भविष्य के वाहन सिर्फ परिवहन के साधन नहीं होंगे, बल्कि वे स्मार्ट और स्व-चालित (Autonomous) प्रणालियों से लैस होंगे। इनमें कई नए टेक्नोलॉजी विकास देखने को मिलेंगे। सबसे पहले, स्व-चालित (Autonomous) ड्राइविंग टेक्नोलॉजी तेजी से विकसित हो रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सेंसर के माध्यम से वाहन स्वयं सड़कों पर चलने में सक्षम होंगे। इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यात्रा अधिक सुरक्षित हो जाएगी। हमने इस लेख में भविष्य की गाड़ियों में होने वाली टेक्नोलॉजी बदलावों से जुड़े कुछ मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की है।
New Technological Developments in Future Vehicles
आने वाले कुछ ही समय में दुनिया की 60 फीसदी गाड़ियां ड्राइवरलेस होगी। जबकि 90 फ़ीसदी गाड़ियां इलेक्ट्रिक ईंधन पर ही निर्भर होगी। इसके साथ ही बदलती टेक्नोलॉजी को स्वीकारते हुए कंपनिया एयर टैक्सी और हाइब्रिड इंजन वाले व्हीकल पर भी तेजी से काम किया है। जो आने वाले समय की हकीकत होगी। यहां कुछ ऐसी टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी दी गई है। जो आने वाले समय में व्हीकल में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाएगी।
हेड्स अप डिस्पले | HUD
मेटा मैटेरियल्स ब्रांड की यह एक खास प्रकार की टेक्नोलॉजी है। जिसमें कार के भीतर एक खास प्रकार का होलोग्राफिक कंट्रोल लगाया जाएगा। कंपनी की ओर से किया जा रहे दावे के मुताबिक होलोग्राफिक कंट्रोल के माध्यम से ही ड्राइवर कार को चलाने में सक्षम होगा। और उसे कार को ऑपरेट करने के लिए बार-बार डिस्प्ले की तरफ देखना भी नही पड़ेगा।
इलेवेट कार टेक्नोलॉजी हुंडई
पॉपुलर वाहन निर्माता कंपनी हुंडई द्वारा साल 2019 में एक इवेंट के दौरान इस टेक्नोलॉजी को उजागर किया गया था। जिसमें एक कार में पहियों के साथ उसके पैर भी दिए जाएंगे। जिनका इस्तेमाल सीढ़िया चढ़ने या किसी ऊंचाई वाली जगह पर चढ़ने के लिए किया जाएगा। इस प्रकार की कार भविष्य में देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही कंपनी ने पोर्टेबल कार्स का भी प्रोटोटाइप पेश किया है। यह पोर्टेबल कार्स कम जगह और संकरे रास्तों पर भी चलने में सक्षम होगी।
Augmented Reality Cars
AR गाड़ियां ऐसी प्रकार की गाड़ियां हैं। जिनमें ऑगमेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। यह गाड़ियां ड्राइवर को रियल वर्ल्ड के दृश्य पर ही डिजिटल जानकारी डिस्प्ले करती है। ड्राइवर को सड़क पर होने वाली हर एक छोटी बड़ी हलचल की जानकारी मिलती है। जो ड्राइविंग अनुभव को बढ़ाने के साथ-साथ सुरक्षा भी मजबूत करती है। ऑगमेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी से लैस यह गाड़ियां ड्राइवर को ट्रैफिक जाम, पैदल यात्री, खतरनाक मोड़ और तेज स्पीड गाड़ियों की चेतावनी देती है। इसमें उपलब्ध AR नेविगेशन सिस्टम ड्राइवर को सफर में असिस्ट करता है।
Driver Override Systems
ड्राइवर ओवरराइड सिस्टम एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जो हाईटेक गाड़ियों में देखने को मिलती है। यह टेक्नोलॉजी उन परिस्थितियों में मददगार साबित होगी। जब इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम गलती से या खराबी के कारण गलत सिग्नल भेजते हैं। यह टेक्नोलॉजी कई बेहतरीन फीचर्स के साथ कार में इंटीग्रेटेड की जाती है।
सेंसर: कार में लगे सेंसर एक्सीलेटर और ब्रेक पेडल के ऊपर पडने वाले दबाव को लगातार मॉनिटर करते हैं। जब एक्सीलेटर और ब्रेक पेडल पर एक साथ दबाव पड़ता है, तो विरोधाभासी सिग्नल उत्पन्न करती है। जो एक संभावित खतरे को टालने के लिए जिम्मेदार है।
ओवरराइडर: दुर्घटना की स्थिति में ड्राइवर ओवरराइड सिस्टम बिना देरी के एक्शन लेता है। और इंजन के पावर को कम अथवा पूर्ण रूप से बंद कर देता है। जिससे गाड़ी की स्पीड कम हो जाती हैं। और होने वाली दुर्घटना टल सकती है।