भारतीय सेना की जांबाज महिला ऑफिसर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह हालही में भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” में प्रमुख चेहरा बनकर उभरी है। दोनों महिला अधिकारियों ने मीडिया को मिशन के उद्देश्यों, प्रक्रिया और परिणामों के बारे में डिटेल में जानकारी दी है। चलिए इन दोनों महिला अधिकारियों के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हैं।
महिलाओं ने संभाला ऑपरेशन सिंदूर का मोर्चा
22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमलें की जवाबी कार्यवाही में भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तरह 6 और 7 मई की रात 1:00 बजे पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें दाग दी। इस हमलें में 9 आतंकी अड्डों को निशाना बनाया गया था। जिनमें करीब 90 आतंकियों के मारे जाने की खबर मिली है। ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने मीडिया को पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने पेश की मिशाल
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना के सिग्नल कोर में एक उच्च पदस्थ महिला अधिकारी है। इनका जन्म गुजरात में हुआ था। जिनके पिता और दादा भी भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं। सोफिया कुरेशी पढ़ाई में काफी अव्वल दर्जे की छात्रा थी। इन्होंने बायोकेमेस्ट्री में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करने के बाद ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी के माध्यम से सेना में एंट्री ली. सोफिया ने मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री के मेजर ताजुद्दीन कुरैशी के साथ शादी की है. उनके एक बेटा भी है। जिसका नाम समीर है।
- कर्नल सोफिया कुरैशी ने “एक्सरसाइज फोर्स 18” में भारतीय सेना की पहली महिला टुकड़ी कमांडर के रूप में नेतृत्व किया।
- सोफिया ने 2006 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में एक सैन्य प्रभारी के रूप में सेवा दी। और 2010 तक शांति अभियानों में भाग लिया।
- सोफिया ने घरेलू स्तर पर आतंकवाद विरोधी अभियानों और बाढ़ राहत अभियानों में भी अदम्य साहस के साथ सेवाएं दी है.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह
ऑपरेशन सिंदूर में मीडिया ब्रीफिंग का सह-नेतृत्व विंग कमांडर व्योमिका सिंह द्वारा किया गया है। वामिका सिंह भारतीय वायु सेवा में हेलीकॉप्टर पायलट और पहली पीढ़ि की सैन्य अधिकारी रह चुकी है। उन्हें 18 दिसंबर 1999 को स्थाई कमीशन के साथ फ्लाइंग ब्रांच में कमीशन मिला था। शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो व्योमिका सिंह ने इंजीनियरिंग की हुई है। इसके साथ ही उन्होंने NCC में भी भाग लिया।
- व्योमिका सिंह ने जम्मू कश्मीर और अन्य चुनौतीपूर्ण इलाकों में चिता और चेतक जैसे हेलीकॉप्टरों से लगभग 2500 से भी अधिक घंटों की उड़ान का अनुभव हासिल किया है.
- साल 2021 में व्यामिका ने माउंट मणिरंग पर तीनों सेनाओं की सभी महिलाओं का पर्वतारोहण अभियान में भाग लिया था। जो धरातल से लगभग 21,650 फीट ऊंचा आयोजित किया गया था।
- व्यामिका दबाव और भयानक परिस्थितियों में भी साहस और शांति के साथ फैसला लेने के लिए जानी जाती है।