियर को एक नई दिशा में आगे बढ़ाया। वह जल्द ही महाराष्ट्र बीजेपी के संगठनात्मक राज्य के मजबूत नेता के रूप में गिने जाने लगे। इसके बाद साल 2014 से 2019 तक उन्होंने शिक्षा मंत्री का पदभार संभाला। उन्होंने डिजिटल शिक्षा और स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती दी। और कई योजनाओं की शुरुआत की। जिससे शिक्षा के क्षेत्र में तगड़ा विकास हुआ।
शिक्षा के साथ-साथ उन्होंने सांस्कृतिक संरक्षण में भी बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने महाराष्ट्र की लोककलाओं और सांस्कृतिक धरोहर को प्रोत्साहन देने के लिए कई कार्यक्रम चलाएं।