प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी इतनी तेज़ी से कैसे हो रही है लोकप्रिय? जानिए पूरा विश्लेषण

By: महेश चौधरी

Last Update: July 28, 2025 1:30 PM

Prashant Kishor Jan Suraaj Party Hype Decode
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बिहार में धीरे-धीरे प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी पैर जमने लगी है। बीते कुछ हफ्तों में पार्टी का कद बढ़ा है। जो नवंबर 2025 में होने वाले चुनाव में सत्ता पलट भी कर सकती है। चलिए जानते हैं प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी इतनी तेजी से कैसे लोकप्रियता हासिल कर रही है और कैसे यह पार्टी दूसरी पार्टियों को चुनावों में टक्कर देगी। 

जन सुराज पार्टी इतनी तेज़ी से कैसे हो रही है लोकप्रिय?

जन सुराज पार्टी की नींव किसी बड़ी रैली या विज्ञापन से नहीं बल्कि जनसंवाद यात्रा से रखी गई है। पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सैकड़ो किलोमीटर पैदल चलकर बिहार के गांव-गांव पहुंचकर सीधे लोगों से मुलाकात की है और उनकी समस्याओं को समझा। यह मॉडल आम जनता के मुद्दों को सीधे समझने और समाधान खोजने के लिए हमेशा ही प्रभावशाली रहा है। जिससे लोगों का नेता के प्रति विश्वास भी मजबूत होता है। जन संवाद यात्रा ही जन सुराज पार्टी की सबसे बड़ी ताकत और शुरुआती बिंदु है।

इसके अलावा जन सुराज पार्टी को युवाओं का सबसे ज्यादा समर्थन मिल रहा है। युवा वर्ग परंपरागत दलों के बजाय बदलाव की उम्मीद में जन सुराज पार्टी को देख रहा है। प्रशांत किशोर की साफ-सुथरी छवि, योजनाबद्ध कार्य और डेटा-आधारित राजनीति युवा वर्ग का भरोसा जीतने में अहम भूमिका निभा रही है। साथ ही मनीष कश्यप (बिहार के प्रसिद्ध यूट्यूबर) भी सोशल मीडिया के जरिए इस पार्टी के प्रचारक के रूप में काम कर रहे हैं। 

गरीबों के सड़क पर उतरे प्रशांत किशोर 

जन सुराज पार्टी का तेजी से लोकप्रिय होने का एक कारण यह भी है कि प्रशांत किशोर लगातार गरीबों और दलित पिछड़ा वर्ग के हक के लिए आवाज उठा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने विधानसभा का घेराव करने का फैसला किया था। जिसमें प्रशांत किशोर की तीन मांगें रखी थी…

  1. गरीब परिवारों को प्रति परिवार ₹2,00,000 वितरित करना।
  2. जिन लोगों के पास जमीन नहीं है, उन्हें प्रति परिवार तीन डेसीमल भूमि सरकार द्वारा आवंटित करवाना।
  3. तीसरा मुद्दा, भूमि सर्वेक्षण में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही करवाना था।

हालांकि यह अभियान सफल नहीं हुआ और पार्टी के संस्थापक, संगठन के 8 अन्य बड़े नेताओं और लगभग 2,000 समर्थकों पर पुलिस ने कार्यवाही की और लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। बेशक यह आंदोलन सफल नहीं हुआ लेकिन इससे पार्टी की लोकप्रियता को तेजी मिली है। 

वोट कटवा पार्टी

इन सभी घटनाक्रमों के बीच नेता प्रशांत किशोर ने इंडिया टीवी के साथ बातचीत की है। जिसमें उन्होंने अपनी पार्टी को लेकर साफ कर दिया है 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव में राज्य के सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने के लक्ष्य के साथ पार्टी आगे बढ़ रही है। प्रशांत ने अपनी पार्टी को लेकर कहा कि जन सुराज पार्टी वोट कटवा पार्टी है। जो दूसरी पार्टियों के वोट कटवा कर अपने साथ जोड़ रही हैं। यह पार्टी चुनावों में कितनी प्रभावशाली रहेगी, यह तो भविष्य तय करेगा। मगर मौजूदा समय में इससे दूसरी पार्टियों के वोट बैंक पर सीधा असर पड़ रहा है।