शाहरुख खान की Red Chillies VFX ने कैसे बदला इंडियन सिनेमा का चेहरा? अब बनाना चाहते हैं वर्ल्ड क्लास VFX स्कूल

By: महेश चौधरी

Last Update: July 25, 2025 1:39 PM

Red Chillies VFX founded by Shah Rukh Khan
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शाहरुख खान को हम एक सुपरस्टार के रूप में जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि वह एक मास्टरमाइंड बिजनेसमैन भी है। साल 2006 में उन्होंने रेड चिलीज वीएफएक्स नाम की कंपनी की शुरुआत की थी, जो आज भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की रीड की हड्डी बन चुकी है। यह कंपनी न केवल बॉलीवुड की बड़ी फिल्मों के लिए वीएफएक्स काम संभालती है बल्कि साउथ की कई फिल्में भी इसी कंपनी के वीएफएक्स के दम पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई हैं।

रेड चिलीज़ वीएफएक्स की शुरुआत कैसे हुई? ( Red Chillies VFX)

बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान हमेशा से ही यह सोचते थे कि भारत में भी हॉलीवुड फिल्मों की तरह वीएफएक्स इस्तेमाल होना चाहिए। उन्होंने इसी सोच के साथ साल 2006 में रेड चिलीज वीएफएक्स कंपनी की शुरुआत की। जिसमें शुरुआत में केवल 8 लोग थे, लेकिन सालों की कड़ी मेहनत और संयम ने इसे देश की सबसे बड़ी वीएफएक्स कंपनी के रूप में पहचान दिलाई। मौजूदा समय में रेड चिलीज वीएफएक्स में वर्ल्ड के टॉप बेस्ट वीएफएक्स आर्टिस्ट काम करते हैं और सैकड़ों प्रोफेशनल्स को रोजगार मिल रहा है। रेड चिलीज का 70% रेवेन्यू सिर्फ वीएफएक्स से आता है।

रावण फिल्म को VFX के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला 

भारत की हर चौथी फिल्म के वीएफएक्स रेड चिलीज वीएफएक्स द्वारा ही बनाए जाते हैं। शाहरुख खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म रावण के भी सभी वीएफएक्स रेड चिलीज द्वारा बनाए गए थे। जिनके लिए फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था। इसके बाद रेड चिलीज ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियां बटोरी। साउथ की सुपरहिट फिल्म बाहुबली और ऑस्कर अवॉर्ड विनिंग RRR के वीएफएक्स भी इसी के द्वारा बनाए गए थे। जो क्रिएटिव सोच और सालों के अनुभव का अच्छा एग्जांपल सेट करते हैं।

शाहरुख बनाना चाहते हैं वर्ल्ड क्लास VFX स्कूल

शाहरुख खान रेडी रिलीज वीएफएक्स के जरिए न सिर्फ फिल्मों को बल्कि फिल्म मेकिंग के भविष्य को भी नया आकार देना चाहते हैं। शाहरुख का सपना है कि वह भारत में एक वर्ल्ड क्लास वीएफएक्स स्कूल खोलें। जहां देश के युवा बेहतरीन लेवल पर वीएफएक्स ट्रेनिंग लेकर ग्लोबल लेवल का आर्टिस्ट बन सके। उनका मानना है कि भारत के युवाओं में टैलेंट की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें सही मार्गदर्शन और संसाधनों की जरूरत है। अगर शाहरुख भारत में वीएफएक्स ट्रेनिंग स्कूल खोलते हैं, तो यह भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को एक नई दिशा और पहचान देने का काम करेगा।