BCA (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) आज के समय में सबसे लोकप्रिय और ज्यादा डिमांड में रहने वाले कोर्स में से एक है। समय के साथ टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन के बढ़ते दौर में BAC ग्रेजुएट के लिए नौकरी के ढेर सारे ऑप्शन खुले जाते हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर बीसीए करने के बाद भारत में कितनी सैलरी मिलती है? और ज्यादा सैलरी लेने के लिए कौन-कौन से कोर्स कर सकते हैं? आइये इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
बीसीए ग्रेजुएट को भारत में कितनी सैलरी मिलती है (BCA Salary in India)
बीसीए कोर्स पूरा करने के बाद कम से कम 3 से 6 महीने की इंटर्नशिप करना काफी फायदेमंद माना जाता है। और इंटर्नशिप करने के बाद जॉब मिलने में भी काफी आसानी रहती है। बीसीए ग्रेजुएट की सैलरी कई कारकों पर निर्भर करती है। जैसे स्टूडेंट की स्किल, कॉलेज की रैंक, नौकरी की लोकेशन और कंपनी मुख्य रूप से सैलरी को प्रभावित करते हैं।
BCA Salary Freshers: बीसीए ग्रेजुएट की शुरुआती सैलरी 2.5 लाख से 5 लाख प्रतिवर्ष तक रहती है। बड़ी कंपनियों जैसे टीसीएस इंफोसिस HCL और विप्रो फ्रेशर्स को भी अच्छे पैकेज पर हायर करती है।
अनुभवी प्रोफेशनल्स की सैलरी 3 से 5 लाख और आगे चलकर 6 से 12 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है। इसके अलावा 5-7 साल के अनुभव के बाद 20 लाख सालाना सैलरी मिलती है।
दूसरी और अमेरिका और टियर-1 देश में BCA ग्रेजुएट (फ्रेशर्स) की शुरुआती सैलरी 25 से 30 लाख के बीच रहती है। जबकि 5 से 7 साल के अनुभव के बाद यह सैलरी 65 लाख से 1 करोड़ के बीच तक पहुंचती है।
कौन कौन-सी स्किल्स बढ़ा सकती है सैलरी
बीसीए करने के बाद स्टूडेंट्स ज्यादा अच्छी सैलरी पाने के लिए अलग से कई स्किल सीखते हैं। जिसमें मुख्य रूप से प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में गहरा कौशल हासिल करना, डाटा साइंस और एनालिटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी (हाई डिमांड) और वेब एंड मोबाइल एप डेवलपमेंट कोर्स करते हैं। बीसीए करने के बाद इनमें से किसी भी कोर्स के साथ स्पेशलाइजेशन डिग्री भी कर सकते हैं।