आईपीएल 2025 में विग्नेश पुथुर ने शानदार प्रदर्शन से हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। उन्होंने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी और आत्मविश्वास से क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है। हालांकि विग्नेश पुथुर का आईपीएल 2025 में खेलने का सफर इतना भी आसान नहीं था। चलिए विग्नेश पुथुर की आईपीएल 2025 में पहुंचने तक की स्टोरी जानते हैं। आखिर इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने किन-किन कठिनाइयों का सामना किया है।
विग्नेश पुथुर का शुरुआती करियर
केरल के मल्लपुरम के रहने वाले 23 साल के विग्नेश ने अपने राज्य की ओर से अंडर-14 और अंडर-19 स्तर पर कई क्रिकेट मैच खेले हैं। उन्होंने केरल क्रिकेट लीग में एलेप्पी रिप्पल्स के लिए भी शानदार परफॉर्मेंस किया था। इस दौरान उन्होंने तीन मैचों में दो विकेट लिए थे और तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी कुछ समय ही सही मगर मैदान में डटे रहे। वह अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी और स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं।
स्थानीय टूर्नामेंट में अच्छी छाप छोड़ने के बाद वे अपने क्रिकेट करियर को आगे बढ़ाने के लिए त्रिशूर ट्रेनिंग के लिए चले गए। यहां उन्होंने सेंट थॉमस कॉलेज के लिए केरल कॉलेज प्रीमियर T20 लीग में भाग लिया और शानदार परफॉर्मेंस की। वह सबसे बेहतरीन गेंदबाज के रूप में पहचान बनाने में सफल रहे। इसके बाद उनके करियर के आगे के रास्ते खुल गए।
IPL 2025 में लूटी लाइमलाइट
बेशक विग्नेश ने केरल की सीनियर टीम के लिए कभी कोई मैच नहीं खेला। मगर उन्हें आईपीएल 2025 में मुंबई इंडियंस की ओर से 30 लाख रुपए में अपने खेमें में शामिल किया। आईपीएल 2025 के तीसरे मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के मुकाबले में विग्नेश ने रोहित शर्मा की जगह इंपैक्ट प्लेयर के रूप में मैदान में कदम रखा और मेजबान टीम को अपनी जबरदस्त गेंदबाजी से चलता कर दिया।
विग्नेश ने मैदान में आते ही चेन्नई के कप्तान ऋतुराज गायकवाड का विकेट लेकर सबको चौंका दिया। इसके बाद दूसरे ओवर में शिवम दुबे को और दीपक हुड्डा को भी अपना शिकार बनाया। मेजबान टीम के कप्तान और मजबूत खिलाड़ियों का विकेट लेने के बाद एमएस धोनी ने भी उनकी सराहना करते हुए उनके साथ गुपचुप की।
पिता चलाते हैं ऑटो
युवा क्रिकेटर विग्नेश उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी बने हैं। जो छोटे शहरों से होते हुए बड़े सपने देखते हैं। विग्नेश एक मध्यवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता सुनील कुमार एक ऑटो ड्राइवर है और उनकी मां केपी बिंदु एक हाउसवाइफ है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद विग्नेश ने यह साबित कर दिया है कि अगर व्यक्ति ठान ले तो वह कुछ भी कर सकता है।