EMI v/s SIP: EMI और SIP में क्या अंतर है ? ऐसे करें म्युचुअल फंड में निवेश, छोटा निवेश कराएगा बड़ा फायदा

EMI और SIP में क्या अंतर है ? : आज के समय में निवेश और खर्च दोनों की प्लानिंग बेहद जरूरी हो गई है। EMI (इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट) और SIP (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) दो प्रमुख वित्तीय विकल्प के रूप में देखे जाते हैं। दोनों ही अलग-अलग जरूरतों को पूरा करते हैं। EMI आपको अपने बड़े खर्चों को टुकड़ों में चुकाने में मदद करती है। वहीं SIP आपके छोटे-छोटे निवेश को एक बड़ा फंड बनाने का माध्यम बनती है। आइये इन दोनों के बीच के अंतर को समझते हैं।

What is EMI (EMI क्या होती है)

EMI एक निश्चित राशि होती है। जो आपके द्वारा लिए गए लोन या किसी भी प्रोडक्ट की वास्तविक कीमत को टुकड़ों में चुकाने की सुविधा देती है। उदाहरण के लिए अगर आपने गाड़ी खरीदी है और आप गाड़ी की पूरी कीमत एक साथ नहीं दे सकते हैं, तो आप EMI का विकल्प चुन सकते हैं। जिसमें आपको हर महीने एक निश्चित राशि (EMI) देनी होगी। ऐसा करके आप कुछ ही सालों में कार की पूरी कीमत ईएमआई के माध्यम से चुका कर इस प्रक्रिया से मुक्त हो जाएंगे।

What is SIP (SIP क्या होती है)

SIP भी एक निश्चित राशि है। जो आप अपने भविष्य के लिए निवेश की योजना के उद्देश्य से भरते हैं। SIP में आप हर महीने एक निश्चित राशि म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं। जो कई सालों बाद एक बड़े फंड का आकार ले लेती है। जो लोग अपने भविष्य को लेकर चिंतित है और भविष्य में फाइनेंशली मजबूती चाहते हैं। वह SIP के माध्यम से छोटा-छोटा निवेश करके लंबे समय में एक अच्छा खासा फंड तैयार कर लेते हैं।

म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट कैसे करें?

म्युचुअल फंड में निवेश करना बेहद आसान है। इसके लिए आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।

  • सबसे पहले अपने निवेश का लक्ष्य (मासिक SIP राशि) और अवधि तय करें। 
  • निवेश करने के लिए एक अच्छा प्लेटफार्म चुने। और अकाउंट खोलें।
  • अब म्युचुअल फंड का प्रकार चुने। जैसे इक्विटी, डेट, GOLD SIP या हाइब्रिड। (इसके लिए आप वित्तीय सलाहकार से राय भी ले सकते हैं)
  • हर महीने नियमित रूप से एक निश्चित राशि म्युचुअल फंड में निवेश करें। 
  • अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार म्युचुअल फंड में निवेश की जाने वाली राशि को आप कम या ज्यादा भी कर सकते हैं।

म्युचुअल फंड के लिए सबसे अच्छा प्लेटफार्म कौन सा है? 

म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए कई विकल्प मौजूद है। सबके अपने-अपने फायदे और नियम है। किसी भी म्युचुअल फंड प्लेटफार्म का चुनाव करने से पहले उसके द्वारा काटी जाने वाली कमीशन राशि और अन्य चार्ज के बारे में जानकारी जरूर लें। बाजार में ग्रो, जीरोधा, पेटीएम मनी और ईटी मनी जैसे कुछ भरोसेमंद प्लेटफार्म है। जो सालों से कार्यरत है और लाखों निवेशक इन पर भरोसा करते आए हैं।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

Leave a Comment