Cricket New Rules 2025: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने क्रिकेट को और ज्यादा तेज, रोमांचक और निष्पक्ष बनाने के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं। जो वनडे, T20 और दूसरे सभी फॉर्मेट में खेले जाने वाले मैचों पर लागू किए जाएंगे। चलिए जानते हैं आईसीसी ने क्रिकेट के नियमों में क्या बदलाव किया है।
Cricket New Rules 2025: अब ओवर देरी से शुरू किया तो लगेगी 5 नंबर की पेनल्टी
आईसीसी ने प्लेईंग कंडीशन में कुछ नए नियम जोड़े हैं। जिनके मुताबिक अब किसी भी टीम को ओवर खत्म होने के बाद अगले ओवर की पहली गेंद 60 सेकंड के अंदर डालनी होगी। अगर टीम ऐसा नहीं करती है तो उसे दो बार चेतावनी दी जाएगी और तीसरी बार देरी करने के चलते 5 रन की पेनल्टी लगेगी। जो बल्लेबाज टीम को दिए जाएंगे। यह वार्निंग 80 ओवर के बाद रिसेट भी होगी। यानी अंपायर केवल दो बार ही वार्निंग दे सकता है। घड़ी की गिनती 0 से 60 तक की जाएगी।
लार लगाने पर भी गेंद नहीं बदली जाएगी
Cricket New Rules 2025 के मुताबिक यदि गेंदबाज गेंद पर लार लगाता है, तो अंपायर तुरंत गेंद नहीं बदलेगा। अगर गेंद पर बहुत ज्यादा लार लग जाए या उसमें ज्यादा चमक हो जाए तो अंपायर गेंद बदलने का निर्णय ले सकता है। लार लगाने के बाद अगर गेंद में कोई बड़ा मूवमेंट नजर आया तो बल्लेबाज टीम को पेनल्टी के तौर पर पांच रन दिए जाएंगे।
गेंद चुनने का विकल्प
अब तक वनडे क्रिकेट में दो नई गेंदों का इस्तेमाल होता था। एक गेंद पारी की शुरुआत से एक छोर से और दूसरी गेंद दूसरे छोर से फेंकी जाती थी। इससे गेंद ज्यादा घिसती नहीं थी और स्पिनर्स व रिवर्स स्विंग करने वाले गेंदबाज़ों को उतनी मदद नहीं मिल पाती थी। लेकिन अब नए नियम के मुताबिक 34 ओवर के बाद, टीमें उन दो गेंदों में से एक को चुन सकती हैं और बाकी के ओवर सिर्फ उसी एक गेंद से खेले जाएंगे।
स्मार्ट रन लेने पर पेनल्टी
अगर बल्लेबाज जानबूझकर स्ट्राइकर एंड बनने के लिए शॉर्ट रन लेता है तो विपक्षी टीम को पांच रन पेनल्टी के तौर पर दिए जाएंगे। साथ ही फील्डिंग कर रही टीम ही तय करेगी की अगली गेंद पर कौन सा बल्लेबाज स्ट्राइकर बनेगा।
फर्स्ट क्लास मैचों के भी बदले नियम
आईसीसी ने घरेलू फर्स्ट क्लास मैचों को लेकर भी Cricket New Rules जारी किये है। अगर कोई खिलाड़ी गंभीर रूप से चोटिल हो जाता है तो उसके बदले में फुल टाइम रिप्लेसमेंट के तौर पर किसी दूसरे खिलाड़ी को मैदान में उतार जा सकता है। हालांकि अंपायर यह सुनिश्चित करेगा की खिलाड़ी को वाकई में चोट लगी है। न कि वह चोट लगने का नाटक कर रहा है। साथ ही हल्की चोट या अंदरूनी चोट होने पर रिप्लेसमेंट नहीं किया जाएगा।