मलयालम फिल्म ऑफिसर ऑन ड्यूटी (Officer On Duty) की नेटफ्लिक्स पर धमाकेदार रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म अपने थ्रिलर अंदाज से दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। फिल्म की कहानी सस्पेंस से भरपूर है। जिसमें जुर्म की जांच पड़ताल (क्राइम इन्वेस्टीगेशन) का तड़का लगाया गया है। फिल्म में एक पुलिस अधिकारी कई रहस्यों से पर्दा उठाता है। अगर आप भी क्राइम थ्रिलर फिल्मों के शौकीन है, तो यह फिल्म आपकी वॉचलिस्ट में जरूर होनी चाहिए। चलिए ऑफिसर ऑन ड्यूटी फिल्म रिव्यू (Officer On Duty Movie Review) जानते हैं।
Officer On Duty Movie Cast
ऑफिसर ऑन ड्यूटी फिल्म में कुंचाको बोबन ने मुख्य भूमिका में एक तेज-तर्रार पुलिस अफसर का किरदार निभाया है. इनके आलावा विषक नायर और प्रियमणि ने मुख्य-सहायक भूमिका निभाई है. फिल्म के डायरेक्टर जिथु अशरफ है. जिसकी कहानी शाही कबीर द्वारा लिखित है.
ऑफिसर ऑन ड्यूटी फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी एक निलंबित इंस्पेक्टर हरिशंकर के इर्द गिर्द घूमती है। जो अपने आक्रामक स्वभाव के चलते हमेशा परेशानी में पड़ जाता है। निलंबित होने से पहले उसे एक सोने की चेन की चोरी का मामला जांच करने के लिए सौंपा जाता है। जैसे-जैसे यह मामला आगे बढ़ता है। इसमें रहस्यमय तरीके से मौत, आत्महत्या और अन्य कई राज सामने आते हैं। मामला चोरी की चेन से शुरू होकर कई लोगों की जिंदगी खत्म करने तक नाटकीय रूप से नए मोड़ लेता जाता है।
जांच पड़ताल के दौरान हरिशंकर पर उसकी पत्नी का भी दबाव है। क्योंकि वह तलाक लेकर उससे अलग होना चाहती है। अब इंस्पेक्टर हरिशंकर इस पूरे मामले को कैसे सुलझायेगा। यही सब कुछ इस फिल्म में दिखाया गया है।
Officer on Duty Movie Review
Officer on Duty को देखते समय आपको एक प्रॉपर इन्वेस्टिगेशन और सस्पेंस का अनुभव मिलेगा। यह फिल्म अपने नाम के अनुरूप एक्शन से भरपूर है और पुलिस अधिकारी की ड्यूटी को रियलिस्टिक अंदाज़ में पेश करती है। फिल्म की शुरुआत धीमी जरूर हुई है। मगर जरा भी बनावटी नहीं लगती। जिस तरह फिल्म अपनी कहानी की ढोर पकड़ती है. वास्तविक लगती है. जिसे देख ऐसा अनुभव होता है कि दर्शक भी पूरी घटना का हिस्सा है.
फिल्म के तकनीकी पहलु की बात करें तो वह भी ठीक-ठाक है. बैकग्राउंड म्यूजिक और एक्शन सीन में सिनेमैटोग्राफर रॉबी वर्गीस राज ने सराहनीय काम किया है। जो दर्शकों को खास पसंद आया है. हालाँकि कही-कही स्क्रीन प्ले थोड़ा कमजोर पड़ जाता है. मगर जल्द ही दर्शकों की नई ट्विस्ट से पकड़ बन जाती है.
कलाकरों का प्रदर्शन कैसा लगा
फिल्म में कुंचाको बोबन ने अपने किरदार को बखूबी जिया है। उनकी बॉडी लैंग्वेज और बात करने का अंदाज उनके किरदार को प्रभावशाली बनाती है। सपोर्टिंग कास्ट ने भी अच्छा काम किया है, जिससे पूरी कहानी विश्वसनीय लगती है। सभी कलाकारों के बीच की केमिस्ट्री फिल्म को मज़बूत बनाती है.
अगर आप क्राइम थ्रिलर, इन्वेस्टिगेशन ड्रामा और एक्शन का संगम पसंद करते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकती है। जिसे आप बिना देरी किये नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.