ICC T20 वर्ल्ड कप 2026 के मीडिया राइट्स को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिओ स्टोर ने आधिकारिक तौर पर आईसीसी के साथ किए गए कॉन्ट्रैक्ट के बचे 2 सालों को जारी न रखने की मनसा साफ कर दी है। क्रिकेट मीडिया प्रसारण की सर्विस में आ रहे हैं अनचाहे खर्चों से तंग आकर जिओ-स्टार ने यह फैसला किया है। जिसके बाद आईसीसी ने अपने मीडिया राइट्स बेचने के लिए दूसरे विकल्प भी खोजना शुरू कर दिया है। चलिए जानते हैं जिओ स्टार ने अपना क्रांटैक्ट बीच में ही तोड़ने का फैसला क्यों किया है और अब आईसीसी T20 वर्ल्ड कप 2026 के मीडिया राइट्स के लिए क्या-क्या विकल्प मौजूद है।
जिओ स्टार नहीं करेगा ICC T20 World Cup का टेलीकास्ट
जब भी बात क्रिकेट की आती है तो भारतीय ऑडियंस का ग्राफ सबसे ज्यादा चढ़ा हुआ मिलता है। क्योंकि क्रिकेट में खासकर आईसीसी मैचों में लगभग 80% रेवेन्यू भारत की जनता से ही आता है। जिओ स्टार ने साल 2024 से 27 तक साइकिल की वैल्यू करीब 3 बिलियन डॉलर रखकर कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत हर साल एक बड़ा इवेंट होना था। मगर बीच में ही जिओ स्टार ने अपना यह कॉन्टैक्ट तोड़ने का ऐलान कर दिया है। जिओ स्टार का कहना है कि इस कॉन्ट्रैक्ट के अंतर्गत कई ऐसे खर्चे आ रहे हैं, जो अपेक्षित नहीं थे। जिओ स्टार ने काफी नुकसान उठाने के बाद कॉन्ट्रैक्ट बीच में खत्म करने का फैसला किया है।
क्यों हो रहा है जिओ स्टार को इतना नुकसान
दरअसल जब जिओ स्टार ने यह कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था तभ भारत में फैंटेसी गेम प्लेटफार्म काफी तेजी से ग्रोथ कर रहे थे। जिनमें माय सर्किल 11 और dream11 जैसे दिग्गज प्लेटफार्म मुख्य रूप से शामिल थे। जिओ स्टार को इन फेंटेसी गेम प्लेटफार्म से प्रचार के लिए काफी बड़े कॉन्ट्रैक्ट मिलते थे। जिससे उसकी कमाई भी काफी अच्छी होती थी। मगर अब इन पर प्रतिबंध लगने के बाद करीब 7000 करोड रुपए का भारी भरकम गैप सामने आया है। दूसरी और नेटफ्लिक्स ने भी अब स्पोर्ट्स मार्केट के बजाय प्रीमियर एंटरटेनमेंट प्रोग्राम पर फोकस करना शुरू कर दिया है। जिसके चलते भी जिओ स्टार को आर्थिक झटका मिला है।
कौन बनेगा ICC टी20 वर्ल्ड कप 2026 ब्रॉडकास्टर
जिओ स्टार की ओर से कॉन्ट्रैक्ट बीच में ही तोड़ने के बाद आईसीसी ने नेटफ्लिक्स, अमेजॉन प्राइम वीडियो, सोनी पिक्चर्स और दूसरे कई नेटवर्क के साथ संपर्क किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईसीसी ने सभी विकल्पों के पास ईमेल भेजा है। हालांकि अभी तक की किसी भी नेटवर्क की ओर से जवाब नहीं आया है। किसी भी प्लेटफार्म ने इसकी भारी भरकम कीमत में यह डील स्वीकार करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
इस डील के लिए मुख्य रूप से दावेदार सोनी नेटवर्क हो सकता था। मगर सोनी के पास पहले से एशियाई क्रिकेट काउंसलिंग (170 मिलियन डॉलर), इंग्लैंड एंड वर्ल्ड क्रिकेट बोर्ड (200 मिलियन डॉलर) और न्यूजीलैंड क्रिकेट (करीब 100 मिलियन डॉलर) का करार है. ऐसे में सोनी भी T20 वर्ल्ड कप 2026 के डिजिटल राइट खरीदने के बजाय अपना फाइनेंशियल रिस्क कम करने पर ध्यान देगा।












