Foreign language Course क्या है? फॉरेन लैंग्वेज कोर्स करके करियर कैसे बनायें

Foreign language Course: दो लोगों का आपस में बात करना तभ ही संभव है। जब दोनों किसी एक भाषा को अच्छे से जानते हों। भाषा के बगैर संसार की कल्पना करना व्यर्थ का प्रयास होगा। मगर भाषा केवल जीवन जीने और वार्तालाप का एक जरिया नहीं बल्कि इसे सीखकर अच्छा खासा पैसा भी कमाया जा सकता है। मौजूदा समय में कई ऐसे शॉर्ट टर्म फॉरेन लैंग्वेज कोर्स है। जिनमें स्पेशलाइजेशन स्टडी करके अथवा फॉरेन लैंग्वेज सीखकर अपना एक शानदार करियर बना सकते हैं। समय के साथ लैंग्वेज ट्रांसलेटर की डिमांड काफी तेजी से बढ़ रही है। आईए जानते हैं फॉरेन लैंग्वेज सीखकर अपना करियर कैसे बनाएं ? और अन्य इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी।

फॉरेन लैंग्वेज कोर्स क्या है? (What is a foreign language course)

फॉरेन लैंग्वेज वर्तमान समय में काफी पॉपुलर कोर्स है। जिसमें आपको कई विदेशी भाषाओं का ज्ञान कराया जाएगा। जिसमें विदेशी भाषा को सिखाना, पढ़ना, लिखना और समझना शामिल है। आप चाहे तो किसी एक फॉरेन लैंग्वेज में अथवा मल्टीप्ल लैंग्वेज में अच्छी पकड़ बना सकते हैं। आपको जितनी ज्यादा फॉरेन लैंग्वेज आएगी, उतनी ही ज्यादा जॉब मिलने की संभावना होगी। और मल्टीप्ल लैंग्वेज सीखने के बाद सैलरी भी काफी ज्यादा मिलती हैं।

फॉरेन लैंग्वेज कोर्स ड्यूरेशन (Foreign Language Course Duration)

जानकारी के लिए बता दे, यह एक शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों ही प्रकार से किया जाने वाला कोर्स है। यदि आप फॉरेन लैंग्वेज कोर्स में डिग्री लेना चाहते हैं, तो आपको कम से कम तीन साल के कोर्स का चुनाव करना होगा। जबकि आप सिर्फ करियर/जॉब पाने के लिए फॉरेन लैंग्वेज कोर्स करना चाहते हैं, तो आप सर्टिफिकेट प्रोग्राम के तहत इसे 6 से 8 महीने में पूरा कर सकते हैं। हालांकि कोर्स की ड्यूरेशन इस बात पर भी निर्भर करती है, कि वह भाषा सीखने में कितनी कठिन या आसान है।

अगर आप फॉरेन लैंग्वेज कोर्स में डिग्री लेना चाहते हैं तो आपके लिए जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी एक शानदार विकल्प है। जहां से आप बीए (Hons), MA और पीएचडी की डिग्री भी हासिल कर सकते हैं।

JNU में आपको चाइनीस, फ्रेंच, अरबी, जर्मन, कोरियन, जापानी, स्पेनिश और रशियन जैसी फॉरेन लैंग्वेज के विकल्प देखने को मिलते हैं। जिनकी मौजूदा समय में काफी ज्यादा डिमांड है।

दूसरी ओर शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट प्रोग्राम के तहत कई इंस्टिट्यूट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से यह कोर्स किया जा सकता है। जिसके लिए कोर्ससेरा, स्किल शेयर और युडेमी जैसे बड़े प्लेटफार्म उपलब्ध है।

Foreign Language Course Fees

शॉर्ट्स टर्म में किये जाने वाले फॉरेन लैंग्वेज कोर्स की एवरेज फीस 40,000 से शुरू होकर 75,000 तक पहुंचती है। जबकि डिग्री के उद्देश्य से किये जाने पर फॉरेन लैंग्वेज कोर्स की फीस की औसत रेंज 50,000 से डेढ़ लाख तक पहुंचती है। हालांकि संस्थान द्वारा दी जाने वाली फैसिलिटी के आधार पर यह फीस कम या ज्यादा हो सकती है। मगर ऑनलाइन मोड़ से या कोर्स 18 से 25 हज़ार में किया जा सकता है।

फॉरेन लैंग्वेज कोर्स करने के फायदे अथवा जॉब विकल्प

फॉरेन लैंग्वेज कोर्स आने वाले समय में काफी ज्यादा डिमांड में होगा। जिसके चलते इसमें सैलरी भी काफी ज्यादा देखने को मिलेगी। फॉरेन लैंग्वेज सीखने के बाद कई प्रकार से कमाई की जा सकती है। जिनमें नीचे कुछ पॉपुलर और कामगार तरीके सूचीबद्ध किए गए हैं।

  • संयुक्त राष्ट्र संगठन की एजेंसियों और संस्थानों द्वारा समय-समय पर लैंग्वेज ट्रांसलेटर के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। यह एजेंसियां दुनिया के कई देशों के साथ मिलकर काम करती है। जिसके चलते इन्हें मल्टी लैंग्वेज ट्रांसलेटर की आवश्यकता होती है। यहां एक लैंग्वेज ट्रांसलेटर की एवरेज सैलेरी डेढ़ लाख तक रहती है। उदाहरण के लिए – WHO, ILO, UNICEF, WTO, UNESCO, WWF आदि
  • इनके अलावा फील्ड रिसर्चर, कंटेंट राइटर, लेक्चरर, फ्लाइट अटेंडेंट जैसे कुछ पॉपुलर विकल्प है। जहां एक लैंग्वेज ट्रांसलेटर अपने अनुभव के आधार पर सैलरी पाता है।
  • अगर आपको मल्टीप्ल फॉरेन लैंग्वेज आती है, तो आप एक टीचर के रूप में भी अपना कैरियर आगे बढ़ा सकते हैं। 
  • विदेशी कंपनियां जब किसी दूसरे देश में अपनी यूनिट शुरू करती है, तो वहां की स्थानीय भाषा को समझने में दिक्कत होती है। जिसके चलते एक लैंग्वेज ट्रांसलेटर की आवश्यकता पड़ती है।
  • एक लैंग्वेज ट्रांसलेटर किसी भी छोटी बड़ी कंपनी में चैट सपोर्ट या कॉलिंग एजेंट की भूमिका में रहते हुए अच्छी कमाई कर सकता है।
  • ट्रैवल एजेंसी में लैंग्वेज ट्रांसलेटर की काफी डिमांड रहती है।
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