22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में करीब 28 लोगों की जान चली गई। भारतीय सेना के जवान लगातार घाटी में सर्च ऑपरेशन कर रहे हैं। घटनास्थल पर मौजूद लोगों की मदद से आतंकियों के स्केच तैयार कर लिए गए हैं। जिससे यह साफ हो गया है कि इस आतंकी हमले में स्थानीय कश्मीरी आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान और हमास के आतंकियों के भी तार जुड़े हैं। आतंकी हमलें की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट आतंकी संगठन ने ली है.
आतंकियों के नाम और फोटो आये सामने – Pahalgam Terror Attack
पहलगाम के आतंकी हमलें के महज 18 घंटे बाद ही पाकिस्तान के द रेजिस्टेंस फ्रंट आतंकी संगठन ने हमले की ज़िम्मेदारी ली है. यह संगठन पाकिस्तान के सबसे बड़े आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का मुकुट संगठन कहलाता है। जिसकी स्थापना साल 2019 में की गई थी। इस संगठन का उद्देश्य टारगेटेड किलिंग (धर्म के आधार पर मारना) करना है। जिसे कश्मीर से आर्टिकल 370 जाने के बाद तैयार किया गया था। इस आतंकी संगठन में न केवल आतंकी बल्कि पाकिस्तान सेना के जवान भी शामिल है।
हमलावरों में कश्मीर के स्थानीय आतंकी सुलेमान शाह, अबू तलहा और आसिफ फौजी का नाम सामने आया है. जिनके स्केच भी जारी कर दिए गए हैं. इनके अलावा दो आतंकवादी पाकिस्तान और हमास के भेजे हुए थे। जिनको लेकर सटीक जानकारी मिलना बाकी है।
पहलगाम में आतंकी हमला क्यों हुआ (रावलकोट से पहलगाम)
पहलगाम में हुए आतंकी हमले की तैयारी कई महीनों पहले से की जा रही थी। जिसके तार पाकिस्तान और हमास के बड़े आतंकी संगठनों से भी जुड़े हैं।
- 5 फरवरी 2025 को पाकिस्तान के रावलकोट में हमास और लश्कर के कई आतंकवादियों के ग्रुप के एकजुट होने की ख़बरें मिली है। जो किसी बड़े हमले की योजना के लिए एकजुट हुए थे।
- 16 अप्रैल 2025: पाकिस्तान सेना के प्रमुख मुनीर का 16 अप्रैल 2025 का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वह हिंदुओं के खिलाओ काफी भड़काऊ और कट्टरता पूर्ण बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं।
- पीओके में हमास के कमांडर का स्वागत: 20 अप्रैल 2025 को पाक अधिकृत क्षेत्र में हमास के कमांडर का पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया था। हमलें से ठीक पहले उनकी मौजूदगी
- सैफुल्लाह का कश्मीर पर बयान : लश्कर ए तैयबा के कमांडर सैफुल्लाह का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वे सीधे तौर पर कश्मीर से धरा 370 हटाने का विरोध कर रहे है. और युवाओं को भड़का रहे है. यह वीडियो 18 अप्रैल 2025 का बताया जा रहा है.
22 अप्रैल को कश्मीर के स्थानीय आतंकियों ने पाकिस्तान-हमास के 2 अन्य आतंकियों के साथ मिलकर हमला बोल दिया। शरहद पार से आए हमलावरों के पास से ड्राई फ्रूट्स, मिलिट्री ग्रेड हथियार और बॉडी केम (शरीरी से जुड़ा कैमरा) आदि होने की सूचना मिली है।