कौन है यशस्वी जायसवाल ? ऑस्ट्रेलिया के खिलाप लगाया शतक, जानें कितना कठिन था यशस्वी जायसवाल का क्रिकेट सफर 

22 साल के युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल टीम इंडिया की ओर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेल रहे हैं। पहली पारी में जीरो रनों पर आउट होने के बाद उन्होंने दूसरे मैच में जबरदस्त कम बैक किया है। और ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर अपना पहला शतक लगाया है। उनके जबरदस्त प्रदर्शन को देख मेजबान टीम के होश ठिकाने आ गए हैं। यशस्वी जायसवाल ने इसी साल इंटरनेशनल डेब्यू किया था। Ind vs Aus के पहले ही मैच में उन्होंने अपने बल्ले की छाप छोड़ी है।

यशस्वी जायसवाल के बल्ले का जलवा

टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल ऑस्ट्रेलिया की जमी पर ओपनर के रूप में सफल रहे हैं। उन्होंने पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान में कदम रखा हैं। मगर पर्थ जैसे मुश्किल मैदान में भी उन्होंने शतक लगाकर अपनी काबिलियत का परिचय दिया है। हालांकि पहली पारी में यशस्वी खाता खोलने में भी नाकाम रहे थे। मगर 24 घंटे के अंदर ही उनकी जबरदस्त वापसी देख हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। जायसवाल के शतक और केएल राहुल की साझेदारी ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में टीम इंडिया की जीत की संभावना बढ़ा दी है।

यशस्वी जायसवाल ने लगाया शतक

यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी की गलतियों से सबक सीखा और अपने आक्रामक तेवर पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा. और शांत दिमाग से डटकर खेलने का फैसला किया. यशस्वी ने पर्थ मैदान में लगभग 205 गेंदे खेलने के बाद अपना शतक लगाया है। इसके बाद सुनील गावस्कर और ML जयसिम्हा के बाद वे तीसरे ऐसे भारतीय खिलाड़ी बने हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के मैदान में अपने पहले ही मैच में शतक जड़ा है। यह शतक उनके लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि भी साबित हुई है।

वे चौथे सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बने हैं। जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाया है। यशस्वी जायसवाल के निजी रिकॉर्ड की बात करें, तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका यह पहला और विदेशी जमीन पर ठोका गया दूसरा शतक है। इससे पहले यशस्वी ने वेस्टर्न वेस्टइंडीज के खिलाफ भी एक शतक लगाया था। इस शतक के बाद जायसवाल का टेस्ट क्रिकेट में अपने 1500 का स्कोर भी पूरा कर लिया है।

कौन है यशस्वी जायसवाल | यशस्वी जायसवाल का क्रिकेट सफर

यशस्वी जायसवाल उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के रहने वाले हैं। इनका जन्म 28 दिसंबर 2001 को हुआ था। बचपन से ही क्रिकेट खेलने की रुचि इन्हें मुंबई खींच लाई। यहां आकर इन्होने एक डेयरी में नौकरी की। मगर कुछ समय बाद नौकरी से निकाल दिया गया। फिर मुस्लिम यूनाइटेड क्लब टेंट इनका रहने का ठिकाना बना। 3 साल तक वे इस टेंट में रहे। और इन्होंने मैदान के पास ही पानीपुरी बेचना शुरू किया। ताकि क्रिकेट खेलने के लिए पैसों का इंतजाम कर सके। और अपना सपना साकार कर सके।

उनके क्रिकेट गुरु ज्वाला सिंह ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और इनको रहने की सुविधा की। जायसवाल का स्थानीय क्रिकेट में प्रदर्शन जबरदस्त रहा। इसके बाद उन्होंने साल 2015 में जाइल्स शील्ड मैच में धुआंधार पारी खेलते हुए 319 का रिकॉर्ड बनाया और अपना नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराया। यह उनके जीवन की पहली बड़ी उपलब्धि थी।

इन्हें मुंबई के अंडर-16 टीम में भी चुन लिया गया और बाद में अंदर-19 टीम का भी हिस्सा रहे। 2018 में एससी अंडर-19 एशिया कप में टूर्नामेंट के खिलाड़ी के रूप में इनका चयन हुआ। जिसमें भारत की जीत हुई।

7 जनवरी 2019 को रणजी ट्रॉफी के लिए मुंबई क्रिकेट टीम में प्रथम श्रेणी के लिए जायसवाल डेब्यू मिला। जिसमें उन्होंने 20 रन बनाए थे। 

28 सितंबर 2019 को विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई की ओर से लिस्ट ए क्रिकेट में डेब्यू किया। और अपने जबरदस्त प्रदर्शन से नेशनल मीडिया का ध्यान अपनी ओर सींचा। 

मात्र 17 साल की उम्र में उन्होंने झारखंड के खिलाफ मुंबई टीम की ओर से 154 गेंद में 200 रन बनाए और विजय हजारे ट्रॉफी के लिए दोहरा शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। इस सीजन में जायसवाल ने 6 पारियां खेलकर 564 रन बनाए। जिसमें 49 चौके और 25 छक्के थे। 

अब ये अपने जबरदस्त प्रदर्शन के लिए पहचाने जाने लगे और साल 2022 में आईपीएल मेगा नीलामी के दौरान राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में चार करोड रुपए में रिटेन कर लिया। इसमें इन्होंने 2022 सीजन में 10 मैच खेलकर 25.80 की औसत के साथ 258 रन बनाए। 2023 में भी राजस्थान रॉयल्स ने जायसवाल को उतनी ही रकम पर टीम में बरकरार रखा।

जायसवाल ने आईपीएल मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ अपना पहला शतक लगाया। हालांकि उनकी टीम हार गई थी। मगर 11 में 2023 को जायसवाल ने एक और इतिहास रचा और IPL में सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाले खिलाड़ी का रिकॉर्ड अपने नाम किया। 

2023 आईपीएल सीजन में भी जायसवाल ने 14 मैचों में 48.08 की औसत के साथ कुल 225 रनों का स्कोर बनाया था। जिसमें उनके बल्ले से 26 छक्के और 82 चौक लगे थे। वे अपने शानदार प्रदर्शन के साथ टीम इंडिया में युवा खिलाड़ी के रूप में शामिल हुए। अब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी अपनी काबिलियत का परिचय देकर शतक लगाया है।

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