टेक्नोलॉजी के इस दौर में ऑटोमेशन (स्वचालन) हर किसी के जीवन का एक हिस्सा बन गया है। जिसको ध्यान में रखते हुए कंपनियां भी ऑटोमेशन टूल और सॉफ्टवेयर पर तेजी से काम कर रही है। हालही में गूगल द्वारा अपडेट दिया गया है, कि गूगल जल्द ही ऑटोमेशन के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल लॉन्च करने वाला है। यह AI टूल वेब ब्राउजिंग और अन्य कई एक्टिविटी को ऑटोमेटिक करेगा। यानी आपके कंप्यूटर पर इस नए एआई टूल का नियंत्रण होगा। आईए जानते हैं गूगल नया प्रोजेक्ट क्या है? और यह कब तक उपयोग में आ जाएगा।
गूगल का नया AI Tool करेगा आपका कंप्यूटर कण्ट्रोल ?
गूगल एक नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI को तैयार करने में जुटा है। इस प्रोजेक्ट को गूगल ने कोड नाम “प्रोजेक्ट जार्विस” दिया है. गूगल का कहना है कि यह है आपके पूरे कंप्यूटर पर नियंत्रण न करके सिर्फ ब्राउज़र पर नियंत्रण करेगा और वेब ब्राउजिंग के साथ-साथ अन्य कई जरूरी कामकाज को बिना आपके हस्तक्षेप के पूरा करने में सक्षम होगा .
क्या है गूगल का Project Jarvis ?
द इनफॉर्मेश में छपी खबर के मुताबिक प्रोजेक्ट जार्विस एक ऐसा नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल होगा। जिसके माध्यम से वेब ब्राउजिंग, रिसर्च, खरीददारी और फ्लाइट टिकट बुकिंग जैसे कामों को ऑटोमेटिक किया जा सकेगा। जो गूगल जेमिनी एआई के अपग्रेड मॉडल के साथ दिसंबर 2024 में लॉन्च किया जाएगा।
Project Jarvis खास रूप से गूगल क्रोम के साथ मिलकर बेहतरीन ढंग से काम करेगा। जिसमें टैक्स टाइप करना, बटन दबाना और खरीदारी करना जैसे काम खुद से कर सकेगा। कई कंपनियां ऐसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल पर काम कर रही है। जो कामों को स्वचालित करने के साथ-साथ कंप्यूटर की खामियां (बग्स) का पता लगाने और उन्हें ठीक करने के लिए भी कामगार होंगे।
अब होंगे ये काम अपने आप ही
प्रोजेक्ट जार्विस फिलहाल परीक्षण प्रक्रिया से गुजर रहा है। जो लांच होने के बाद कई काम आसान कर देगा।
- ऑनलाइन मूवी या फ्लाइट टिकट की बुकिंग करना।
- सर्च रिजल्ट के डाटा को टेबल में तैयार करके प्रस्तुत करना।
- की-वर्ड सर्च करके वेब पेज खोलना।
- ऑनलाइन खरीदारी करना।
- इसके आने से स्क्रीन रिकॉर्डिंग और अन्य कई टास्क करने की जरूरत खत्म हो जाएगी।
माइक्रोसॉफ्ट भी ऑटोमेशन की दौड़ में शामिल
वेब ब्राउजिंग को स्वचालित करने के लिए गूगल की तरह ही माइक्रोसॉफ्ट भी अपने कोपायलट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल को अपग्रेड कर रहा है। कोपायलट के माध्यम से प्रोजेक्ट जार्विस की तरह सभी काम किये जा सकेंगे। साथ ही यह यूजर के साथ वार्तालाप करने में भी सक्षम होगा।
एंथ्रोपिक द्वारा हाल ही में एक लेख के माध्यम से जानकारी दी गई है कि उनका क्लाउड एआई वेब ब्राउजिंग और अन्य कई स्वचालित काम करने में सक्षम है। क्लाउड एआई को सोनेट 3.5 के साथ अपग्रेड किया जाएगा। जिसके बाद यह और भी बेहतरीन परिणाम देगा। यह ईमेल के जवाब देने और इंसानों की तरह कंप्यूटर ऑपरेट करने में सक्षम होगा। यानी यह बैक ऑफिस जॉब संभालने का काम कर सकता है।
क्लाउड एआई 3.5 सोनेट के साथ अपग्रेड होकर इंसानों की तरह कंप्यूटर इस्तेमाल करने में सक्षम होगा। जिसमें कीस्ट्रोक्स को कॉपी करके उन्हें दोहराना, बटन दबाना और माउस कर्सर को नियंत्रित करने में सक्षम होगा.
बढ़ सकता है साइबर खतरा
प्रोजेक्ट जार्विस और ऐसे ही ऑटोमेटेड टूल्स के आने से यूजर्स के डाटा की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ जाती है। हालही में माइक्रोसॉफ्ट के Recall फीचर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। जिसने वेब ब्राउजिंग के जरिए ग्राहकों की यूजर्स की संवेदनशील जानकारी लीक दी थी। जिसमें वर्क फाइल्स, ईमेल और बैंकिंग डिटेल जैसी खास जानकारी शामिल है।