भारत और पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच टेरिटोरियल आर्मी (TA Army) के जवानों को भी ड्यूटी ज्वाइन करने का आदेश कर किया गया है। टेरिटोरियल आर्मी भारतीय सेना का ही हिस्सा है। मगर यह सेना से थोड़ी अलग है। इस लेख में हम टेरिटोरियल आर्मी क्या होती है? TA आर्मी कैसे ज्वाइन करते हैं.. क्या जॉब रोल रहता और TA आर्मी के जवानों को वेतन कितना मिलता है.. आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
टेरिटोरियल आर्मी (TA) क्या होती है
टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army) भारतीय सेना की एक सेकेंडरी फोर्स है, जो आम नागरिकों को पार्ट-टाइम सैनिक के रूप में सेवा का अवसर देती है। यह उन लोगों के लिए है, जो सिविल जॉब्स या व्यवसाय में लगे रहते हुए देश सेवा करना चाहते हैं। TA आर्मी में रिक्रूट किए गए जवानों की 2 महीने की ट्रेनिंग होती है. इसके बाद ज़रूरत पड़ने पर सक्रिय ड्यूटी पर बुला लिए जाते हैं। जैसे प्राकृतिक आपदा, आतंरिक सुरक्षा या युद्ध की स्थिति में। आसान शब्दों में TA आर्मी के माध्यम से आम नागरिग सेना से जुड़ सकते हैं और सेना की ट्रेनिंग से लेकर युद्ध तक सभी चीजों का अनुभव ले सकते हैं.
टेरिटोरियल आर्मी कैसे ज्वाइन करें | How to Join Territorial Army
रेगुलर आर्मी की तरह ही टेरिटोरियल आर्मी की भी समय-समय पर भर्ती निकाली जाती है। यह एक तरह की खुली भर्ती होती है। जिसके आवेदन ऑफलाइन मोड़ से लिए जाते हैं। इसमें उम्मीदवारों को दौड़, फिजिकल मापदंड और मेडिकल प्रक्रिया से गुजरना होता है और अंत में परीक्षा और इंटरव्यू में उत्तीर्ण होने के बाद टेरिटोरियल आर्मी की ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। हालांकि जो लोग पहले से सैन्य कर्मचारियों की सूची में आते हैं। उन्हें लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ती।
TA आर्मी की सैलरी कितनी होती है
रेगुलर आर्मी की तरह ही टी. ए. आर्मी में भी जीडी, ट्रेडमैन और अन्य पदों के लिए वैकेंसी निकाली जाती है। अगर कंडीडेड को आर्मी में पहली रैंक “लेफ्टिनेंट” मिलती है तो कैंडिडेट को वेतन मेडिकल सुविधाएं और भत्ते रेगुलर आर्मी ऑफिसर के समान ही मिलते हैं। मगर यह सभी सुविधाएं और वेतन केवल तभी मिलेगा। जब कैंडिडेट आर्मी की सेवा में लगे रहेंगे।
TA आर्मी में पेंशन मिलती है या नहीं
TA आर्मी के जवानों को पेंशन नहीं मिलती। हालांकि अगर कोई T. A.आर्मी ऑफिसर लगातार 20 सालों तक एक्टिव सर्विस करता है तो वह पेंशन का हकदार होता है। मगर टी ए आर्मी में 20 सालों तक सेवा करने का मौका मुश्किल ही मिलता है।