New MSP Rate List News: मोदी सरकार किसानों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आई है। दिवाली के तौहफे के रूप में मोदी सरकार ने रवि फसल की MSP बढ़ा दिया है। जिससे देश के करोड़ों किसानों को फायदा होगा। यह फैसला बुधवार को कैबिनेट में हुई बैठक के बाद किया गया है। जहां केंद्रीय कर्मचारियों के लिए लगभग तीन DA की बढ़ोतरी की गई है। वही किसानों को भी केंद्र की ओर से फसल की न्यूनतम समर्थन कीमत को बढ़ाकर सहायता की गई है। आईए जानते हैं कौनसी फसल पर कितनी MSP बढ़ाई गई है। और इससे किसानों को कितना फायदा मिलने वाला हैं।
MSP में बढोत्तरी की गई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में बुधवार को केंद्र में हुई बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा जानकारी दी गई है, कि किसानों को राहत देते हुए MSP में बढ़ोतरी की गई है।
जिसमें सरसों पर ₹300 प्रती क्विंटल और गेहूं पर 150 रुपए प्रति क्विंटल MSP बढ़ाई गई है। इसके बाद गेहूं की कीमत 2275 रुपए से बढ़कर 2425 रुपए हो गई है और सरसों की MSP कीमत 5950 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गई है।
इसके अलावा चने पर ₹210 की MSP की बढ़ोतरी की गई है। इसके बाद चने का प्रति क्विंटल भाव 5650 रुपए निर्धारित किया गया है।
मसूर की MSP वर्तमान में 6,225 रुपए हैं। जो 275 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि के बाद 6,700 प्रति क्विंटल कर दी गई है।
जौ की MSP में ₹130 की बढ़ोतरी हुई है। जो 1850 में प्रति क्विंटल से बढ़कर 1980 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है।
इसके अलावा सैफ्लाॉवर पर 140 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। जो 5,800 रुपए से बढ़कर 5940 रुपए MSP कीमत पर पहुंच गया है।
अश्विनी वैष्णव ने पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों को भी संदेश दिया है, कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए हर संभव फैसला करने की कोशिश कर रही है। और किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है। सरकार को उम्मीद है कि उनके द्वारा ले गए फैसलों के बाद वे भी सरकार के पक्ष में कोई फैसला अवश्य लेंगे।
फसल | MSP वृद्वि रूपये में | पूर्व MSP ( प्रति क्विंटल) | वर्तमान MSP ( प्रति क्विंटल) |
सरसों | 300/- | 5650/- | 5950/- |
गेहूं | 150/- | 2275/- | 2425/- |
चने | 210/- | 5440/- | 5650 |
मसूर | 275/- | 6225/- | 6700/- |
जौ | 130/- | 1850/- | 1980/- |
सैफ्लाॉवर | 140/- | 5800/- | 5940/- |
किसानों को राहत
किसानों को हमेशा ही शिकायत रहती है, कि उनकी फसलों को उचित मूल्य में नहीं खरीदा जाता और उन्हें अपनी फसल काफी कम दामों में बेचनी पड़ती है। ऐसे में सरकार का MSP में बढ़ोतरी करने का फैसला करोड़ों किसानों को राहत पहुंचाता है। और उन्हें उनकी फसल की एक वाजिद कीमत उपलब्ध कराता है। MSP में बढ़ोतरी होने की खबर से ही लाखों किसानों के चेहरे पर खुशी छा गई है। आईए जानते हैं MSP क्या होती है? और यह किसानों के लिए क्यों जरूरी है?
MSP क्या होती है?
MSP वह न्यूनतम समर्थन मूल्य होता है, जिस कीमत पर सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदने का वादा करती है। आसान शब्दों में समझे तो MSP एक ऐसा पैरामीटर है, जो किसानों को बाजार के उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान से बचाता है। और पहले से निर्धारित की गई कीमत पर फसल बेचने की सुविधा उपलब्ध कराता है।
इसे उदाहरण से समझे तो सरकार द्वारा सरसों की MSP कीमत 5950 रुपए निर्धारित की गई है। अब अगर सरसों की बाजार में कीमत 5500 रुपए प्रति क्विंटल हो जाती है, तो भी सरकार किसानों से 5950 रुपए प्रति क्विंटल में ही सरसों की खरीद करेगी। हालांकि बाजार में सरसों की कीमत 5950 रुपए से ज्यादा होने पर किसान अपनी सफ़ल को बाजार में बेचने के लिए स्वतंत्र होते हैं।